बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम जिस का उपयोग करके तुरंत राहत पाये। किसी भी व्यक्ति में बवासीर की मर्ज बहुत ज्यादा पुरानी कब्ज और लिवर की गड़बड़ी के कारण ही उभरने लगती है। जोकि बहुत ही ज्यादा पीड़ादायक और कष्ट देने वाली मर्ज होती है। इस मर्ज में अत्यंत पीड़ा होती है। जोकि सहन करने लायक नहीं होती है। इस मर्ज के हो जाने से चलने-फिरने और उठने बैठने में बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस मर्ज में मल के रास्ते पर बहुत ज्यादा मस्से निकल आते हैं।
जिससे मल के बाहर आने में बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जोकि मल के रास्ते में घाव बना देता है। जिससे बहुत ज्यादा खून निकलने लगता है। बवासीर का मर्ज ज्यादातर अनियंत्रित खान-पान और जीवनशैली के कारण ही होती है। क्योंकि लोग आजकल भाग दौड़ भरी जिंदगी में जल्दबाजी के चक्कर में कुछ भी अनाप-शनाप खा लेते हैं। जो कि उनके पेट में कब्ज और गैस का कारण बनती है।
बवासीर के मस्से को जड़ से ख़त्म करने के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा
जिससे मल पूरी तरह से सूख जाता है और उसके बाहर निकलने में बहुत ज्यादा कठिनाई होती है। इन्हीं सब कारणों से बवासीर का मर्ज जन्म लेने लगती है। इसके शुरुआती लक्षणों को ना पहचानना या इसे नजरअंदाज करना आपके लिए बहुत ही घातक साबित हो सकता है। बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए बहुत सारे इलाज और दवाएं उपलब्ध है। इस मर्ज को ठीक करने के लिए आप बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्योंकि इस क्रीम को लगाने से बवासीर के मस्से सूखने लगते हैं और बवासीर का मर्ज ठीक होने लगता है। तो इस मर्ज को ठीक करने के लिए इसके कारणों के बारे में भी जानना आवश्यक है। क्योंकि जब तक इसके मुख्य कारणों के बारे में आप नहीं जानेंगे तब तक मर्ज के इलाज के सही दवा का चयन नहीं कर पाएंगे।
बवासीर को जन्म देने वाले कारण
बवासीर को जन्म देने के लिए बहुत सारे कारण हो सकते हैं।जैसे कि बहुत ज्यादा दूषित खाने और अनियंत्रित खानपान की वजह से भी बवासीर का मर्ज जन्म ले सकता है। जोकि आपके वात,पित्त और कफ तीनों को प्रभावित करता है। इस मर्ज में आपको बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहने और बैठने में भी दिक्कत होने लगती है।बहुत ज्यादा भारी वजन उठाने के कारण भी यह मर्ज आपके अंदर हो सकता है। क्योंकि जब आप बहुत ज्यादा भारी वजन उठाते हैं तो आपकी नशे दबतीं है और रक्त संचार सही से नहीं हो पाता है।
जिसके कारण आपका लीवर भी सही ढंग से काम नहीं करता और खाना पच नहीं पता है। खाने के ना पचने के कारण ही आपके अंदर कब्ज जैसी समस्या जन्म ले लेती है और इसी कब्ज के कारण ही आपके अंदर बवासीर जैसे मर्ज उत्पन्न होने लगते हैं। बवासीर के मर्ज में आपका मल पूरी तरह से सुख जाता है और आपके आंतों में बहुत ही बुरी तरह से चिपक जाता है।
जिससे मल के बाहर आने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है और यह आपके मल के रास्ते में बहुत ज्यादा घाव और दाने पैदा करने लगता है।जिससे कि बहुत ज्यादा दिक्कतें बढ़नी शुरू हो जाती हैं। इसीलिए बवासीर के मुख्य कारणों के बारे में और बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय विस्तार से निम्नलिखित बताया गया है। जिनको आप समझ कर इसके इलाज और दवाओं के बारे में सही तरह से आप चयन कर पाएंगे।
- फाइबर युक्त भोजन का सेवन न करना।
- महिलाओं में प्रसव के दौरान गुदा क्षेत्र पर दबाव पड़ने से बवासीर होने का खतरा रहता है।
- व्यायाम न करने या शारीरिक गतिविधि कम करने के कारण भी यह मर्ज हो सकता है।
- ज्यादा मात्र में तला एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन करना।
- शौच ठीक से ना होना।
- धूम्रपान और शराब का सेवन करना।
- अवसादग्रस्त रहना
बवासीर के लिए आयुर्वेदिक दवाएँ
बवासीर के मस्से हटाने के लिए बहुत सारी ऐसी दवा और आयुर्वेदिक क्रीम बाजार में उपलब्ध हैं।जिनका इस्तेमाल करके बहुत ही आसानी से बवासीर को जड़ से खत्म किया जा सकता है। बवासीर को इसके शुरुआती दिनों में तुरंत खत्म कर देना चाहिए। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इसको नजरअंदाज करना आपके लिए बहुत ही घातक साबित हो सकता है। अगर यह मर्ज धीमे- धीमे बड़ा हो जाएगा तो यह आगे चलकर कैंसर का भी रूप ले सकता है।
इसीलिए जरूरी है कि इसके शुरुआती समय में ही इसका इलाज करके इसको ठीक किया जा सके। आयुर्वेद में इस मरीज को ठीक करने के लिए बहुत सारी ऐसी दवाएं और जड़ी बूटियां उपलब्ध है। जिनका इस्तेमाल करने से हमारे शरीर पर कोई विपरीत परिणाम भी नहीं पड़ता है और यह मर्ज बहुत ही आसानी से ठीक हो जाते हैं। पतंजलि द्वारा प्राकृतिक औषधियों और जड़ी बूटियों के मिश्रण से बहुत सारी ऐसी बवासीर के लिए टेबलेट बनाई गई हैं। जो कि बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए रामबाण इलाज के रूप में जानी जातीं है। इसीलिए आप निम्नलिखित में बताए गए इन दवाओं का बिना किसी झिझक के इस्तेमाल कर सकते हैं और आप अपनी बवासीर की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- पतंजलि पीड़ान्तक क्रीम।
- अर्शकल्प वटी ।
- इसबगोल भूसी ।
- दिव्य सर्वकल्प क्वाथ।
- कांकायन वटी।
- त्रिफला गुग्गल।
- पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण।
- हरितकी चूर्ण।
- दिव्य अभयारिष्ट।
- दिव्य उदरकल्प चूर्ण।
- दिव्य शुद्धि चूर्ण।
पतंजलि पीड़ान्तक क्रीम
बहुत से लोग बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए क्रीम का भी इस्तेमाल करते हैं। पतंजलि द्वारा तैयार की गई पीड़ांतक क्रीम को पतंजलि बवासीर मस्से हटाने की क्रीम के रूप में भी जाना जाता है। जो कि आपके बवासीर के मर्ज ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी और गुणकारी क्रीम मानी जाती है।
इस क्रीम में पाए जाने वाले एलियम सैटिवुम,सेलास्ट्रस पैनिकुलटस,बोसवेलिया सेराटा,प्लूचिया लांसोलाटा,विटेक्स ट्राइफोलिएटस,कैलोट्रोपिसिस प्रोसेरा,गॉलथेरिया फ्रैग्रंटिसिमिया तत्व आपके बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं।जो कि आपके पेट में सूखे हुए मल को पूरी तरह से मुलायम करके बाहर निकलने योग्य बनाते हैं। जिससे कि आपके मल के रास्ते के मस्सों में किसी भी प्रकार का घाव नहीं होता है और मस्से धीमे-धीमे सुखने शुरू हो जाते हैं।जिससे बवासीर का मर्ज पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है।
अर्शकल्प वटी
अर्शकल्प वटी पतंजलि की एक ऐसी दवा है। जो कि बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। या पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक दवा है। इस दवा के सेवन मात्र से आपके पेट में पुराने से पुराने कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। बवासीर के मरीज को जन्म देने के लिए आपके पेट में पुराना कब्ज ही जिम्मेदार होता है। जब तक आप का पाचन तंत्र पूरी तरह से ठीक नहीं होगा। तब तक आप के पेट में कब्ज की समस्या होती रहेगी और इसी कब्ज के कारण आपको बवासीर की भी समस्या होती रहेगी। इस दवा में पाए जाने वाले हरीतकी,कपूर,नीम,एलोवेरा जैसी प्राकृतिक औषधियां बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी और गुणकारी साबित होती हैं।
इसबगोल भूसी
किसी भी प्रकार के बवासीर के मर्ज के लिए ईसबगोल की भूसी को इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि ईसबगोल की भूसी आपके पेट में जाकर आपके मल को मुलायम करने का काम करती है।जिससे कि आपके पेट में कब्ज नहीं होने पता और मल बहुत आसानी से बाहर आने योग्य तैयार हो जाता है।सत ईसबगोल भूसी में पाया जाने वाला फाइबर ही आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। जो कि बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
ईसबगोल भूसी का प्रयोग बवासीर की दवा के रूप में भी किया जाता है इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा से आपके पेट में कब्ज,दस्त और डिहाइड्रेशन की समस्या पूर्ण रूप से खत्म हो जाती है।जिससे कि आपको मल त्याग के समय किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता है और मल बहुत ही आसानी से बाहर आ जाता है। जिससे कि बवासीर के मस्से सूखने शुरू हो जाते हैं और बवासीर ठीक हो जाता है। इसको आप रात में सोते समय पानी में घोलकर पी सकते हैं।जिससे कि आपको बवासीर के मर्ज में लाभकारी परिणाम देखने को मिलता है।
दिव्य सर्वकल्प क्वाथ
दिव्य सर्वकल्प को आप पतंजलि द्वारा तैयार किया गया आयुर्वेदिक दवा है जो कि बवासीर की वजह से मल के रास्ते में हो रहे सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बवासीर में मल के रास्ते में बहुत ज्यादा सूजन और से हो जाते हैं जिसकी वजह से मल के बाहर आने में बहुत ज्यादा दिक्कत होती है और मल के रास्ते में घाव बन जाता है जिससे कि खून भी आने लगता है।
सर्वकल्पक्वाथ का प्रयोग लिवर की आयुर्वेदिक दवा के लिए भी किया जाता है यह दवा आपके पेट में जाकर लीवर को मजबूती प्रदान करता है जिससे कि आपके खाना पचने की शक्ति बढ़ जाती है और आपको किसी भी प्रकार की पेट की समस्या नहीं होती है। पेट की समस्या की वजह से मर्ज जन्म लेने लगते हैं। इस दवा को लेने का तरीका यह है कि आप इस की 10 ग्राम की मात्रा गर्म पानी के साथ दिन में 2 बार ले सकते हैं। बवासीर के मर्ज में इसके बेहतर परिणाम को देखने के लिए कम से कम 3 हफ्ते तक इसका उपयोग करना आवश्यक है।
कांकायन वटी
कंकायान वती एक ऐसी आयुर्वेदिक दवा है जो कि बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए कई सारी प्राकृतिक जड़ी बूटियों से मिलकर बनी हुई है। इसमें बहुत सारे ऐसे आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जो कि आपके बवासीर के दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी माने जाते हैं। इस दवा में पाए जाने वाले हरण,काली मिर्च, जीरा, पीपल, पीपलामूल, चीता, चव्य, भिलावा, जिमीकंद, यवक्षार एवं गुड़ ऐसे तत्व हैं जो कि आपके बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए बहुत ही सहायक होते हैं जिससे कि आपकी बवासीर के मर्ज में हो रही दिक्कतों से आपको आराम मिलता है।
त्रिफला गुग्गल
त्रिफला गूगल एक ऐसी दवा है जिसमें कि बहुत ही प्रचुर मात्रा में विटामिन सी और फाइबर पाई जाती है जो कि आपके पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी भूमिका निभाती है। आपका पाचन तंत्र ठीक हो जाने से आपके पेट में किसी भी प्रकार की समस्या या कब्ज नहीं रह जाती जिससे कि आपका मल बहुत ही आसानी से बाहर निकलने लगता है और बवासीर जैसे मर्ज नहीं होते हैं। इस दवा का सेवन करने का तरीका या है कि आप इसको गर्म पानी के साथ मिलाकर इसमें शहद को मिलाकर बराबर मात्रा में नियमित रूप से खाया जा सकता है जिससे की आपके बवासीर की मर्ज में लाभकारी परिणाम देखने को मिलता है।
पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण
पतंजलि मंजिष्ठा चूर्ण एक ऐसी आयुर्वेदिक दवा है जो कि आपके वजन को घटाने और कब्ज जैसी समस्या को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह दवा मंजिष्ठा केयर कैसे बनाई जाती है जो कि बवासीर के मर्ज के लिए बहुत ही ज्यादा असरकारी होती है। आपके शरीर में बवासीर के मर्द को जन्म देने के लिए आपका वजन और कब ही एक प्रमुख कारण है जो कि बवासीर के मरीज को जन्म देता है इसीलिए इस दवा को गर्म पानी में मिलाकर काले के रूप में किया जा सकता है।
जिससे की आपके बवासीर का पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है। इस दवा में इतनी कड़वाहट होती है शायद आपको इसे पीने में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन इसमें मौजद कड़वाहट ही आपके बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है इसीलिए इस दवा को बवासीर को ठीक करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
हरितकी चूर्ण
पतंजलि हरितकी चूर्ण को ज्यादातर आपके पेट में कब्ज के कारण इकट्ठे गंदे मल को मुलायम घर के बाहर निकालने के लिए उपयोग किया जाता है। जो कि पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा हरीतकी से बनी हुई पूर्ण रूप से प्राकृतिक दवा है। इस दवा के इस्तेमाल से आपके पेट में जमा मल मुलायम हो जाता है जो कि आसानी से बाहर आने योग्य बन जाता है। जिससे कि मल के रास्ते में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आती है और बवासीर के मस्से मैं किसी प्रकार का घाव नहीं होने पता है जिससे कि बवासीर के मस्से सूख जाते हैं और बवासीर ठीक हो जाता है। इस दवा को आप गर्म पानी में मिलाकर सुबह और शाम ले सकते हैं।
दिव्य अभयारिष्ट
दिव्य अभयारिष्ट सिरप एक ऐसी सिरप है जो कि 100 से ज्यादा जड़ी बूटियों के मिश्रण से बनी हुई है। इसको मुख्य रूप से बवासीर के मस्से को सुखाने और कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। बवासीर का मर्ज आपके अनियंत्रित खानपान और खराब जीवनशैली की वजह से उत्पन्न हो जाता है। बिना पानी वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से आपके पेट में बहुत ही ज्यादा कब्ज की समस्या हो जाती है
जो कि पुराने होने के साथ-साथ आपके पेट में बहुत सारी समस्या को जन्म देना शुरू कर देता है जोकि धीमे-धीमे बवासीर का भी रूप ले लेता है इसीलिए ऐसे मरीजों को ठीक करने के लिए सिरप का इस्तेमाल किया जाना बहुत ही आवश्यक है इसके इस्तेमाल से बवासीर के मर्ज में बहुत ही बड़ा असर देखने को मिल सकता है। इस दवा को आप सुबह शाम खाना खाने के पश्चात ले सकते हैं।
दिव्य उदरकल्प चूर्ण
दिव्य उदरकल्प चूर्ण ज्यादातर भूख ना लगने और एसिडिटी की समस्या को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इस दवा को कब्ज को खत्म करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि यह दवा पेट में कब्ज और एसिडिटी को खत्म करके आपके खाने को बहुत ही अच्छी तरह से बचाने का काम करता है जिससे कि आपका पाचन तंत्र बहुत ही ज्यादा मजबूत हो जाता है और पाचन तंत्र के मजबूत होने से ही आपके पेट में कब्ज जैसी समस्या नहीं लेती हैं जिससे कि बवासीर का मर्ज भी नहीं उत्पन्न होने पता है इसीलिए दवा का इस्तेमाल बवासीर ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। इस दवा को आप गर्म पानी में समान मात्रा में मिलाकर सुबह शाम ले सकते हैं।
दिव्य शुद्धि चूर्ण
पतंजलि दिव्य शुद्धि चूर्ण जैसा कि किसके नाम से ही प्रतीत होता है कि यह आपके पेट की गंदगी को खत्म करके आपके पेट को शुद्ध करने का काम करता है। यह पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक दवा है जो कि बवासीर जैसे मर्ज को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस दवा को आप बदहजमी और कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि इसमें मौजूद हरीतकी,भूमियामलकी,इंद्रायण,त्रिवृत प्राकृतिक औषधियां ही पेट की समस्या को खत्म करने का काम करती हैं।
जिससे कि बवासीर का मर्ज भी जन्म नहीं लेने पाता है । बवासीर को ठीक करने के लिए इस दवा का बेहतर परिणाम देखने के लिए आप किस को गुनगुने पानी में 3 चम्मच की मात्रा मिलाकर दिन में दो बार ले सकते हैं और इस को कम से कम 3 महीने तक इस्तेमाल करना आवश्यक है जिससे बवासीर की मर्ज को ठीक करने के लिए यह बेहतर तरीके से काम कर पाता है।
बवासीर के मर्ज के लिए टैबलेट
बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए बहुत सारे लोग आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे बवासीर के मर्ज में बहुत ज्यादा इंफेक्शन और समस्या बढ़ जाने की स्थिति में सबसे कारगर बवासीर के लिए टेबलेट (एलोपैथिक) ही होती हैं। बवासीर के मर्ज के तुरंत निदान के लिए एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। बवासीर का मर्ज ज्यादातर लोगों में उनके खानपान के तरीकों में बदलाव और नियंत्रण न होने के कारण ही हो जाता है।
सही खानपान ना होने की वजह से आपके पेट में खाना सही से नहीं पचता है और पेट में कब्ज की समस्या होने लगती है कब्ज की समस्या एक ऐसी समस्या है जो कि खाने की सही से ना पचने के कारण खाना आंतों में फंसा रह जाता है जो कि काफी दिनों तक फंसे रहने के कारण उसमें दूषित होने लगता है और आंतों में पानी की कमी के कारण पूर्ण रूप से सूख जाता है।
ज्यादातर ऐसी समस्या तब होती है जब आप बहुत ही सूखा खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल करने लगते हैं जिससे की आपके आंतों मैं पानी की कमी हो जाती है और आपका पूरी तरह से सूख जाता है जिससे कि मल के बाहर निकलने में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और मल के रास्ते में घाव हो जाते हैं। इसी घाव की वजह से मल के रास्ते में छोटे छोटे दाने निकलने लगते हैं जिसको बवासीर के मस्से के रूप में भी जाना जाता है
इसीलिए आपको चाहिए की बवासीर के मर्ज से निजात पाने के लिए आपको सही खानपान अपनाना बहुत ही जरूरी होता है। अगर आप ऐसी समस्या से ग्रसित हो गए हैं तो आप नीचे बताई हुई दवाओं का इस्तेमाल करके अपने बवासीर की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- Himalaya pilex tablet
- Sidpiles
- Daflon 500
- Doxycycline
- Lactulose
Himalaya Pilex Tablet
हिमालया पिलेक्स टैबलेट पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक टेबलेट है जो कि बवासीर के मर्ज से निजात दिलाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इस टेबलेट में मौजूद लाजालु,यशद भस्म बवासीर की समस्या से निजात दिलाने के लिए बहुत ही लाभकारी और गुणकारी औषधि मानी जाती है। जिसके सेवन से आपके पेट में जमे गंदे मल को मुलायम करके बाहर निकालने योग्य बनाता है।
जिससे कि आपके पेट में कब्ज की समस्या नहीं रहती और इसी कब्ज की समस्या के दूर होने से बवासीर का मर्ज भी ठीक होने लगता है। मल के मुलायम होने से मल बहुत ही आसानी से बाहर निकलने योग्य बन जाता है जिससे कि रास्ते में किसी भी प्रकार का होता है और मस्से में कोई दिक्कत नहीं होती है जिससे की मस्से धीमे धीमे सूखना स्टार्ट हो जाते हैं। जोकि बवासीर के मर्ज ठीक होने के लिए सबसे बेहतर संकेत के रूप में माना जाता है। इस टैबलेट को आप बवासीर को ठीक करने के लिए सुबह शाम में ले सकते हैं।
Sidpiles
सिडपिल्स बैद्यनाथ कंपनी द्वारा तैयार की गई पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक दवा है जो कि बवासीर के कारण उत्पन्न हुए मस्से को ठीक करने और मल के रास्ते की सूजन को कम करने का काम करती है जिससे कि मल के रास्ते में सूजन की वजह से हो रहे दर्द और जलन से भी छुटकारा मिलता है इस दवा में मौजूद अर्शोघ्नी वटी,अकीक,पिष्टी,जिमीकंद,नागकेसर,शोधित पिचकारी,आंवला चूर्ण,सोमागैरिक,मिश्री,भावना द्रव्य ऐसी प्राकृतिक औषधियां है
जो कि बवासीर की मदद को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार मानी जाती हैं। इन औषधियों के सेवन से जटिल से जटिल बवासीर का मर्ज भी ठीक होने लग जाता है। इस टेबलेट को आप अपने बवासीर की मर्ज की समस्या अनुसार खुराक के लिए किसी वैध या चिकित्सक से परामर्श कर सकते हैं।
Daflon 500
डेफलॉन 500 टैबलेट मस्सों की सूजन को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक दवा है। जोकी फ्लेवोनॉयड पौधे के द्वारा बनाई गई है। फ्लेवोनॉयड आपके शरीर में एनोरेक्टल नसों में बढ़ रहे केमिकल को रोकने का काम करता है। इस दवा का इस्तेमाल करके आप अपने बवासीर के मर्ज को जड़ से खत्म कर सकते हैं। यह गोली 500 एमजी की आती है।
इसको आप सादे पानी के साथ दिन में एक बार ले सकते हैं और इसके खुराक के बारे में किसी डॉक्टर से भी परामर्श कर सकते हैं। इस दवा पर सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की यह बात है कि इस दवा के सेवन के बाद आप किसी भी प्रकार का धूम्रपान, शराब या फिर किसी कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन नहीं कर सकते हैं नहीं तो इसका विपरीत असर पड़ सकता है।
Doxycycline
डॉक्सीसाइक्लिन टेबलेट प्रकार के एलोपैथिक टेबलेट है जो कि बवासीर के मर्ज में हो रहे ऐनल इंफेक्शन को खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जाती है इसके सेवन से बहुत से की वजह से मल के रास्ते में मस्से के कारण हो रहे सूजन और दर्द को खत्म करने का काम करती है।
इस दवा के सेवन से मल के रास्ते के प्रभावित क्षेत्र इंफेक्शन मुक्त हो जाते हैं जिससे कि मल के रास्ते में इंफेक्शन की वजह से पैदा हुए बैक्टीरिया पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है जिससे की जलन, दर्द, सूजन एकदम से खत्म हो जाता है और मल बहुत आसानी से बाहर निकलता है जिससे कि मस्से में किसी भी प्रकार का रगड़ नहीं लगने पता और घाव नहीं होता जिससे कि मस्से सूखने शुरू हो जाते हैं जो कि बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम बाजार में उपलब्ध है
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Lactulose
लेक्टिलोज एक ऐसी टेबलेट है जो कि किसी भी व्यक्ति के पेट में हो रहे पुराने से पुराने कर्ज को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस दवा के सेवन से आपके लीवर को मजबूती मिलती है जिससे कि लिवर से जुड़ी सारी समस्याएं खत्म हो जाती हैं और खाना बहुत आसानी से पचने लगता है जिससे कि कब्ज भी नहीं होता है और मल बहुत आसानी से बाहर निकलने लगता है जिससे कि बवासीर की समस्या नहीं होती है। इस दवा को खत्म करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह दवा आपके इंटेस्टाइन में फंसे गंदे मल को मुलायम करके बाहर निकालने योग्य बनाती है जिससे कि बाहर निकल जाता है और मलके में किसी प्रकार का भी नहीं होता है जिससे सूखने लगते हैं और बवासीर ठीक हो जाता है।
बवासीर के मस्से सुखाने की क्रीम
बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए ज्यादातर बाहरी दवाओं के रूप में क्रीम का ही उपयोग किया जाता है। क्योंकि क्रीम मस्से को सुखाने के लिए बहुत ही असरकारी मानी जाती है क्योंकि यह मस्से पर जब लगाई जाती है तो प्रभावित क्षेत्र के बैक्टीरिया को खत्म कर देती है जिससे कि प्रभावित क्षेत्र में किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन नहीं रह जाता है और मस्से को सुखाने के लिए इंफेक्शन का खत्म होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है।
जब एक्शन पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है सूखने लगते हैं और मस्सों के सूखने की वजह से ही मल का रास्ता पूरी तरह से खुल जाता है जिससे कि बवासीर के पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है। क्रीम को मस्सों के प्रभाविता में लगाने से त्वचा बहुत मुलायम हो जाती है और मल को बाहर आने के लिए पूरा रास्ता बना देती है।
जिससे कि मल के रास्ते में किसी भी प्रकार का गांव नहीं होता है और बवासीर ठीक होने लग जाता है। मस्से सुखाने की क्रीम में बहुत सारे ऐसे एंटीबायोटिक और एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो कि इंफेक्शन के बैक्टीरिया को जड़ से खत्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होते हैं।
बवासीर के मर्ज में टेबलेट और इंजेक्शन लेने के साथ आप मस्से सुखाने की क्रीम का भी बहुत बड़ा योगदान रहता है। जिससे कि मस्से बहुत ही आसानी से और जल्दी सूख जाते हैं। इसीलिए निम्नलिखित में कुछ ऐसी प्रमुख मस्से सुखाने की क्रीम के बारे में बताया गया है जिनका इस्तेमाल करके आप अपने बवासीर के मस्से की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- एनोवेट क्रीम
- शील्ड रेक्टल
- ट्रोनोलेन हेमराॅयड क्रीम
- रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम
एनोवेट क्रीम
एनोवेट क्रीम एक ऐसी एलोपैथिक क्रीम है जो कि बवासीर मस्से हटाने की क्रीम है। इस क्रीम को मस्से के प्रभावित क्षेत्र में लगाने से मस्से में हो रही बहुत ज्यादा खुजली और दर्द से तुरंत राहत मिलता है। इस दवा में पाए जाने वाले फिनाइलेफ्रिन,बेक्लोमेटासोन और लिडोकेन तत्व बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए और मस्से के प्रभावित क्षेत्र को खत्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी मानी जाती है।
इस क्रीम को आप मस्से को सुखाने के लिए प्रभावित हिस्से को अच्छी तरह से साफ करके दिन में दो बार लगा सकते हैं जिससे कि आपके मस्से में इंफेक्शन खत्म होने लगेगा और आपके मन से कुछ ही दिनों में सूखने शुरू हो जाएंगे जिससे कि आपको बवासीर के मर्ज में बहुत ही ज्यादा राहत देखने को मिल सकती है।
शील्ड रेक्टल
शील्ड रेक्टल एक ऐसी दवा है जो कि बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए सबसे बेहतरीन दवाओं में शुमार है। इस दवा को ज्यादातर बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इस दवा को बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम प्रभावित क्षेत्र में लगाने से मस्से कुछ ही दिनों में सूख जाते हैं जिससे कि बवासीर के मर्ज में बहुत ही आराम देखने को मिल सकता है।
बवासीर के मर्ज में मल के रास्ते में मस्से हो जाने की वजह से बहुत ही ज्यादा खुजली और जलन होने लगती है जिससे कि मल के रास्ते में बहुत ज्यादा घाव हो जाता है और चलने फिरने और उठने बैठने में भी दिक्कत होने लगती है इसीलिए बवासीर के शुरुआती समय में ही मस्से को सुखाने के लिए इस क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे कि आपके पास से प्रभावित क्षेत्र में इंफेक्शन को खत्म करते हुए मस्से को सुखाने का काम किया जा सके।
ट्रोनोलेन हेमराॅयड क्रीम
ट्रोनोलेन हेमरॉयड क्रीम बवासीर में मल के रास्ते में मस्से के कारण हो रहे बहुत ज्यादा दर्द और जलन की समस्या को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इस क्रीम को मल के रास्ते में घाव को ठीक करने और मस्से की इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे कि आपको खुजली और दर्द की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है।
इस क्रीम में मौजूद प्रामॉक्सिन हाइड्रोक्लोराइड,जिंक ऑक्साइड,बीसवैक्स (एपिस मेलिफेरा), सेटेरिल अल्कोहल, सेटिल एस्टर वैक्स, ग्लिसरीन, मेथिलपेराबेन, प्रोपीलपेराबेन, सोडियम लॉरिल सल्फेट बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए बहुत ही प्रभावी तत्व माने जाते हैं। जो की इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए और मस्से को सुखाने के लिए कुछ ही दिनों का समय लेते हैं और मस्से सूखने शुरू हो जाते हैं जिससे कि बवासीर के मर्ज में बहुत ही बेहतर आराम देखने को मिल सकता है।
रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल क्रीम
बवासीर के मस्से सुखाने की क्रीम रेक्टिकेयर ऐनोरेक्टल एक ऐसी क्रीम है जो कि मल के रास्ते में हो रहे इंफेक्शन और जलन और दर्द को ठीक करने के लिए इस्तेमाल की जाती है इस दवा को बवासीर के मस्से को ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है इस क्रीम के इस्तेमाल से आपके मल के रास्ते में हो रहे जलन दर्द और इन्फेक्शन को बहुत जल्द ठीक किया जा सकता है। जोकि बवासीर के मस्से को सूखने नहीं देता है जिससे कि मन करता ही चला जाता है।
और बवासीर उभरने लगता है जिससे कि आपको उठने बैठने में बहुत ज्यादा दिक्कत होने लगती है और आपके पेट में भी बहुत सारी उत्पन्न होने लगती हैं इस समस्या के हो जाने की वजह से आपका खाना पीना भी हो जाता है। इस को मस्से हटाने की क्रीम के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं इस क्रीम को लगाने के लिए आप सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र को गर्म पानी से अच्छी तरह से साफ कर लें जिससे कि प्रभावित क्षेत्र में गंदगी पूरी तरह से साफ हो जाए और यह क्रीम इंफेक्शन को खत्म करते हुए अपना असर दिखा सके।
बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय
बवासीर का मर्ज ऐसा मर्ज होता है जो कि आपको बहुत ही पीड़ा और असहनीय दर्द देने वाला होता है। जिस को ठीक करने के लिए बहुत सारे लोग बहुत सारी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और एलोपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं।यहां तक कि बहुत सारे लोग बहुत सिर के मस्से को हटाने के लिए मस्से हटाने की आयुर्वेदिक क्रीम का भी इस्तेमाल करते हैं जिससे कि मस्से को सुखाने में बहुत ही आराम मिलता है।
इसीलिए मस्से को सुखाने के लिए बहुत सारे ऐसे आयुर्वेदिक और प्राकृतिक घरेलू उपचार के बारे में हम बताने जा रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप बवासीर के मर्ज को बहुत ही आसानी से खत्म कर सकते हैं।बवासीर के मर्ज अगर शुरुआती समय में ही इसके बारे में पता लग जाए तो यह बहुत ही ज्यादा परेशान और पीड़ा देने वाला नहीं होता है क्योंकि इसका तुरंत ही आप इलाज शुरू कर देते हैं लेकिन इसको नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
क्योंकि इसको नजरअंदाज करने से यह आगे बढ़कर बहुत ही ज्यादा पीड़ा देने वाला बन जाता है जिससे कि आपको आगे कैंसर जैसे मर्जी की भी समस्या हो सकती है। अगर इसको शुरुआती समय में ही ना ठीक कर लिया जाए तो इसके लिए ऑपरेशन करने की भी आवश्यकता पड़ सकती है इसीलिए जरूरी है कि ऑपरेशन जैसी कठिन प्रक्रिया से गुजरने से अच्छा है कि आप कुछ घरेलू उपचारों का इस्तेमाल करते हुए और खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करते हुए आप अपने इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं तो ऐसे ही कुछ घरेलू उपचारों के बारे में हम आपको बताते हैं जो कि बवासीर को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी और असरदार साबित हो सकते हैं।
- हल्दी,बकरी का दूध और काला नमक के मिश्रण का इस्तेमाल करना चाहिए।
- वजन कम करने पर ध्यान देना चाहिए ।
- खानपान में नियंत्रण रखना चाहिए ।
- मूली के जूस का सेवन करना चाहिए।
- अरंडी के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- किसमिस के जूस का सेवन करना चाहिए।
- हल्दी पाउडर और नारियल तेल के मिशन का इस्तेमाल
- हल्दी और एलोवेरा जेल के मिश्रण का इस्तेमाल
- देसी घी और हल्दी के मिश्रण का इस्तेमाल
- तोरई के जूस का सेवन करना चाहिए।
- नारियल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- ग्लिसरीन का इस्तेमाल करना चाहिए ।
निष्कर्ष
इस लेख में हम बहुत सारे ऐसे घरेलू उपचारों और आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बता रहे हैं। जो कि बवासीर के मरीज को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार और लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको बवासीर के मस्से हटाने की क्रीम के बारे में भीविस्तार से बताएंगे जिससे कि आप अपने बवासीर के मस्से को बहुत ही आसानी से हटा सकते हैं जो कि आपको बहुत से इसके मर्ज में बहुत ही आराम देने वाला साबित हो सकता है।
इस लेख में कुछ प्रमुख टेबलेट के बारे में भी बताया गया है जो कि बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी दवाएं हैं। इसीलिए आपको अपने बवासीर के मर्ज को ठीक करने के लिए इस लेख में बताई गई सारी आयुर्वेदिक, एलोपैथिक और मस्से हटाने की क्रीम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। अगर आप चाहे तो इस लेख में बताई गई दवाओं के खुराक के लिए आप किसी चिकित्सक या वैद्य से परामर्श कर सकते हैं जिससे कि आपको आपकी समस्या अनुसार सही खुराक का पता लग सके और आपका मर्ज जल्द ठीक हो सके।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
प्रश्न:बवासीर में कौन सी क्रीम लगानी चाहिए?
उत्तर-बवासीर के मर्ज में आप एनोवेट क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि आपको बवासीर के मर्ज में मस्से सुखाने के लिए बहुत ही कारगर साबित हो सकती है।
प्रश्न:बवासीर के मस्सों का इलाज कैसे करें?
उत्तर- बवासीर के मस्सों का इलाज करने के लिए आपको सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र को अच्छी तरह से साफ करके उस पर मस्से सुखाने की क्रीम लगानी चाहिए या फिर आप मस्से सुखाने के लिए आयुर्वेदिक और एलोपैथिक टेबलेट का भी सहारा ले सकते हैं।
प्रश्न:बवासीर में कौन सा मलहम लगाना चाहिए?
उत्तर- बवासीर के मर्ज में आप एलोवेरा और हल्दी के मिश्रण से बने मलहम को प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं जिससे कि प्रभावित जगह की सूजन कम हो जाएगी, दर्द और जलन से तुरंत राहत मिलेगा। धीमे धीमे आपके बवासीर के मस्से भी सूखने शुरू हो जाएंगे जो कि बवासीर के मर्ज को ठीक होने के लिए अच्छा संकेत माना जाता है।
Author Profile
- आंचल श्रीवास्तव हमारी ACPP.MD टीम में सीनियर सब एडिटर के रूप में कार्य करती है। इन्होंने लेखन का प्रयोग करते हुए काफी लंबे समय तक अमर उजाला जैसे बहु प्रतिष्ठित अखबार में लेख दिए हैं, तथा उनके हजारों लेख अमर उजाला अखबार में छप चुके हैं। इन्होंने अपने स्वास्थ्य संबंधी लेखन के आधार पर विभिन्न सरकारों को स्वास्थ्य सेवा में बदलाव के लिए प्रेरित किया है। आंचल श्रीवास्तव ने पत्रकारिता के क्षेत्र में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त करके इन्होंने प्रिंट मीडिया तथा डिजिटल मीडिया के हिंदी लेखन में बहुत बड़ा सहयोग किया है।
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