भारतीय समाज एक ऐसा समाज है जहां पर सेक्स से संबंधित कोई भी बातें सामाजिक स्तर पर नहीं होती है। आपके इस विकसित समय में भी भारत में शारीरिक संबंध बनाना संभोग करना या सेक्स से लेकर किसी भी बिंदु पर बात नहीं होती है। भारतीय समाज में शारीरिक संबंध बनाने को एक पर्सनल एवं गोपनीय क्रिया मानते हैं। इतने बड़े बिंदु के बारे में स्पष्ट रूप से बात ना करना और जानकारी के अभाव में भारतीय युवा जीवन का सुख पूर्ण रूप से नहीं ले पाते हैं। जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाते हैं आज हम पौरुषशक्ति की दुर्बलता क्यों होती है। और पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं की चर्चा करेंगे।
अधिक देरी तक सेक्स करने के लिए ये दवाईयां हैं उपयोगी
क्या आप अपने जीवन साथी के साथ बिस्तर में अधिक समय बिताना चाहते हैं। एक व्यक्ति तेज रफ्तार में दौड़ते हुए जितनी शक्ति खर्च करता है। लगभग इतनी ही शक्ति एक बार स्त्री पुरुष के संभोग करने के समय लगती है। एक सामान्य मनुष्य सेक्स करते समय यदि जल्दी थक जाता है या स्खलित हो जाता है इस स्थिति में उसकी पौरूष शक्ति कम पड़ जाती है।
पौरुष शक्ति कम होने के कारण व्यक्ति अपने जीवनसाथी को पूर्ण सेक्स का आनंद नहीं दे पाता है। जिससे पुरुष मानसिक रूप से आत्मग्लानि महसूस करता है लेकिन यदि आप में भी शारीरिक शक्ति की कमी हो गई है। तो घबराए हैं क्योंकि आज हम शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बताएंगे जिससे आपका जीवन शारीरिक शक्ति से भरा रहेगा और आप अपने जीवनसाथी को कभी भी निराश नहीं होने देंगे।
पौरूष शक्ति कम होने के कारण
- आज के इस समय में 70% व्यक्ति कमजोर शारीरिक शक्ति से परेशान है। हम आपको शारीरिक शक्ति को दोबारा कैसे प्राप्त कर सकते हैं इसके कुछ आयुर्वेदिक उपाय बताएंगे लेकिन उससे पहले शारीरिक दुर्बलता के कारणों का पता लगाना होगा।
- पौरूष शक्ति कम होने का कारण आज का वातावरण, खानपान, एवं रहन-सहन है।
- आज के इस व्यस्त जीवन में मनुष्य के पास अपनी सुख और शांति के लिए भी समय नहीं है।
- मनुष्य दुनिया से आगे निकलने के लिए अपने आप को एक मशीन की तरह उपयोग कर रहा है। जिससे मनुष्य के शरीर में अनेकों रोगों को अपना घर बना लिया है।
- शरीर के असीमित काम करने के कारण एवं पर्याप्त पोषण ना मिलने के कारण दुर्बलता थकान एवं मनोविकार जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
मर्दाना ताकत कम होने के कारण कुछ महत्वपूर्ण कारण
- खान-पान
- कुछ गंभीर बीमारियां
- नशीले पदार्थों का सेवन
- मानसिक तनाव
- अधिक उम्र
खान-पान
आज के इस मिलावटी युग में मनुष्य का खाना पीना पूर्णतया मिलावटी हो गया है। जो बिल्कुल अशुद्ध है इसमें पोषक पदार्थों की कमी हो गई है खाद्य पदार्थों में पोषक पदार्थों की कमी होने के कारण मनुष्य जतिन को खाता है। तो उसका केवल पेट ही भरता है उसके शरीर के पोषक पदार्थों की कमी नहीं पूर्ण हो पाती है। आज के समय में मनुष्य बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के फास्ट फूड ज्यादा मात्रा में खा रहा है। जिसमें फाइबर अधिक होने के कारण मनुष्य के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती जा रही है। और इंसान मोटापे का शिकार होता जाता है।
मनुष्य को चाहिए कि वह अपने भोजन में संतुलित खाद पदार्थों का उपयोग करें जिस में पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स, विटमिन्स एवं प्रोटीन हो, जो उसकी शारीरिक शक्ति को बढ़ाने में मदद करेंगे जिससे मनुष्य की संभोग के समय में बदलाव आएगा और पर्याप्त आहार मिलने के कारण पौरुष शक्ति की कमी का आभास नहीं होगा।
कुछ गंभीर बीमारियां
ख़राब खान पान के चलते जब मनुष्य को पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता है तो वह विभिन्न बीमारियों का शिकार हो जाता है इनमें से कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं। जो मनुष्य के सेक्सुअल जीवन को प्रभावित करती हैं। जिनमें से मधुमेह, मोटापा, मूत्र मार्ग में इन्फेक्शन, शीघ्रपतन आज बीमारियों के कारण मनुष्य में पौरुष शक्ति की कमी आ जाती, आज के इस समय है लगभग हर व्यक्ति शुगर एवं मोटापे जैसी बीमारियों से ग्रसित है। इन बीमारियों से बचने के लिए मानव को अपने खानपान में सुधार या बदलाव करने की जरूरत है। यदि मनुष्य का खान पान सही रहेगा तो उसको संभोग शक्ति की कमजोरी का एहसास नहीं होगा और वह अपने जीवन साथी के साथ सेक्स का भरपूर आनंद ले पाएगा जिससे उसके जीवन में खुशियां रहेंगी।
निम्नलिखित बीमारियां भी आपके संभोग सुख में बाधा पहुंचा सकती हैं-
- स्पर्म दुर्बलता
- हाई बीपी
- यौन विकार
- बढ़ी हुई प्रोटेस्ट ग्रंथ
- मधुमेह
- मोटापा
- मूत्र मार्ग में इन्फेक्शन
- शीघ्रपतन
नशीले पदार्थों का सेवन
जो लोग नशीले पदार्थों का सेवन अधिक करते हैं उनमें काम शक्ति कमजोर हो जाती है। नशीले पदार्थों के सेवन से मनुष्य का शरीर शिथिल हो जाता है जिससे संभोग करते समय मनुष्य में पौरुष शक्ति कमजोर हो जाती है। और वह संभोग को अंतिम समय तक नहीं कर पाता है और जल्दी थक जाता है। जिसके कारण वह अपने जीवन साथी को खुश नहीं कर पाता है।
आज के समय में लोग धूम्रपान बहुत अधिक मात्रा में करते हैं धूम्रपान करने से रक्त की नशे पतली हो जाती हैं। पतली हो जाती हैं जिससे रक्त संचार में बाधा उत्पन्न होती है और जो व्यक्ति अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं। उनकी शारीरिक शक्ति प्रभावित होती है शराब के सेवन से शारीरिक शक्ति ही नहीं प्रभावित होती है। बल्कि व्यक्ति हर समय थका थका महसूस करता है और अपने शरीर में शक्ति की कमी का अनुभव करता है।
कुछ लोग बहुत सारे नशीले पदार्थों ड्रग्स अफीम, कोकीन, गांजा, चरस, नशीली टेबलेट आदि का प्रयोग भी करते हैं। जिससे उन में मर्दाना शक्ति की कमी आ जाती है और संभोग करते समय उनसे या तो सम्भोग हो नहीं पाता है। या फिरअति शीघ्र स्खलित हो जाते हैं. अतः स्वस्थ शरीर अच्छी पौरुष शक्ति पाने के लिए मनुष्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
मानसिक तनाव
मनुष्य हर समय किसी ना किसी मानसिक परिस्थिति मैं उलझे रहने के कारण मानव जब अपने जीवन साथी के साथ संभोग करता है। तो वह अपने अंदर पौरूष शक्ति कमी महसूस करता है और संभोग कर नहीं पाता है। या फिर शीघ्रपतन एवं अन्य सेक्स बीमारियों का सामना करता है। अतः यह सब बीमारियों से बचने के लिए मानव को चाहिए कि वह दैनिक जीवन में अपने मानसिक तनाव को कम करें और तनाव मुक्त मस्तिष्क से जीवन यापन करें और संभोग कर के अपने साथी को संतुष्ट करे जिससे आपसी रिश्तेबने रहते हैं। अर्थात पौरुष शक्ति बढ़ाने के लिए मानव को तनाव मुक्त रहना अति आवश्यक है।
अधिक उम्र
अधिक उम्र में यदि आप शारीरिक शक्ति या मर्दाना ताकत को बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं। तो पहले यह जान ले की मर्दाना ताकत 20 से 40 साल तक के उम्र वाले व्यक्तियों में अच्छी रहती है। और यदि आप चाहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ साथ आपकी मर्दाना ताकत पौरुष शक्ति सामान्य बनी रहे तो यह काम आप 1 दिन में नहीं कर सकते हैं इसके लिए आपको कम उम्र से ही नशीले पदार्थों से दूर रहें, नैतिक व्यायाम करें, संपूर्ण पोषक आहार लेने की आवश्यकता है। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप बढ़ती उम्र के साथ साथ भी अपने जीवन साथी के साथ पूर्ण संभोग का आनंद ले सकते हैं।
मर्दाना ताकत कम होने के लक्षण
- शीढ़ी चढ़ते वक्त थकान लगना।
- थोड़ी दूर तक चलने पर ही थक जाना ।
- लंबे समय तक काम नहीं कर पाना।
- भूख नहीं लगना।
- सांस फूलना ।
- ज्यादा नींद आना।
- हाथ और पैर में दर्द काम महसूस होना।
- कभी कभी आंखो के सामने धुंधलापन हो जाना।
- उचित मात्रा में स्खलन न होना।
- समय से पहले स्खलन होना।
- अपने साथी को संतुष्टि न दे पाना।
- पूर्ण रूप से संतुष्टि न होना।
- संभोग न कर पाना।
पौरुष शक्ति बढ़ाने के उपाय
भारतीय आयुर्वेद एक बहुत ही प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है। भारतीय आयुर्वेद में हर प्रकार की बीमारियों के लिए दवाइयां उपलब्ध है। भारतीय आयुर्वेद विश्व की समस्त चिकित्सा पद्धतियों में सर्वोत्तम है। खोई हुई मर्दाना ताकत को बढ़ाने के लिए हम आपको पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा बारे में बताएंगे जिनका उपयोग करके आप अपने अंदर की खोयी हुयी शक्ति को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
जैसा कि बताया गया है कि पौरुषशक्ति समाप्त होने का मुख्य कारण मनुष्य का रहन-सहन एवम खान-पान है। खानपान को बेहतर बनाते हुए हम कुछ पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा जान कर और उनके प्रगोग से खोई हुई शारीरिक शक्ति या पौरुषशक्ति को प्राप्त कर सकते हैं।
- सफेद मूसली
- कौंच के बीज
- अदरक और शहद
- शिलाजीत
- अंजीर
- अश्वगंधा
- त्रिफला चूर्ण
- गाय का घी
- लहसुन
- काली उड़द की दाल
- कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन
- दैनिक व्यायाम
- अखरोट
- तरबूज
उपर्युक्त सभी पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का प्रयोग करके आप अपने अंदर कम होती शक्ति को बढ़ा सकते हैं। तथा इन सभी शक्ति बढ़ाने वाले उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।
ताकत बढ़ाने वालीआयुर्वेदिक दवाओं की प्रयोग विधि
नीचे कुछ पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताया गया है। जिनके उपयोग से हम अपने अंदर की मर्दाना शक्ति को बढ़ा सकते हैं-
सफेद मूसली
पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा सफेद मूसली का पौधा जिसका प्रयोग शक्ति वर्धक दवाइयों के बनाने में किया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से बरसात के दिनों में जंगलों में अपने आप हो जाता है सफेद मूसली का आयुर्वेदिक पौधा है। जिसके बहुत प्रकार की दवाएं बनाने में किया जाता है इसका प्रयोग मुख्य रूप से शक्तिवर्धक पोरस सत्य की दवाइयों में किया जाता है।
सफेद मूसली के प्रयोग
- सफेद मूसली की जड़ों को पीसकर पौरुष शक्ति बढ़ाने की दवा बनाते हैं।
- सफेद मूसली की जड़ों को पीसकर उनका चूर्ण बनाते हैं।
- सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण को रात को सोते समय एक गिलास दूध में एक चम्मच मूसली चूर्ण डालकर पीने से शरीर में शक्ति का संचार होता है।
- सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण का प्रगोग कर आप कमजोर पौरूष शक्ति से छुटकारा पा सकते हैं।
कौंच के बीज
कौंच का बीज एक आयुर्वेदिक पौधा है, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की दवाइयों के बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाने में किया जाता है, यह औषधियां शरीर के विकारों को नष्ट करती हैं। इसका प्रयोग पुरुष बांझपन मिटाने में भी किया जाता है,आपको बाजार मे कौच के बीज का चूर्ण आसानी से मिल जाता है।
कौंच के बीज की प्रयोग विधि
- कौंच के बीज को पीस कर चूर्ण बनाते हैं।
- कौंच के बीज के चूर्ण रात को सोते समय लेने दे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
- कौंच के बीज के चूर्ण रात को सोते समय लेने से शारीरिक दुर्बलता से निजात मिलता है।
- कौंच के बीजों के नियमित सेवन से पौरूष शक्ति को बढ़ा सकते हैं।
अदरक और शहद
अदरक को पीसकर उस से रस निकालते हैं एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच शहद को मिलाकर मर्दाना शक्ति बढ़ाने की दवा बनाते हैं। और रात को सोते समय कुछ समय तक लेने से शारीरिक शक्ति मे वृद्धि होती है।
शिलाजीत
शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है जो शारीरिक शक्ति को बढ़ाने का कार्य करती है। प्रतिदिन 250-500 mg शिलाजीत कैप्सूल लेने से शरीर मे शक्ति का संचार होता है और और मर्दाना ताकत को बढ़ाया जा सकता है।
अश्वगंधा
अश्वगंधा औषधीय गुणों की खान है अश्वगंधा में अनेक प्रकार के औषधि गुण होते हैं। जो शरीर की अनेक बीमारियों को नष्ट करते हैं अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से शरीर में दुर्बलता समाप्त हो जाती है और पौरुष शक्ति का संचार होता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में हुइ दुर्बलता को दूर किया जा सकता है.बाजार मे बहुत सरे पैक ब्रांड उपलब्ध हैं।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण एक प्रकार का मिश्रित चूर्ण होता है जिसमें आंवला, बहेड़ा तथा हरण मिलाकर पौरुष शक्ति बढ़ाने की दवा बनाते हैं जिसे त्रिफला चूर्ण कहते हैं। त्रिफला चूर्ण का उपयोग रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच करना चाहिए से इससे शारीरिक कमजोरी समाप्त हो जाती है और आप अपने जीवन साथी के साथ पूर्ण संभोग का आनंद लेते हैं।
गाय का घी
गाय के घी के नियमित सेवन से शारीरिक शक्ति का संचार किया जा सकता है। गाय का घी ताकत बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है किंतु एक बात याद रखने योग्य है की घी गाय का ही लें भैंस के घी से लाभ नहीं मिलेगा। गया का घी आपको आसानी से बाजार मे मिल जायेगा।
अंजीर
अंजीर एक प्रकार का ड्राई फ्रूट्स होता है के नियमित सेवन से शरीर में यौन दुर्बलता को कम किया जा सकता नियमित अंजीर के सेवन से पौरुष शक्ति का संचार होता है।
लहसुन
लहसुन एक पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है जो शरीर में पौरूष शक्ति का संचार करती है। लहसुन की दो से तीन कलियां प्रतिदिन खाने से शरीर को पौरूष शक्ति मिलती है जिसे मनुष्य अपने दैनिक भोजन में भी शामिल कर सकता है।
काली उड़द की दाल
काली उड़द की दाल मर्दाना ताकत बढ़ाने की दवा का कार्य करती है। यह मनुष्य में हारमोंस को बढ़ाती है जिन पदार्थों से हारमोंस में वृद्धि होती है। उनका नियमित सेवन करने से पौरुष शक्ति में लाभ मिलता है। यदि आप काले उड़द की दाल का सेवन या काले उड़द की दाल की खिचड़ी का सेवन नियमित करते हैं तो कमजोर शारीरिक शक्ति में निश्चित ही लाभ मिलेगा और यदि दाल में गाय के घी के साथ लहसुन और हींग का तड़का दिया जाए तो यह और अधिक लाभकारी होता है।
कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन
कार्बोहाइड्रेट की कमी के कारण भी शरीर में पौरुषशक्ति की कमी हो जाती है। अतः शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर्याप्त बनाए रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन अति आवश्यक है क्योंकि कार्बोहाइड्रेट्स हमारे शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी देते हैं। और यदि हमारे शरीर में एनर्जी की मात्रा बनी रहेगी तो पौरुषशक्ति की कमी कभी नहीं हो पाएगी।
दैनिक व्यायाम
अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दैनिक व्यायाम अति आवश्यक है। दैनिक रूप से व्यायाम करने पर हमारा शरीर हर प्रकार की बीमारी से बचने के लिए प्रतिरक्षा तंत्र तैयार करता है। यदि आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है तो आपका शरीर हर प्रकार की बीमारी से लड़ सकता है। अतः दैनिक व्यायाम में दौड़ना, तैरना, टहलना, प्राणायाम, योगा अवश्य करना चाहिए इससे हमारे शरीर की मांसपेशियां हड्डियां व अन्य आंतरिक व वाह यंग स्वस्थ रहते हैं।
अखरोट
आप जानते भी हैं और आपने बहुत जगह पढ़ा ही होगा की नट्स स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। इन सब में अखरोट शरीर के लिए सबसे स्वास्थ्यवर्धक होता है अखरोट में के विटामिंस और मिनरल्स एक साथ पाए जाते हैं अखरोट में अर्जिनिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो सेक्स की शक्ति को बढ़ाता है। अर्थात अर्जिनिन पौरुष शक्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए अखरोट स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है अखरोट के दैनिक सेवन से मर्दाना शक्ति सेक्सुअल पावर वापस लाया जा सकता है या बढ़ाया जा सकता है।
तरबूज
तरबूज के नियमित सेवन से आप अपने अंदर की शारीरिक शक्ति को बढ़ा सकते हैं। तरबूज का उपयोग करने के लिए ओके तरबूज में नमक डालकर खाने से या तरबूज को सलाद के नियमित सेवन से शारीरिक शक्ति को बढ़ाया जा सकता है तरबूज में उपस्थित पदार्थ मर्दाना शक्ति को बढ़ाते हैं।
कुछ निम्नलिखित पौरुष शक्ति बढ़ाने की दवा हैं जिनका दैनिक जीवन में प्रयोग करके आप पौरुष शक्ति को बढ़ा सकते हैं-
- केला
- ब्राउन राइस
- क्विनोआ
- कॉफी
- ओट्स
- सेलमोन मछली
- मूंगफली
- मेथी
- केसर
- इलायची
- लौंग
आयुर्वेदिक मेडिसिन नाम लिस्ट
पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का लिस्ट दिया गया है। जिनका प्रयोग करके आप अपनी खोई हुई पौरूष शक्ति को पुनः प्राप्त कर सकते हैं-
- एंटॉक्सिपन
- बीजपुष्टि रस
- जीवन कैप्सूल
- अश्वशिला
- एक्स्ट्रा पावर कैप्सूल
किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि संसार में पृथ्वी एक सार है, पृथ्वी पर नगर सार है। और नगर में घर सार और घर में मृत के समान लेने वाली स्त्री ही सार तथा पुरुषों के लिए स्त्री सुख से बढ़कर कोई सुख नहीं है। अतः स्त्री सुख के लिए आवश्यक है कि मनुष्य को शक्तिवर्धक होना यदि मनुष्य शक्तिवर्धक है उसकी पौरुष शक्ति से स्त्री चरम सुख को प्राप्त करती है। इससे संपूर्ण परिवार में खुशहाली रहती है। इसलिए उपर्युक्त लेख को ध्यान में रखते हुए दिए हुए नियम एवं दवाओं का प्रयोग करते हुए अपने जीवन को सुखी बनाएं तथा उपर्युक्त दवाओं का सेवन करते हुए अपने शरीर की पौरूष शक्ति को बढ़ाएं। लेकिन ध्यान रहे कि उपर्युक्त ताकत बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का प्रयोग आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही करें।
लोगों द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्न
घोड़े जैसी ताकत पाने के लिए क्या खाना चाहिए?
यदि आप अपने अंदर की शारीरिक शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं। तो उपरोक्त लेख में पौरुष शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का वर्णन किया गया है जिनके प्रयोग से आप अपने अंदर घोड़े जैसी ताकत पा सकते हैं। उपरोक्त लेख में जिन दवाओं का वर्णन किया गया है उनके अध्ययन के पश्चात बताई गई वेद के अनुसार दवा का प्रयोग करते हुए आप अपने अंदर की कोई भी शारीरिक शक्ति को वापस ला सकते हैं। यह कुछ दवाएं हैं जैसे शिलाजीत, अंजीर, मूंग की दाल आदि हैं।
मर्दानगी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
अपने अंदर की खोई हुई मर्दानगी ताकत को बढ़ाने के लिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार के देसी तथा आयुर्वेदिक दवाओं का वर्णन किया गया है। जिनके अध्ययन के पश्चात अपने अंदर कोई भी मर्दाना शक्ति को वापस पा सकते हैं। यदि आप की मर्दाना शक्ति कमजोर हो गई है तो आप उपरोक्त लेख में बताए गए शिलाजीत अंजीर अखरोट अश्वगंधा त्रिफला चूर्ण आदि का प्रयोग करते हुए अपने अंदर की शारीरिक शक्ति को पुनः प्राप्त कर सकते हैं तथा आप अपने मर्दागिनी बढ़ा सकते हैं।
मर्दाना ताकत कितनी उम्र तक रहती है?
मानव शरीर में मर्दाना शक्ति 20 से 40 साल की उम्र तक सामान्य अवस्था में बनी रहती है। 40 साल के बाद धीरे-धीरे मर्दाना शक्ति कमजोर होने लगती है यदि आप 40 साल के बाद भी आप अपने मर्दाना शक्ति को बराबर बनाए रखना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको पहले से ही एक्सरसाइज तथा व्यायाम तथा पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थों का पर्याप्त मात्रा में प्रयोग करना चाहिए यदि आप समझते हैं कि यह काम 1 दिन में हो जाएगा तो यह नामुमकिन है। उपरोक्त लेख में बताया गए खाद्य पदार्थों का सेवन यदि आप पहले से ही करते रहेंगे तो आप अपने मर्दाना शक्ति को 40 साल के बाद भी बनाए रख सकते हैं।
Author Profile
- संभव शर्मा ने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय इलाहबाद से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, तथा बैसवारा महाविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। बैसवारा महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के पश्चात संभव शर्मा ने विभिन्न प्रकार की वेबसाइट तथा ब्लॉग में लेखन का कार्य किया है, तथा विभिन्न प्रकार के पत्रिकाओं तथा हुए पोर्टल पर चीफ एडिटर का कार्य भी किया है, तथा पिछले 5 सालों से इन्होंने ACPP.MD वेबसाइट के लिए मुख्य एडिटर के रूप में कार्य किया है, जिन का योगदान इस वेबसाइट के लिए महनीय है। इनके द्वारा एडिट किए गए सभी प्रकार के लेख लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित हुए हैं।