सेक्स के दौरान पुरुष के लिंग द्वारा स्खलन होने वाला एक चिपचिपा गाढ़ा पदार्थ निकलता है। जिसे वीर्य कहा जाता है वीर्य एंजाइम्स एवं शुक्राणु होते हैं यह शुक्राणु मादा अंडाशय से मिलकर निश्चित होते हैं और भ्रूण का निर्माण करते हैं। यही भ्रूण आगे चलकर एक बच्चे को जन्म देता है अतः किसी बच्चे को जन्म देने के लिए एक पुरुष के लिंग में स्वस्थ शुक्राणु होना आवश्यक है। यदि स्वस्थ शुक्राणु से बच्चे का जन्म होता है तो निश्चित रूप से उत्पन्न होने वाला बच्चा स्वस्थ रहेगा स्वस्थ शुक्राणु वीर्य गाढ़ा पतले होने पर निर्भर करता है। यदि आप भी किसी बच्चे को जन्म देना चाहते हैं तो आज हम आपको वीय को गाढ़ा करने की दवा की जानकारी देंगे।
पतले वीर्य के कारण सेक्स समस्या में बहुत सारी बाधाएं आती हैं पतला वीर्य से महिलाएं गर्भवती नहीं होती हैं। और पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या रहती है जिसके कारण महिलाएं सेक्स के समय संतुष्ट नहीं होती हैं। क्योंकि पुरुष पतले वीर्य के कारण अतिशीघ्र स्खलित हो जाते हैं और संपूर्ण सेक्स का आनंद नहीं ले पाते हैं।
वीर्य क्या है
जैसा कि आप जानते हैं कि वीर्य मानव लिंग से निकलने वाला एक चिपचिपा द्रव पदार्थ होता है। जिसमें एंजाइम्स वा शुक्राणु होते हैं शुक्राणु महिला को गर्भवती करने के लिए जिम्मेदार होते हैं जिससे आगे चलकर महिलाएं स्वस्थ बच्चे को जन्म देती है। वीर हमारे संभोग क्रिया को प्रभावित करता है यदि आप का वीर्य पतला है। तो आप संभोग क्रिया करते समय शीघ्र स्खलित हो जाएंगे और इससे निकलने वाले शुक्राणु बहुत ही पतले होते जिसके कारण वीर्य बहुत पतला दिखाई देता है पतले वीर्य होने के कारण बहुत सारी सेक्स समस्या उत्पन्न हो जाती है।
सेक्स क्रिया में वीर्य का महत्व
मानव शरीर में सेक्स क्रिया के लिए वीर्य का बहुत ही महत्वपूर्ण योग है यदि हमारे शरीर में पर्याप्त वीर्य नहीं रहेगा तो हमारा शरीर सेक्स करने के लिए तैयार नहीं हो पाएगा मानव लिंग मैं तनाव वीर्य की उपस्थिति के कारण ही होता है। वीर्य का गाढ़ा या पतला होना हमारे दैनिक जीवन के रहन-सहन खानपान पर निर्भर करता है। हमारा वीर्य जितना गाढ़ा होगा सेक्स क्रिया करते समय इतनी देर तक अपने जीवन साथी के साथ संभोग कर पाएंगे यदि हमारा वीर्य गाढ़ा रहेगा। तो हम अपने जीवन साथी को सेक्स क्रिया में संतुष्ट कर पाएंगे और आगे आने वाले संतानोत्पत्ति कर पाएंगे।
सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए
यदि आप सेक्स करते समय बहुत जल्दी थक जाते हैं या आपके लिंग में सेक्स करते समय पर्याप्त तनाव नहीं आता है। इसका मतलब है कि आप का वीर्य बहुत अधिक पतला है जिसे सेक्स करते समय आप तो जल्दी स्खलित हो जाते हैं। जिसे शीघ्रपतन कहते हैं।
जिन पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम होती है उनका वीर्य बहुत ही पतला होता हैं। पतला वीर्य होने के कारण पुरुष सेक्स करते समय अति शीघ्र स्खलित हो जाता है। जिससे वह अपनी महिला साथी को संतुष्ट नहीं कर पाता है आज के इस लेख में हम आपके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने के उपाय के बारे में बताएंगे जिससे आप अपने वीर्य को गाढ़ा और शुक्राणुओं से भरा बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि वीय को गाढ़ा करने की दवा कौन-कौन सी हैं।
- आयुर्वेद अथवा पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा
- घरेलू विधियों से वीय को गाढ़ा करने की दवा
- व्यायाम से वीय कैसे बढ़ाये
आयुर्वेद अथवा पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा
भारतीय आयुर्वेद सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणाली है जिनका वर्णन वेदों में भी मिलता है भारतीय आयुर्वेद में प्रत्येक रोग को खत्म करने के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं। भारतीय आयुर्वेद को अपनाते हुए पतंजलि आयुर्वेद ने दिव्य फार्मेसी के सहयोग से विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण जो हमारे शरीर में होने वाले रोगों को बिना किसी साइड इफेक्ट के समाप्त कर देती हैं। इनमें से वीर्य को गाढ़ा करने वाली दवा भी उपलब्ध है जो आपके वीर्य को गाढ़ा करेंगी और उसमें शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाएगी तो आइए जानते हैं। कि कौन-कौन सी दवाइयां हैं जिनके प्रयोग से आप शीघ्र स्खलन लो स्पर्म काउंट जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।
- दिव्य अश्वगंधा चूर्ण
- दिव्य शतावरी
- दिव्य अभ्रक भस्म
- दिव्य बादाम पाक
- दिव्य शिलाजीत रसायन
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी
- दिव्य मूसली पाक
- दिव्य स्वर्ण भस्म
वीय को गाढ़ा करने की दवा दिव्य अश्वगंधा चूर्ण
अश्वगंधा औषधीय गुणों की खान है अश्वगंधा में अनेक प्रकार के औषधि गुण होते हैं जो शरीर की अनेक बीमारियों को नष्ट करते हैं। अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से शरीर में दुर्बलता समाप्त हो जाती है। और पौरुष शक्ति का संचार होता है इसके नियमित सेवन से शरीर में हुइ दुर्बलता को दूर किया जा सकता है। दिव्य अश्वगंधा चूर्ण के नियमित सेवन से अपने शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ा सकते हैं। तथा होने वाली शीघ्रपतन हम शीघ्र स्खलन जैसी बीमारियों से बच सकते हैं पतंजलि अश्वगंधा चूर्ण का नियमित सेवन करना चाहिए।
सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए दिव्य अश्वगंधा चूर्ण के उपयोग विधि
- वीर्य को गाढ़ा करने के लिए दिव्य अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग चूर्ण के रूप में किया जाता है।
- दिव्य अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ लेने से पतले वीर्य की समस्या दूर होती है।
- दिव्य अश्वगंधा चूर्ण के साथ शहद मिलाकर नियमित लेने से शारीरिक शक्ति मिलती है।
- दिव्य अश्वगंधा चूर्ण के अलावा अश्वगंधा चाय, अश्वगंधा कैप्सूल, भी पतंजलि आयुर्वेदा द्वारा बनाए जाते हैं। जिनका उपयोग करके पतले वीर्य की समस्या में आराम मिल सकता है।
- अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग वीर्य को गाढ़ा बनाने के साथ-साथ शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
स्पर्म बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा दिव्य शतावर
दिव्य शतावर चूर्ण एंटी डिप्रेशन की तरह कार्य करता है, जिससे मनुष्य के मस्तिष्क का तनाव दूर होता है। और सेक्स करते समय मनुष्य का मस्तिष्क किसी भी प्रकार से के डिप्रेशन में नहीं रहता है। प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से इसका उपयोग जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए एक हेल्दी पदार्थ के रूप में किया जाता रहा है। स्वाद में यह कड़वी और मीठी होती है औषधीय गुणों से भरपूर शतावरी खाने में मधुर व तासीर ठंडी होती है।
यह एंटीऑक्सीडेंट युक्त है और वात, पित्त कम करती है। शतावर से स्वप्नदोष कम होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। अतः दिव्य शतावर पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा का काम करती है।जब वीर्य में अधिक शुभ काम होते हैं तो वीर्य अधिक गाढ़ा होता है। जिससे पुरुषों में सेक्स करने की क्षमता बढ़ जाती है और पुरुष अधिक देर तक अपने जीवन साथी के साथ सेक्स किया करते हैं। दिव्य शतावर वीय को गाढ़ा करने की दवा है।
दिव्य शतावर चूर्ण का उपयोग विधि
- शतावर चूर्ण को 6 से 11 ग्राम के बीच में दूध के साथ सुबह-शाम लें।
- शतावर चूर्ण को गर्म दूध के साथ सोने से डेढ़ घंटे पहले लिया जाता है।
- शतावर चूर्ण को हल्दी युक्त गर्म दूध के साथ भी लिया जा सकता है ।
- शतावर चूर्ण और मिस्त्री को मिक्स करके 5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ लेने से वीर्य अधिक गाढ़ा होता है।
- शतावर चूर्ण का प्रयोग अश्वगंधा के साथ भी किया जाता है।
- शतावर की तासीर ठंडी होने के कारण या अन्य विभिन्न बीमारियों जैसे पत्थर जैसा सख्त खड़ा करने का प्राचीन फार्मूला में भी काम आती है।
स्पर्म बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा दिव्य अभ्रक भस्म
अभ्रक भस्म एक पारंपरिक और अत्यधिक प्रभावी आयुर्वेदिक निर्माण है जो आपको पुरानी और लगातार खांसी और कमजोरी से राहत दिलाता है।प्रदूषकों के लगातार साँस लेने से आपके फेफड़े कमजोर हो जाते हैं और आपके रक्त प्रवाह में अपना रास्ता खोज लेते हैं।
इससे आपकी सेहत को अनकहा नुकसान पहुंचता है। अभ्रकभस्म आपके फेफड़ों पर प्रदूषण के नुकसान को ठीक करता है, श्वसन प्रणाली को बढ़ाता है और आपके स्वास्थ्य को मजबूत करता है। यह स्पर्म की संख्या बढ़ाने में मदद करती है।अपने जीवन में आयुर्वेदिक उपचार का सबसे अच्छा अनुभव करने के लिए अभ्रकभस्म लें। विभिन्न बीमारियों को ठीक करने के साथ साथ यह शुक्राणु बढ़ाने में भी सहयोग करती है अभ्रक भस्म के नियमित सेवन से वीय को गढ़ा किया जा सकता है।
सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए अभ्रक भस्म का प्रयोग
अभ्रक भस्म का प्रयोग आप अपने डोक्टर की सलाह से कर सकते हैं पतले वीर्य को गढ़ा करने के लिए अभ्रक भस्मका प्रयोग दूध के साथ किया जा सकता है।
दिव्य बादाम पाक
बादाम का इस्तेमाल सूखे फल के रूप में होता है। शुरुआत में बादाम के फल का ऊपरी हिस्सा थोड़ा कोमल होता है, लेकिन कुछ पकने पर ऊपर का भाग थोड़ा कठोर हो जाता है। जब बादाम पूरी तरह तैयार हो जाता है, तो यह बहुत ही स्वादिष्ट, पौष्टिक और शक्तिवर्धक होता है। बादाम खाने के अनेक फायदे होते हैं। बल वीर्य और सभी धातुएं पुष्ट होती हैं, दिल-दिमाग को पुष्टि व शक्ति प्राप्त होती है, यौनशक्ति व सामर्थ्य की वृद्धि होती है तथा नपुंसकता दूर होती है।
ध्वजभंग, स्वप्नदोष और शीघ्रपतन आदि यौन रोगों को दूर करने के लिए बादाम पाक का सेवन करना बहुत लाभ करने वाला सिद्ध होता है। बादाम पाक वीर्य वर्धक व वीर पुष्टिवर्धक होता है अर्थात बादाम पाक से वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा दिव्य बादाम पाक का उपयोग
- बादाम पाक के नियमित 10 ग्राम प्रयोग करना चाहिए।
- रात को खाना खाने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं।
- वीय को पुष्टिवर्धक बनाने के लिए बादाम आप का प्रयोग दूध के साथ किया जा सकता है।
- बादाम पाक का प्रयोग दैनिक सुबह-शाम करना चाहिए।
दिव्य शिलाजीत रसायन
शिलाजीत का प्रयोग प्राचीन काल से आयुर्वेद में होता आ रहा है जैसे ही हम शिलाजीत नाम लेते हैं। सभी के दिमाग में सेक्स से संबंधित दवाइयों के बारे में विचार चलने लगते हैं शिलाजीत मुख्य रूप से सेक्स से संबंधित दवाइयां बनाने में किया जाता है। यदि आप स्पर्म और पतला है और आप सेक्स करते समय शीघ्र स्खलित हो जाते हैं।
तो आप दिव्य शिलाजीत का उपयोग कर सकते हैं दिव्य शिलाजीत आपके वीर्य को गाढ़ा करेगा और सेक्स टाइमिंग को बढ़ाएगा। जिससे आपका जीवन साथी आपके साथ भरपूर सेक्स कराना मिलेगा आने वाले समय में आप संतानोत्पत्ति कर सकते हैं। दिव्य फार्मेसी का उत्पाद दिव्य शिलाजीत धातु गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा है जो सेक्स से संबंधित रोगियों के लिए वरदान का कार्य करती है।
दिव्य शिलाजीत रसायनवटी की उपयोग विधि
- 2 गोली सुबह और 2 गोली शाम को खाना खाने के बाद ले।
- इसका सेवन आप दुध के साथ करेंगे तो ज्यादा फायदा मिलेगा।
- इसका सेवन 3 महिने तक करे।
- अधिक जानकारी के लिए चिकित्सक की सलाह ले।
- शिलाजीत रसायन वटी का उपयोग सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए करने के साथ-साथ यदि शीघ्रपतन की समस्या से परेशांन हैं तो यह उसकी भी रामबाण दवा है।
दिव्य चंद्रप्रभा वटी
पुरुषों में अधिक शुक्र क्षरण होने से शारीरिक कान्ति नष्ट हो जाती है। शरीर का रंग पीला पड़ना, थोड़े ही परिश्रम से जल्दी थक जाना, आँखे अन्दर धँस जाना, भूख न लगना आदि विकार पैदा हो जाते है। ऐसे में इस वटी का प्रयोग करने से लाभ मिलता है। यह रक्तादि धातुओं की पुष्टि करती है।
यह स्पर्मकाउंट (Sperm count) को बढ़ाती है, ब्लड सेल यानी रक्त कोशिकाओं का शोधन तथा निर्माण करती है। स्वप्नदोष (Nightfall) या शुक्रवाहिनी नाड़ियों के कमजोर पड़ जाने पर इसे गुडुची के क्वाथ से लेना चाहिए। पुरुष आबादी में, पुरुष अपने शुक्राणु की गुणवत्ता और शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि करना चाहते हैं। और जब वे नियमित रूप से दिव्य चंद्रप्रभा वटी का सेवन करते हैं। तो यह उनकी गतिशीलता को बढ़ाता है और समग्र पुरुष यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
उपयोग विधि दिव्य मूसली पाक है
- नियमित दो गोलियों का सेवन करना चाहिए।
- दो गोलियां सुबह और शाम ले सकते हैं।
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी के अच्छे रिजल्ट के लिए इसकी दो गोलियां सुबह और शाम गुनगुने दूध के साथ ले जा सकती।
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह लें उसके बाद देव चंद्रप्रभा वटी का उपयोग करेंगे तो अधिक लाभ मिलेगा।
बीज गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा दिव्य मूसली पाक है
दिव्य मूसली पाक पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बनाया गया विभिन्न पदार्थों का मिश्रण के सभी आयुर्वेदिक पदार्थ बहुत ही गुणकारी वाह आयुर्वेदिक तत्वों से भरे होते हैं। इनमें गोखरू अश्वगंधा चित्रक अगर करो अकर्करा जायफल तेजपत्ता आज को मिलाकर एक बेस्ट बनाया जाता है। जिसके नियमित सेवन से मूत्र विकारों में लाभ मिलता है जिन पुरुषों में वीर्य पतला हो जाता है अर्थात शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है। उनके लिए दिव्य मूसली पाक एक आयुर्वेदिक दवा है जिनके नियमित सेवन से आप सबसे अच्छी दवा शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए सकते हैं जिससे आप सेक्स करते समय आप अपने पार्टनर के साथ अधिक देर तक सेक्स कर पाएंगे।
दिव्य मूसली पाक के उपयोग विधि
- मूसली पाक का 10 ग्राम दैनिक रूप से उपयोग कर सकते हैं।
- 10 ग्राम दिव्य मूसली पाक का प्रयोग नियमित रूप से सुबह और शाम कर सकते हैं।
- बिग मूसली पाक का प्रयोग दूध के साथ अति लाभकारी होता है।
- रोगी के ठीक होने तक मूसली का पाप का प्रयोग नियमित रूप से होना चाहिए।
- दिव्य मूसली पाक के बेहतर लाभ के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते और डॉक्टर के बताए गए नियम के अनुसार आदिल मूसली पाक का प्रयोग कर सकते हैं।
स्पर्म बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है स्वर्ण भस्म
स्वर्ण भस्म शक्ति को बढ़ाने वाली एक आयुर्वेदिक तत्व है जिसके नियमित सेवन से मानव शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है। यदि आपका वीर्य पतला है तो स्वर्ण भस्म का प्रयोग करके नियमित रूप से अपने वीय को गाढ़ा करके शुक्राणुओं की संख्या बढा सकते हैं। जिससे आप अपने जीवन साथी के साथ सेक्स करते समय शीघ्रपतन का शिकार नहीं होंगे और आप अधिक देर तक सेक्स कर के अपने जीवनसाथी को संतुष्ट कर सकते हैं। स्वर्ण भस्म सल्फर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, फेरिक ऑक्साइड, फेरस ऑक्साइड आदि तत्वों का मिश्रण होता है।
दिव्य स्वर्ण भस्म की प्रयोग विधि
- स्वर्ण भस्म का प्रयोग नियमित रूप से 15 मिलीग्राम किया जा सकता है।
- स्वर्ण भस्म का प्रयोग शहद के साथ किया जा सकता है।
- स्वर्ण भस्म का प्रयोग गाय के घी के साथ किया जा सकता है।
- स्वर्ण भस्म का प्रयोग मिश्री चूर्ण के साथ किया जा सकता है।
- स्वर्ण भस्म का प्रयोग नियमित सुबह-शाम करना चाहिए।
घरेलू विधियों से वीय को गाढ़ा करने की दवा
आयुर्वेदिक दवाओं के साथ साथ यदि आप कुछ घरेलू खाद्य पदार्थों का उपयोग नियमित रूप से करते हैं। तो निश्चित रूप से आपका वीर्य गाढ़ा हो जाएगा और आपके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाएगी। जिससे आप शीघ्र स्खलन और शीघ्रपतन जैसी बीमारी से बचे रहेंगे और सेक्स के समय अपने जीवनसाथी को पर्याप्त समय दे सकेंगे। जिससे आपका जीवन साथी सेक्स क्रिया में आप से संतुष्ट रहेगाऔरआप एक सुखी जीवन का अनुभव करेंगे निम्नलिखित कुछ खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन से आप का वीर्य गाढ़ा हो जाएगा।
- बरगद के फल
- गन्ना
- गुड़हल
- अरंडी
- अखरोट
- मेथी के दाने
- खट्टे फल
व्यायाम से वीय कैसे बढ़ाये
यदि आप विभिन्न प्रकार की दवाइयां कर चुके हैं और आपका वीय फिर भी पतला है। उसने शुक्राणुओं की संख्या बहुत कम है तो इसका हम निकाला है योग करो बाबा रामदेव ने योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा की योग के पास हर एक बीमारी का इलाज है। किंतु योग द्वारा बीमारी को ठीक करने में काफी समय लगता है किंतु योग से शरीर की समस्त बीमारियां नष्ट हो जाती हैं। यदि आप भी किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित हैं या आप में शुक्राणुओं की कमी है। आपका वीय बहुत पतला है तो आप निम्नलिखित योगाभ्यास ने दैनिक रूप से कर सकते हैं।
- अग्निसार क्रिया
- सेतुबंध आसन
- भस्त्रिका प्राणायाम
- धनुरासन
- अश्विनी मुद्रा
- हलासन
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा
यदि आप के शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बहुत ही कम है और आप उपर्युक्त आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करते हैं। और यदि आप बीज गाढ़ा करने की अंग्रेजी दवा करना चाहते हैं तो इसके लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। तथा नीचे बताए हुए कुछ औषधियों का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि आप इन औषधियों का प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह के ना ले जिससे आप इन के साइड इफेक्ट से बचे रहेंगे।
- क्लोमीफीन साइट्रेट
- एंटीऑक्सिडेंट्स
- विटामिन सप्लीमेंट्स
- पैनेक्स जिंसेंग
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा क्लोमीफीन
क्लोमीफेन को पांच दिनों के उपचार चक्रों में लिया जाता है इसका मतलब है कि आप महीने के पाँच दिनों के लिए प्रतिदिन एक खुराक लेंगे। पहले कोर्स के लिए, आपको पांच दिनों के लिए प्रतिदिन एक 50 मिलीग्राम टैबलेट लेने की सलाह दी जाती है। यदि आपके चिकित्सक को यह आवश्यक लगता है, तो आपकी खुराक को बाद के कोर्स में प्रतिदिन दो टैबलेट तक बढ़ाया जा सकता है। अपनी प्रगति को जांच में रखने के लिए अपने डॉक्टर के साथ नियमित रूप से परामर्श लेते हैं।
यह भी जाने- पुरुषों के लिंग में खुजली के कारण एवं उपचार
शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा एंटीऑक्सिडेंट्स
एंटीऑक्सीडेंट्स वो पदार्थ होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को रोकते एवं देरी करते हैं। प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट्स फल और सब्जियों में पाए जाते हैं। इसके अलावा सप्लीमेंट्स में भी ये पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट्स वो पदार्थ होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को रोकते एवं देरी करते हैं। प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट्स फल और सब्जियों में पाए जाते हैं। इसके अलावा सप्लीमेंट्स में भी ये पाया जाता है।
विटामिन सप्लीमेंट्स
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए हमारे शरीर में विटामिन श्याम मिनरल्स बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रखते हैं। यदि हम खाद्य पदार्थ के द्वारा विटामिंस की कमी पूरा नहीं कर पाते हैं तो हमें कुछ विटामिन सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है। जिनमें वीर्य को गाढ़ा करने की पर्याप्त क्षमता होती है यह सप्लीमेंट वीर को गाढ़ा करने की दवा का काम करते हैं और हमारे वीर्य में स्पर्म काउंट बढ़ा देते हैं। रिवाइटल एक अच्छा विटामिंस सप्लीमेंट है जो शरीर की सही विटामिंस की कमी को पूरा करता है।
पैनेक्स जिंसेंग
पैनेक्स जिंसेंग कैप्सूल शरीर में शक्ति का संचार करने वाली है बहुत ही उपयोगी शुक्राणु बढ़ाने की अंग्रेजी दवा है यह शरीर में शक्ति का संचार करती है। जिससे शरीर मजबूत बनता है आप हमारे स्पर्म में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ा देता है। जिससे हमारा वीर्य गाढ़ा हो जाता है और हम सेक्स करते समय शीघ्र स्खलित नहीं होते हैं। और अपने जीवन में सेक्स का भरपूर आनंद लेते हुए संतानोत्पत्ति कर सकते हैं। और अपने जीवनसाथी पर सेक्स क्रिया हमें संतुष्ट कर सकते हैं पेंशन कैप्सूल का नियमित सेवन आपको स्वस्थ एवं मजबूत बनाएगा।
निष्कर्ष
पुरुषों में विभिन्न प्रकार की कमी के कारण शुक्राणु कम हो जाते हैं जिससे हमारा भी पतला हो जाता है। आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में पुरुष अपने आप को इतना ज्यादा व्यस्त रखते हैं। कि उन्हें आराम और भोजन की कोई चिंता नहीं रहती है जिससे उनके दिमाग का स्ट्रेस बढ़ जाता है। और शारीरिक कमजोरी हो जाती है आज के इस लेख में हमने आपको वीय को गाढ़ा करने की दवा के बारे में बताया जिसमें हमने धातु गाढ़ा करने की आयुर्वेदिक दवा व बीज गाढ़ा करने की अंग्रेजी दवा का वर्णन किया है किससे आप अपने जीवन में इन सभी दवाओं का उपयोग करके स्वस्थ और तंदुरुस्त रह सकते हैं। और अपने वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ा सकते हैं और अपने जीवन साथी के साथ संभोग सुख का आनंद लेते हुए संतानोत्पत्ति कर सकते हैं।
लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न
वीर्य गाढ़ा करने का सबसे अच्छा घरेलू उपचार क्या है?
स्पर्म गाढ़ा करने के विभिन्न प्रकार के घरेलू उपचार उपलब्ध है जिनके द्वारा बड़ी आसानी से पतले हुए वीर्य को गाढ़ा कर सकते हैं। वीर गाढ़ा करने के विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक तथा अन्य दवाओं का वर्णन उपरोक्त लेख में किया गया है, किंतु घरेलू विधियों से वीर्य गाढ़ा करने की निम्नलिखित तरीके भी हैं। जिनका प्रयोग करते हुए वीर्य को गाढ़ा किया जा सकता है। बरगद के फल, गन्ना, गुड़हल, अरंडी, अखरोट आदि का सेवन करने से वीर्य गाढ़ा होता है।
वीर्य को गाढ़ा करने का कोई नुस्खा या आयुर्वेदिक दवा है ?
वीय गाढ़ा करने के लिए शारीरिक शक्ति को बढ़ाना बहुत ही आवश्यक होता है। दैनिक रूप से अपने दिनचर्या में परिवर्तन करके और व्यायाम करने से शारीरिक शक्ति का विकास होता है, तथा वीर्य को गाढ़ा करने तथा शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का प्रयोग किया जा सकता है। दिव्य अभ्रक भस्म, दिव्य बादाम पाक, दिव्य शिलाजीत रसायन, दिव्य चंद्रप्रभा वटी, दिव्य मूसली पाक आदि खाने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है और वीर्य गाढ़ा हो जाता है।
वीर्य गाढ़ा करने के लिए क्या खाएं?
वीर्य गाढ़ा करने के लिए ऐसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिससे शारीरिक शक्ति का विकास होता है, जिससे शारीरिक शक्ति विकसित होती है, तो वीर्य गाढ़ा हो जाता है। शारीरिक शक्ति विकास करने के लिए उपयुक्त लेख में विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तथा घरेलू पदार्थों का बारे में बताया गया है, जिसका प्रयोग करते हुए आप अपनी शारीरिक शक्ति को बढ़ा सकते हैं, तथा शारीरिक शक्ति के विकास के कारण वीर्य अपने आप गाढ़ा हो जाता है।
Author Profile
- संभव शर्मा ने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय इलाहबाद से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, तथा बैसवारा महाविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। बैसवारा महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के पश्चात संभव शर्मा ने विभिन्न प्रकार की वेबसाइट तथा ब्लॉग में लेखन का कार्य किया है, तथा विभिन्न प्रकार के पत्रिकाओं तथा हुए पोर्टल पर चीफ एडिटर का कार्य भी किया है, तथा पिछले 5 सालों से इन्होंने ACPP.MD वेबसाइट के लिए मुख्य एडिटर के रूप में कार्य किया है, जिन का योगदान इस वेबसाइट के लिए महनीय है। इनके द्वारा एडिट किए गए सभी प्रकार के लेख लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित हुए हैं।