आज के इस समय में जैसे हम शहरों की दीवारों को देखते हैं तो दीवारें शीघ्र स्खलन और शीघ्रपतन बीमारी का इलाज करने वाले नीम, हकीम, वैद्य व डॉक्टरों के प्रचार करने वाले लेखों से भरी होती हैं। भरी होती हैं किंतु आज के समय में सेक्स समस्याओं जैसी बीमारियों से बचने के लिए घर परिवार एवं दोस्तों में हम खुलकर बात नहीं करते हैं। और गुप्त रोगों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में पड़कर हम पैसा और समय दोनों बर्बाद कर देते हैं, किंतु शीघ्रपतन जैसी समस्या से हमें छुटकारा नहीं मिलता है। आज के इस लेख में हम आपको कुछ जानकारी देंगे जो शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज है।
शीघ्रपतन की समस्या से बचने के लिए रामबाण औषधियां
शीघ्र स्खलन क्या है
कोई पुरुष किसी महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाता है, तो शारीरिक संबंध बनाते समय पुरुष महिला के साथ संभोग क्रिया करता है। संभोग क्रिया के समय पुरुष अपनी संपूर्ण शारीरिक शक्ति संभोग क्रिया में लगाता है, जिससे महिला को संभोग क्रिया में संतुष्ट कर सके, और महिला जीवनसाथी को सेक्स क्रिया का शारीरिक सुख दे सके यदि संभोग क्रिया के दौरान पुरुष और महिला दोनों संतुष्ट रहते हैं। तो उसे पूर्ण संभोग कहते हैं। इसी के विपरीत यदि कोई पुरुष उत्तेजित होकर जैसे ही महिला की योनि में लिंग प्रवेश करता है, और वह शीघ्र स्खलित हो जाता है। जिससे उसकी महिला साथी सेक्स क्रिया में संतुष्ट नहीं हो पाती है, जिसे शीघ्र स्खलन या शीघ्रपतन कहते हैं।
शीघ्र स्खलन के कारण
आज के इस दौड़ती भागती जिंदगी में हर इंसान इतना परेशान हो गया है, कि उसे अपने शरीर की कोई फिक्र नहीं है। हर इंसान दुनिया की दौड़ में आगे निकलने के लिए अपने आप को रातों दिन जानवरों की तरह कार्य करा रहा है। जिससे उसका शरीर शिथिल होता है। शीघ्रपतन के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- क्रोध का आना।
- लज्जा होना।
- वीर्यनालिका में कमजोरी।
- वीर्यनली में सूखापन।
- अधिक दवाओं का सेवन।
- बाजार के सस्ते प्रोटीन पाउडर खाना।
- पौष्टिक भोजन न करना।
- हड़बड़ी में सम्भोग करना।
- वीर्य निकल जाने पर ज्यादा सोचना।
शीघ्रपतन का इलाज
शीघ्रपतन एक मानसिक बीमारी है, किंतु कई बार यह अन्य कारणों से भी हो जाती है। शीघ्रपतन के इलाज के लिए आजकल एलोपैथिक, आयुर्वेदिक एवं कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाया जा सकता है। इसके अलावा शीघ्रपतन के इलाज के लिए हम दैनिक एक्सरसाइज का भी सहारा ले सकते हैं। शीघ्रपतन के इलाज को निम्नलिखित विधियों द्वारा कर सकते हैं।
- आयुर्वेदिक विधियां।
- घरेलू उपाय।
- अंग्रेजी दवा द्वारा।
आयुर्वेदिक विधि द्वारा शीघ्र स्खलन का इलाज
जैसा कि हम जानते हैं कि आयुर्वेद चिकित्सा में भारतीय आयुर्वेद का एक महत्वपूर्ण स्थान है। भारतीय आयुर्वेद सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज करने में सक्षम है। शीघ्र स्खलन जैसी बीमारी को ठीक करने के लिए हम निम्नलिखित आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग कर सकते हैं जिनके प्रयोग से शीघ्रपतन का इलाज संभव है।
शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए पतंजलि आयुर्वेदा कुछ महत्वपूर्ण एवं असरदार दवाइयां बनाती है। जो इन पतंजलि आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करके शीघ्रपतन शीघ्र स्खलन जैसी बीमारी का इलाज कर सकते हैं। शिघ्रपतन का उपचार पतंजलि मेडिसिन द्वारा किया जा सकता है।
- पतंजलि शतावर चूर्ण ।
- अश्वगंधा चूर्ण।
- पतंजलि यौनअमृत वटी।
- पतंजलि दिव्य चन्द्रप्रभा वटी।
- पतंजलि गोखरू चूर्ण।
- पतंजलि दिव्य शिलाजीत
- पतंजलि दिव्य मूलेठी चूर्ण।
पतंजलि शतावर चूर्ण
शतावरी चूर्ण एंटी डिप्रेशन की तरह कार्य करता है, जिससे मनुष्य के मस्तिष्क का तनाव दूर होता है। और सेक्स करते समय मनुष्य का मस्तिष्क किसी भी प्रकार से के डिप्रेशन में नहीं रहता है। प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से इसका उपयोग जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए एक हेल्दी पदार्थ के रूप में किया जाता रहा है। स्वाद में यह कड़वी और मीठी होती है औषधीय गुणों से भरपूर शतावरी खाने में मधुर व तासीर ठंडी होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट युक्त है और वात, पित्त कम करती है। शतावरी से स्वप्नदोष कम होता है और शरीर स्वस्थ रहता है अतः शतावरी शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज का काम करती है।
शतावरी का उपयोग विधि
- शतावरी चूर्ण को 6 से 11 ग्राम के बीच में दूध के साथ सुबह-शाम लें।
- शतावरी चूर्ण को गर्म दूध के साथ सोने से डेढ़ घंटे पहले लिया जाता है।
- शतावरी चूर्ण को हल्दी युक्त गर्म दूध के साथ भी लिया जा सकता है ।
- शतावरी चूर्ण और मिस्त्री को मिक्स करके 5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ लेने से शरीर में ताकत आती है।
- शतावरी चूर्ण का प्रयोग अश्वगंधा के साथ भी किया जाता है।
- शतावरी की तासीर ठंडी होने के कारण या अन्य विभिन्न बीमारियों में भी काम आती है।
पतंजलि अश्वगंधा टेबलेट
अश्वगंधा आयुर्वेद का एक मूल तत्व है, इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार की दवाइयां बनाने में किया जाता है। मुख्य रूप से सेक्स समस्याओं से संबंधित दवाइयां बनाने में अश्वगंधा का प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में किया जाता है। अश्वगंधा के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होने लगेगा। कई लोगों को पाचन से संबंधित समस्याओं से परेशान रहते है। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि अश्वगंधा द्वारा सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
अश्वगंधा की प्रयोग विधि
- शीघ्रपतन की समस्या में अश्वगंधा का प्रयोग कैप्सूल के रूप में किया जाता है।
- अश्वगंधा चूर्ण को दूध के साथ लेने से शीघ्र स्खलन जैसी समस्या दूर होती है।
- अश्वगंधा के साथ शहद मिलाकर नियमित लेने से शारीरिक शक्ति मिलती है।
- अश्वगंधा चूर्ण के अलावा अश्वगंधा चाय, अश्वगंधा कैप्सूल, भी पतंजलि आयुर्वेदा द्वारा बनाए जाते हैं। जिनका उपयोग करके शीघ्रपतन जैसी समस्या में आराम मिल सकता है।
- अश्वगंधा चूर्ण को दो चम्मच 3 कप पानी में मिलाकर इसे अच्छे से उबालना चाहिए और छानकर इसका उपयोग करना चाहिए।
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यौनअमृत वटी पतंजलि
पतंजलि यौनअमृत वटी एक आयुर्वेदिक पतंजलि औषधि है। जो पतंजलि आयुर्वेदा द्वारा विभिन्न औषधियों को मिलाकर बनाई गई है। इस दवा के प्रयोग से शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है। जिससे शरीर की कमजोरी और मानसिक बीमारियां समाप्त हो जाती हैं। पतंजलि यौनअमृत वटी सेक्स संबंधित सभी बीमारियों में कारगर साबित हुई है। पतंजलि आयुर्वेदा की यौनअमृत वटी शीघ्रपतन जैसी समस्या में अति लाभकारी दवा है। इसके नियमित प्रयोग से कम हुई मर्दाना शक्ति को दुबारा प्राप्त किया जा सकता है।
पतंजलि यौनअमृत वटी के प्रयोग विधि
- सुबह और शाम को हल्का गर्म दूध के साथ लें।
- दिन में सिर्फ 2 गोली ले।
- यह सिर्फ पुरुषो के लिए है।
- 18 साल के ऊपर लोगो के लिए है।
पतंजलि यौनअमृत वटी का प्रयोग यदि आप अपनी डॉक्टर की सलाह से करेंगे यह और भी अधिक असरकारक होगी इससे सभी प्रकार की यौन समस्याओं से आप छुटकारा पा सकते हैं।
शिघ्रपतन का उपचार पतंजलि मेडिसिन दिव्य चन्द्रप्रभा वटी द्वारा
चंद्रप्रभा वटी शरीर से यूरिया और क्रिएटिनिन जैसे विषाक्त पदार्थों को खत्म करने को बढ़ावा देती है । यह किडनी के कार्य को बहाल करता है, और अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है। पतंजलि दिव्य चंद्रप्रभा वटी पतंजलि आयुर्वेदा का एक ऐसा उत्पाद है, जो विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्या व मूत्र विकार को दूर करता है। यदि आपके शरीर में कमजोरी है और आपका शरीर सेक्स क्रिया के लिए तैयार नहीं हो पाता है, तो आप पतंजलि की दिव्य चंद्रप्रभा वटी के नियमित सेवन से अपने शरीर के अंदर शक्ति स्फूर्ति व ताकत प्राप्त कर सकते हैं। शिघ्रपतन का उपचार पतंजलि मेडिसिन दिव्य चंद्रप्रभा वटी द्वरा किया जा सकता है।
पतंजलि दिव्य चंद्रप्रभा वटी की प्रयोग विधि
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी की गोलियां सुबह-शाम लेनी चाहिए।
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी की एक गोली दूध के साथ सुबह शाम ले सकते हैं।
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी का सेवन लगातार तीन महीने तक करने से शरीर की समस्त बीमारियां दूर हो जाती हैं।
- दिव्य चंद्रप्रभा वटी की 250 से 500 मिली डोज नियमित रूप से 3 महीने तक ली जा सकती है।
पतंजलि दिव्य चंद्रप्रभा वटी के अच्छे रिजल्ट के लिए इसके उपयोग के विधि को डॉक्टर की सलाह से भी ले सकते हैं उत्तम रिजल्ट के लिए डॉक्टर की परामर्श अवश्य लें।
गोखरू चूर्ण
गोखरू एक प्रकार का कटीला पेड़ होता है। जो पृथ्वी की सतह से चिपका हुआ होता है। आयुर्वेद में गोखरू का बहुत ही बहुमूल्य योगदान है। इसके प्रयोग से आयुर्वेद में बहुत सारी दवाइयां बनाई जाती हैं। पतंजलि आयुर्वेदा ने इसके प्रयोग से पतंजलि गोखरू चूर्ण बनाया है। गोखरू की तासीर ठंडी होने के कारण सर्दियों में इसका बहुत महत्वपूर्ण उपयोग होता है। इसके फल छोटे, गोल, चपटे, पांच कोण वाले, 2-6 कंटक युक्त व अनेक बीजी होते हैं। इसकी जड़ मुलायम रेशेदार, 10-15 सेमी लम्बी, हल्के भूरे रंग के एवं थोड़े सुगन्धित होते हैं। गोखुरू अगस्त से दिसम्बर महीने में फलते-फूलते हैं।
प्रयोग विधि पतंजलि गोखरू चूर्ण की
- गोखरू को 400 ग्राम पानी में उबालें और उबालने के बाद जब पानी 10 ग्राम बचे इस पानी का उपयोग करें।
- गोखरू चूर्ण को गर्म पानी के साथ प्रयोग किया जा सकता है।
- गोखरू का काढ़ा बनाकर उसका उपयोग किया जा सकता है।
- गोखरू के चूर्ण को दूध के साथ लेने से शीघ्रपतन जैसे समस्या में आराम मिलता है।
पतंजलि गोखरू चूर्ण की प्रयोग विधि के लिए आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं, जो इसके बेहतर फायदे के बारे में आपको बताएगा और शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज Patanjali आयुर्वेदिक विधि से आप अधिक लाभ प्राप्त करेंगे।
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शिलाजीत कैप्सूल पतंजलि दिव्य
शिलाजीत का प्रयोग आयुर्वेद में प्राचीन काल से होता आ रहा है। शिलाजीत का प्रयोग मुख्य रूप से सेक्स समस्याओं के संबंध में किया जाता है। सेक्स समस्या संबंधित अनेक बीमारियों से बचने के लिए शिलाजीत का प्रयोग किया जाता है। दिव्य फार्मेसी ने पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूल का निर्माण किया जिस के उपयोग से विभिन्न प्रकार के शारीरिक शक्ति कि को बढ़ाया जा सकता है। कमजोर हुई शारीरिक शक्ति के कारण शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज patanjali दिव्य शिलाजीत कैप्सूल है।
शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज पतंजलि मेडिसिन दिव्य शिलाजीत कैप्सूल के प्रयोग विधि द्वारा
शिघ्रपतन का रामबाण इलाज पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूल है।
- पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूल की एक एक गोली सुबह शाम ले सकते हैं।
- अत्यधिक कमजोरी होने के पर कैप्सूल को दूध के साथ लेना अति उत्तम होता है।
- पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग नियमित दूध के साथ करना चाहिए।
- पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूल का प्रयोग लगातार तीन महीना तक कर सकते हैं।
- पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल से शरीर में शक्ति का संचार होता है। शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज पतंजलि दिव्य शिलाजीत कैप्सूलसे हो सकता है ।
कुछ अंग्रेजी दवा द्वारा शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है
यदि उपर्युक्त घरेलू एवं आयुर्वेदिक विधि से उपचार करने पर आपको शीघ्रपतन जैसी समस्या से छुटकारा नहीं मिलता है तो आप नेम लिखित कुछ अंग्रेजी दवाओं का भी प्रयोग कर सकते हैं जिनसे शीघ्रपतन जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- ट्रामाडोल
- डयपॉक्सटिन
- लिडोकेन-प्रिलोकेन क्रीम
- क्लॉमिप्रामाइन
- वियाग्रा
घरेलू उपाय द्वारा शीघ्रपतन का इलाज
हमारे घरों में विभिन्न खाद्य पदार्थों के रूप में आयुर्वेदिक औषधियां उपलब्ध होती हैं। किंतु इनके जानकारी के अभाव में हम इनका सही तरीके से प्रयोग नहीं कर पाते हैं, घरों के मसालों एवं खाद्य पदार्थों में आयुर्वेदिक औषधियों का भंडार होता है। जिन पदार्थों काम दैनिक रूप से सेवन करते हैं, उनमें से बहुत सारे आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होते हैं, और विभिन्न बीमारियों में लाभदायक भी होते हैं। शीघ्र स्खलन जैसी बीमारी से बचने के लिए आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपाय बताएंगे।
- केसर
- अदरक
- मकरध्वज
- मुलेठी
- लहसुन
- प्याज
- शहद
केसर से होता है शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज
केसर एक कामोत्तेजक पदार्थ होता है, जो शरीर में शक्ति का संचार करता है। केसर के नियमित प्रयोग से शीघ्र स्खलन जैसे समस्या से निजात पाया जा सकता है। केसर की तासीर गर्म होने के कारण यह सेक्स के समय शीघ्र स्खलन से बचाता है। इसके नियमित प्रयोग से सेक्स समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
शीघ्रपतन में केसर की प्रयोग विधि
रात को 8 से 10 बादाम को पानी में भिगो देते हैं सुबह बादाम के छिलकों को निकाल कर उन्हें मिक्सर में पीस लेते हैं। तथा उसमें गाय का दूध मिलाकर केसर डालकर प्रयोग करते हैं। इसके दैनिक प्रयोग से शारीरिक शक्ति का संचार होता है और शीघ्रपतन जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है।
घर में अदरक से शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज
अदरक घर में उपलब्ध आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर एक आयुर्वेदिक औषधि है। जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों में किया जाता है। अदरक के नियमित सेवन से शीघ्रपतन जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है। अदरक का प्रयोग हम विभिन्न प्रकार की सब्जियां मसालों में करते हैं।
शीघ्र स्खलन में अदरक की प्रयोग विधि
अदरक को पीसकर उसके रस को शहद के साथ मिलाकर प्रयोग किया जाता है जिससे शरीर को शक्ति मिलती है। अदरक के रस को भी शहद के साथ मिलाकर खाने से शारीरिक शक्ति प्राप्त होती है, जिससे शीघ्रपतन जैसे समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
मकरध्वज है Shighrapatan Ki Dawa
यह शरीर की ताकत बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज के रुप में इसका इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है। इसके अलावा यह वीर्य बढ़ाने और नपुंसकता दूर करने के इलाज में भी इस्तेमाल की जाती है। कई डॉक्टरों का भी मानना है कि शीघ्रपतन के लिए यह एक अचूक औषधि है।आप मकरध्वज का सेवन भष्म या वटी के रुप में कर सकते हैं। इसकी मात्रा या खुराक की अधिक जानकारी के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लें।
मकरध्वज की प्रयोग विधि
इसकी खुराक मरीज की वर्त्तमान स्थिति पर निर्भर करती है इसलिए खुराक के लिए डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर द्वारा बताए गये निर्देशानुसार ही इसका सेवन करें।
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मुलेठी में छिपे हैं शीघ्रपतन के इलाज के गुण
अधिकतर लोग मुलेठी का इस्तेमाल खांसी-जुकाम या गले की खराश दूर करने के लिए करते हैं। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि शीघ्रपतन के इलाज में भी आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आयुर्वेद में मुलेठी को वात-पित्त नाशक और शुक्रवर्धक माना गया है। मुलेठी का इस्तेमाल Shighrapatan ki dawa के रुप में किया जाता है।
शीघ्रपतन में मुलेठी की प्रयोग विधि
रोजाना एक चम्मच मुलेठी चूर्ण शीघ्रपतन को दूर करने के लिए रोजाना आधा चम्मच मुलेठी चूर्ण को दूध या शहद के साथ मिलाकर सेवन करें।
लहसुन के नियमित सेवन से शीघ्रपतन होता है दूर
शीघ्रपतन के उपचार में प्रयोग होने वाली लहसुन एक प्रकार की घरेलू औषधि है, जो लगभग हर एक घर में पाई जाती है लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। तथा इसकी तासीर गर्म होने के कारण इसका प्रयोग शीघ्रपतन जैसी बीमारी के लिए किया जाता है। इसका नियमित प्रयोग से आप शीघ्रपतन जैसी समस्या में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। शीघ्र स्खलन का आयुर्वेदिक इलाज लहसुन के नियमित सेवन से संभव है।
शीघ्रपतन की समस्या में लहसुन का प्रयोग
- कच्चे लहसुन की तीन से चार कलियां रात को खाना चाहिए।
- लहसुन को तेल में भूनकर रात को सोते समय खाना चाहिए।
- लहसुन के रस को निकालकर शहद के साथ खाना चाहिए।
प्याज देता है शीघ्र स्खलन की समस्या से आराम
जिस प्रकार लहसुन घर में सब्जियों में उपयोग होने वाला एक पदार्थ है। उसी प्रकार पर प्याज भी सब्जियों में उपयोग होने वाला एक आयुर्वेदिक पदार्थ है। जिसका प्रयोग शीघ्रपतन जैसे समस्या से बचने के लिए किया जाता है। प्याज में बहुत सारे आयुर्वेदिक औषधियों के गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाते हैं।
शीघ्रपतन में प्याज की सेवन विधि
शीघ्रपतन की समस्या से बचने के लिए हरे प्याज का नियमित सेवन करना चाहिए। यदि हरा प्याज उपलब्ध ना हो तो साधारण ब्याज का प्रयोग करना चाहिए इससे कुछ ही समय में आप शीघ्रपतन से समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
शहद खाने से मिलेगा आपको शीघ्रपतन की समस्या से आराम
शहद एक प्रकार की प्राकृतिक आयुर्वेदिक औषधि है। जो लगभग प्रत्येक भारतीय घर में मिल जाती है। शहद चीनी जैसा मीठा एक तरल पदार्थ होता है, जो मधुमक्खी से प्राप्त किया जाता है। शहद में विभिन्न प्रकार के एंटीसेप्टिक, एंटीऑक्सीडेंट गुड होते हैं। जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों से लड़ते हैं, तथा हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। शहद में इम्यूनिटी बढ़ाने की शक्ति अधिक होती है। Shighrapatan ki dawa के रूप में शहद का प्रयोग किया जाता है।
शीघ्रपतन में शहद खाने की प्रयोग विधि
यदि आप शीघ्रपतन जैसी समस्या से परेशान है तो शहद को अदरक के रस में मिलाकर खाने से शीघ्रपतन की समस्या समाप्त हो। जाएगी शहद का प्रयोग हल्दी के साथ भी किया जा सकता है।
उपर्युक्त लेख में शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बताया गया है। उपर्युक्त लेख में अन्य घरेलू एवं कुछ अन्य दवाइयों की जानकारी दी गई है जिनसे आप शीघ्रपतन की जैसी समस्या से बच सकते हैं। इनमें जिन दवाओं का प्रयोग बताया गया है वह शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज Patanjali विधि से कर सकते हैं किंतु यह लेख आपको एक सजग करने के लिए जानकारी मात्र है। इन सभी दवाओं के प्रयोग से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह लें और रोग को अतिशीघ्र समाप्त करने के लिए डॉक्टर के अनुसार बताए गए नियमों का पालन करें जिससे आपका जीवन सुरक्षित रहेगा और आप जल्दी रोग मुक्त होंगे।
लोगों द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्न
शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज क्या है ?
उपरोक्त लेख में कई प्रकार की पतंजलि दवाओं का वर्णन किया गया है जिनकी सहायता से शीघ्रस्खलन समाप्त किया जा सकता है। जिन व्यक्तियों में शीघ्र स्खलन की समस्या होती है उनको उपरोक्त लेख में बताए गए पतंजलि दवाओं का प्रयोग करना चाहिए। शीघ्र स्खलन ऐसे समस्या को समाप्त करने के लिए पतंजलि शतावरी चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, पतंजलि यौन अमृत वटी, पतंजलि दिव्य चन्द्रप्रभा वटी आदि दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है। दवाओं के साथ साथ पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन तथा व्यायाम आदि करके शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है जिससे शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की होने से समस्या नहीं होती है।
शीघ्रपतन का आयुर्वेदिक प्रभावी इलाज बताएं?
उपरोक्त लेख में शीघ्रपतन के प्रभावी इलाज के बारे में जानकारी दी गई है। जिस के अध्ययन के पश्चात बताई गई दवाओं तथा व्यायाम या पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हुए शीघ्रपतन की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है। जिन व्यक्तियों में शीघ्रपतन की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से मकरध्वज, मुलेठी, लहसु, पतंजलि शिलाजीत, दिव्य चंद्रप्रभा वटी, ट्रामाडोल टेबलेट आदि का प्रयोग कर सकते हैं।
शीघ्रपतन की अंग्रेजी दवा का क्या नाम है?
शीघ्रपतन के विभिन्न प्रकार के दवाओं का वर्णन उपरोक्त लेख में किया गया है। जिनका प्रयोग करके आप अपने अंदर होने वाली शीघ्रपतन की समस्या को समाप्त कर सकते हैं। अंग्रेजी दवाओं के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तथा पतंजलि दवाओं का वर्णन किया गया है। जिनका प्रयोग करके शीघ्रपतन की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
Author Profile
- संभव शर्मा ने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय इलाहबाद से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, तथा बैसवारा महाविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। बैसवारा महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के पश्चात संभव शर्मा ने विभिन्न प्रकार की वेबसाइट तथा ब्लॉग में लेखन का कार्य किया है, तथा विभिन्न प्रकार के पत्रिकाओं तथा हुए पोर्टल पर चीफ एडिटर का कार्य भी किया है, तथा पिछले 5 सालों से इन्होंने ACPP.MD वेबसाइट के लिए मुख्य एडिटर के रूप में कार्य किया है, जिन का योगदान इस वेबसाइट के लिए महनीय है। इनके द्वारा एडिट किए गए सभी प्रकार के लेख लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित हुए हैं।
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