दाद शरीर पर खुजली के कारण होने वाले लाल सफेद घेरे नुमा एक संरचना होती है। यह संरचना शरीर पर फंगस के इंफेक्शन से होती है। फंगस इंफेक्शन गीले कपड़े पहनने से व पहले से प्रभावित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो जाता है, यह इंफेक्शन फंगल इंफेक्शन कहलाता है। आज हम आपको दाद को जड़ से खत्म करने की दवा के बारे में बताएंगे और यह कैसे फैलता है इसकी भी जानकारी दी जाएगी।
दाद में 100% असरदार दवा
दाद शरीर के कोमल अंगों पर अत्यधिक प्रभावी होता है। यह शिंगल्ज वायरस के संक्रमण से होने वाला रोग है। जिसमें प्रभावित अंग पर अत्यधिक खुजली होती है, और कुछ समय बाद वहां पर लाल रंग के घेरे बन जाते हैं। लाल घेरों के कारण इसे रिंग वार्म भी कहते हैं। दाद मुख्यतः ऐसे स्थानों पर होता है, जहां पर नमी बनी रहती है। यह जननांगों, जांघों, बगल, व सर में हो सकता है। दाद खुजली ऐसी होती है, जो बढ़ती है। दाद खुजली उन जगहों पर होती जहां पर पसीना बहुत ज्यादा आता है, और हवा नहीं लगती।
दाद के प्रकार
दाद मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-
- सूखा दाद।
- गीला दाद।
दाद के लक्षण
दाद शरीर पर खुजली के कारण होने वाली एक बीमारी है, जिसके निम्नलिखित लक्षण होते हैं-
- प्रभावित अंग पर अत्यधिक खुजली होती है।
- प्रभावित अंग की त्वचा लाल हो जाती है।
- प्रभावित अंग पर कुछ समय बाद लाल रंग के कुछ गहरे घेरे दिखाई देते हैं।
- प्रभावित अंग पर कुछ समय बाद छोटे छोटे दाने पड़ जाते हैं तथा उनमें पस भर जाती है।
दाद के मुख्य कारण
- शरीर में हमेशा नमी रहने के कारण।
- प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होने के कारण।
- अत्यधिक पसीना आने के कारण ।
- किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण।
- अत्यधिक टाइट कपड़े पहनने के कारण।
दाद को जड़ से खत्म करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय
दाद एक प्रकार का फंगस है, इसको शरीर पर फैलने से रोकने के लिए सबसे पहले शरीर का स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है। यदि हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र या इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है। तो फंगस का असर हमारे शरीर पर अतिशीघ्र होता है, यदि हमारे शरीर पर कहीं भी नमी अधिक देर तक रहती है। तो उस जगह पर फंगस का प्रभाव कुछ समय बाद होने लगता है। यदि हमारा ही इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत है तो फंगस का प्रभाव नहीं होने पाता है। अतः दाद से बचने के लिए हमें फंगस को रोकना होगा इसके लिए हम निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग कर सकते हैं।
- आयुर्वेदिक औषधियां।
- होम्योपैथिक दवाइयां।
- अंग्रेजी दवाइयां व टेबलेट।
- Daad ki cream.
- घरेलु आयुर्वेदिक औषधियां।
आयुर्वेदिक औषधियां
विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि कंपनियों द्वारा दाद की समस्या को ठीक करने के लिए कुछ दवाओं का निर्माण किया गया जो शरीर के त्वचा पर होने वाले दाग की समस्या को ठीक करते हैं। यह दवाइयां पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक होती हैं तथा इसमें विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का प्रयोग किया जाता है। जो प्रकृति में पाए जाने वाले पेड़ पौधों से प्राप्त होती हैं यह दवाइयां निम्नलिखित हैं।
- कायाकल्प वटी
- कायाकल्प तेल
- नीमवटी
- गिलोय घनवटी
- गंधक रसायन
- ज़ालिम लोसन
- साफी
- खादिरारिष्ट
- हरीतिकी खण्ड
कायाकल्प वटी
पतंजलि आयुर्वेद द्वारा विभिन्न प्रकार की दवाओं का निर्माण किया गया है जो विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। कायाकल्प वटी का प्रयोग विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। कायाकल्प वटी में त्वचा के ऊतकों को रिपेयर करने के गुण पाए जाते हैं, जो फंगल इन्फेक्शन को समाप्त करते हैं जिसके कारण त्वचा के ऊपरी भाग में होने वाले एक्शन जैसे दाद आदि से राहत मिलती है। जिन व्यक्तियों में दाद की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से डॉक्टर की सलाह पर कायाकल्प वटी का प्रयोग किया जा सकता है यह दाद जैसी समस्या को जड़ से समाप्त कर देती है।
कायाकल्प तेल
कायाकल्प तेल का निर्माण भी शरीर पर होने वाले फंगल इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में दाद खाज खुजली की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से प्रभावित क्षेत्र में कायाकल्प तेल का प्रयोग करना चाहिए। इस तेल के प्रयोग से फंगल इन्फेक्शन समाप्त हो जाता है तथा त्वचा की ऊपरी परत में होने वाली दाद खाज तथा खुजली समाप्त हो जाती है। जो व्यक्ति कायाकल्प वटी का प्रयोग नहीं कर सकते हैं, या वह टेबलेट का प्रयोग नहीं कर पाते हैं वह व्यक्ति अपने दाद से प्रभावित क्षेत्र का कायाकल्प तेल का प्रयोग कर सकते हैं यह दाद समस्या को जड़ से समाप्त कर देता है।
नीम घनवटी
आयुर्वेदिक औषधियों से युक्त नीम वटी का निर्माण नीम के तेल तथा अन्य आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। जो एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका प्रयोग हम दाद जैसे फंगल इन्फेक्शन कब खत्म करने के लिए करते हैं। जिन व्यक्तियों में दाद खाज खुजली की समस्या होती है जिसके कारण त्वचा की ऊपरी परत कुरूप लगने लगती है। और व्यक्ति खुजली से परेशान रहता है उसके शरीर में प्रभावित क्षेत्र पर जलन तथा चुभन होने लगती है। दाद की इस समस्या को समाप्त करने के लिए नीम वटी का प्रयोग किया जाता है नीम वटी फंगल इंफेक्शन से होने वाले दाद खाज खुजली को जड़ से समाप्त कर देती है।
गिलोय घनवटी
गिलोय प्रकृति में पाया जाने वाला एक पौधा होता है। जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं गिलोय का प्रयोग करने से खून शुद्ध होता है। तथा विभिन्न प्रकार के टॉक्सिक एसिड शरीर से बाहर निकल जाते हैं। गिलोय घनवटी के दैनिक प्रयोग से विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं, क्योंकि यह खून को शुद्ध करता है। जिससे हमारे शरीर में किसी भी प्रकार का इंफेक्शन होने पर आता है। जिन व्यक्तियों को फंगल इंफेक्शन हो जाता है उनको दैनिक रूप से गिलोय घन वटी का प्रयोग करना चाहिए जो रक्त को शुद्ध करके फंगल इन्फेक्शन को दूर करता है। जिससे दाद खाज खुजली की समस्या को जड़ से समाप्त हो जाती है।
गंधक रसायन
गंधक रसायन गंधक को जलाकर बनाए जाने वाला एक बहुत ही बहुमूल्य रसायन है। जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के फंगल इनफेक्शन से बचने के लिए किया जाता है त्वचा की ऊपरी परत में फंगल इन्फेक्शन के कारण दाद जैसे संरचनाएं बन जाती हैं। जिसमें खुजली तथा जलन होती है फंगल इन्फेक्शन को दूर करने के लिए गंधक रसायन का प्रयोग किया जाता है। जो शरीर में होने वाले फंगल इंफेक्शन की वजह से दाद खाज खुजली को दूर कर देता है।
ज़ालिम लोसन
जालिम लोशन खुजली के लिए बनाई गई एक विशेष प्रकार की औषधि है जिसका प्रयोग दाद तथा खुजली को ठीक करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार के फंगल इंफेक्शन के कारण त्वचा की ऊपरी परत में दाद तथा खुजली होने लगती है। जिसके कारण व्यक्ति के शरीर में खुजली तथा जलन की समस्या होने लगती है खुजली तरह जलन की समस्या को ठीक करने के लिए जालिम लोशन का प्रयोग त्वचा की ऊपरी परत में किया जाता है। जिन व्यक्तियों को दाद की समस्या होती है तथा दाद की समस्या के कारण खुजली से भी परेशान रहते हैं उनको दैनिक रूप से प्रभावित क्षेत्र का जालिम लोशन को मरहम की तरह लगाना चाहिए जिससे उनके त्वचा पर होने वाले दाद खाज खुजली समाप्त हो जाते हैं।
साफी
साफी एक आयुर्वेदिक सिरप होती है जिसका प्रयोग खून को प्यूरिफाई करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में खून में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं। जिनके कारण हमको विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग हो जाते हैं। तथा शरीर में अशुद्ध खून होने के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण त्वचा की ऊपरी परत में होने वाले फंगल इंफेक्शन से शरीर लड़ नहीं पाता है।
जिसके कारण व्यक्तियों की ऊपरी त्वचा की परत में दाद जैसी समस्याएं होने लगती हैं इन समस्याओं को दूर करने के लिए खून का शुद्ध होना अति आवश्यक होता है। खून को शुद्ध करने के लिए दैनिक रूप से साफी सिरप का प्रयोग करना चाहिए। जो हमारे शरीर में खून को शुद्ध करके शरीर के विभिन्न प्रकार के रोगों को दूर करती है जिससे हमारे शरीर के ऊपरी परत में या त्वचा पर होने वाले दाद खाज खुजली की समस्या समाप्त हो जाती है।
खादिरारिष्ट
खदिरारिष्ट एक आयुर्वेदिक सिर्फ है जिसका प्रयोग शरीर में खून की शुद्धता को बनाए रखने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों के शरीर में खून की कमी या फिर कौन में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं जिनके कारण उनको विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग होने लगते हैं। जिसमें दाद खाज खुजली की समस्या बहुत अधिक परेशान करने वाली होती है इसको दूर करने के लिए वैद्यनाथ आयुर्वेद द्वारा निर्मित खदिरारिष्ट का प्रयोग किया जाता है।
जो दाद की समस्या को जड़ से समाप्त कर देता है हरीतिकी खण्डबैद्यनाथ कंपनी द्वारा निर्मित हरीतकी खंड का प्रयोग विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग को ठीक करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों के शरीर में फंगल इंफेक्शन के कारण लिया के खून की खराबी के कारण विभिन्न प्रकार की त्वचा रोग हो जाते हैं। जिनमें दाद खाज खुजली की समस्या अधिक होती है दाद खाज खुजली की समस्या को ठीक करने के लिए दैनिक रूप से हरीतकी खंड का प्रयोग करना चाहिए।
दाद को जड़ से खत्म करने की दवा cream
बाजार में दाद खाज खुजली को खत्म करने की बहुत सारी Daad ki cream उपलब्ध है। जिनमें से कुछ उपयोगी व अधिक कारगर भयंकर दाद खाज की दवा Cream निम्नलिखित हैं, जिनका प्रयोग करके आप दाद की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। ये Daad ki cream बाजार मे आसानी से उपलब्ध हैं।
- पीलेक्स फोर्टो Felix photo
- फंगी क्रॉस क्रीम Fungi cross cream
- हिमालय एंटीसेप्टिक Himalaya antiseptic
- लुलीगी क्रीम Luigi cream
- सिपलाडिन Cipladine
- क्लीन एंड ड्राई क्रीम Clean and dry cream
- डर्मिफोर्ड क्रीम Dermiford cream
- किस्किन स्किन एंड इनफेक्शन केयर क्रीम Skin and infection care cream
दाद को जड़ से खत्म करने की दवा
दाद एक वायरल व फंगल इंफेक्शन है। दाद को खत्म करने के लिए कुछ एंटीवायरल व एंटीफंगल टेबलेट के नाम दिए गए हैं, यह शरीर में हर्पीज़ वायरस की वृद्धि और फैलाव को धीमा करती है। इससे हर्पीज का संक्रमण रुकता है, और इससे इन्फेक्शन दूसरों तक जाने से रुकेगा।
- क्लोट्रिमाजोल (Clotrimazole)
- इकोनाजोल (Econazole)
- माइकोनाजोल (Miconazole)
- टर्बिनाफिन (Terbinafine)
- फ्लुकोनाजोल (Fluconazole)
- कीटोकोनाजोल (Ketoconazole)
- एंफोटेरिसिन (Amphotericin)
उपर्युक्त Daad khaj khujali ki dava के प्रयोग से पहले अपने डॉक्टर से मिले वह किस प्रकार का फंगल है। इसकी जानकारी दें डॉक्टर आपको जो दवा खाने की सलाह दें उस दाद की दवा का प्रयोग करें, बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दाद की टेबलेट ना लें।
दाद की होम्योपैथिक दवा
कुछ होम्योपैथिक भयंकर दाद खाज की दवा का प्रयोग करके दाद खाज खुजली को जड़ से खत्म किया जा सकता है। यह होम्योपैथिक दवाइयां आप अपने डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं ये कुछ होम्योपैथिक दवाओं की दाद रोग निदान में महत्व पूर्ण भूमिका है।
- आर्सेनिक एल्बम
- दुल्कामारा
- नेट्रम म्यूरीएटिकम
- सोरीनम
- सीपिया
- सल्फर
घरेलु आयुर्वेदिक औषधियां
भारतीय चिकित्सा में आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण योगदान है। भारतीय चिकित्सा आयुर्वेदिक विधि से विभिन्न पदार्थों द्वारा जिनमें आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं, विभिन्न बीमारियों का इलाज करता आ रहा है, अतः आज हम आयुर्वेदिक विधि से दाद को जड़ से खत्म करने की दवा के बारे में जानेंगे।
त्रिफला
त्रिफला आंवला, हरण, व बहेड़ा का मिश्रण होता है इसमें आंवला, हरड़, बहेड़ा सामान्य मात्रा में मिले होते हैं। इन तीनों को पीसकर एक चूर्ण बनाया जाता है, जिसे त्रिफला चूर्ण कहा जाता है। त्रिफला चूर्ण से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत हो जाता है, जिससे शरीर पर किसी फंगस का प्रभाव नहीं होता है इसके नियमित सेवन से दाद को जड़ से खत्म किया जा सकता है। त्रिफला चूर्ण बाजार में विभिन्न ब्रांड का पैकेट उपलब्ध है।
हल्दी
हल्दी में आयुर्वेदिक के औषधीय गुणों का भंडार होता है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल दोनों गुण पाए जाते हैं। हल्दी इम्यूनिटी सिस्टम को भी स्ट्रांग बनाता है। त्वचा पर दाद से बचने के लिए हल्दी के पाउडर को सरसों या बादाम के तेल या चंदन के तेल में मिलाकर लगाने से दाद समाप्त हो जाता है। और त्वचा पहले जैसी हो जाती है। दाद से बचने के लिए हल्दी का प्रयोग करना चाहिए। हल्दी का प्रयोग हम रात को सोते समय दूध के साथ भी कर सकते हैं इससे शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है।
सेब का सिरका
सेब के सिरके में भी एंटीफंगल गुड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। सेब के सिरके द्वारा दाद को ठीक किया जा सकता है। सेब के सिरके को कॉटन से प्रभावित अंग पर लगाने से दाद बहुत जल्दी ठीक हो जाता है। सेब के सिरके का प्रयोग दाद से प्रभावित अंग पर दिन में तीन से चार बार करना चाहिए।
नींबू
नींबू में अम्लीय गुण होते हैं। अम्लीय गुण होने के कारण नींबू शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है। नींबू के रस के प्रयोग से दाद जैसी फंगल इंफेक्शन से होने वाली बीमारी से बचा जा सकता है। दाद से बचने के लिए नींबू को प्रभावित स्थान को थोड़ा सा खुजला, उसमें नींबू का रस लगाएं यह प्रक्रिया दिन में तीन से चार बार दो रानी चाहिए जिससे दाद अतिशीघ्र समाप्त हो जाता है। दाद से बचने के लिए नींबू का प्रयोग खाने में भी किया जा सकता है।
नीम के पत्ते व नीम तेल
नीम के पत्ते तथा नीम का तेल दोनों ही दाद के इलाज में प्रयोग किए जाने वाले आयुर्वेदिक औषधीय गुणों से भरपूर होता है। नीम का तेल नीम के पेड़ के फलों के बीज से तैयार किया जाता है, जो एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल वह एंटीसेप्टिक होता है। इसका उपयोग करने के लिए प्रभावित स्थान पर तेल का लेप लगाया जाता है। प्रभावित स्थान को थोड़ा सा खुजली करके तेल लगाने से अति शीघ्र लाभ होता है। यदि तेल उपलब्ध ना हो तो नीम के हरे पत्तों को पीस कर प्रभावित स्थान पर उसके पेस्ट का प्रयोग कर सकते हैं, यह भी तेल जितना ही असरदार होता है।
अजवाइन
अजवाइन दाद के लिए बहुत ही उपयोगीआयुर्वेदिक औषधि है। अजवाइन के प्रयोग से दाद को अतिशीघ्र खत्म किया जा सकता है। अजवाइन में एंटीफंगल व एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। अजवाइन इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाता है। अजवाइन के प्रयोग के लिए अजवाइन को पानी में भिगो लें और उस पानी से प्रभावित क्षेत्र को धो लें तथा भीगे हुए अजवाइन को पीसकर एक लेप बना लें और उसका प्रयोग प्रभावित क्षेत्र पर करें दाद की समस्या अति शीघ्र समाप्त हो जाएगी अजवाइन अति प्रभावकारी दाद की दवा है ।
गिलोय रस
जैसा कि हम जानते हैं, कि दाद की बीमारी पित्त की वृद्धि के कारण होती है, तथा रक्त में धातुओं की वृद्धि हो जाने के कारण होती है। गिलोय रस का नियमित सेवन करने से लिवर फंक्शन सही हो जाता है, जिससे पित्त की मात्रा संतुलित हो जाती है तथा रक्त मैं उपस्थित धातुओं की मात्रा सामान्य हो जाती है। रोगी को गिलोय रस का प्रयोग सुबह शाम नियमित रूप से करना चाहिए। गिलोय रक्त को शुद्ध करके दाद एवं चर्म रोग को समाप्त कर देता है। गिलोय के पौधे से रस निकाल कर उस को प्रभावित स्थान पर लगाने से दाद की समस्या अति शीघ्र से समाप्त हो जाती है।
नारियल तेल
नारियल के तेल का प्रयोग आयुर्वेद में वर्षों से औषधियों के लिए किया जाता रहा है। नारियल तेल का प्रयोग स्किन से लेकर अन्य अनेक बीमारियों में भी प्रयोग किया जाता है। नारियल के तेल में माइक्रोबीएल व एंटीफंगल तथा एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जिसे दाद से प्रभावित क्षेत्र पर नारियल का तेल प्रतिदिन लगाने से दाद बहुत जल्दी ठीक हो जाता है। दाद की खुजली को जड़ से इलाज से इलाज के लिए नारियल तेल का प्रयोग करते हैं।
अन्य दाद की आयुर्वेदिक दवाइयां
यदि आप दाद को जड़ से खत्म करने की दवा Cream का उपयोग करते-करते हैं थक गए हैं, और आपको दाद से कोई भी फायदा नहीं मिल रहा है, तो आप निम्नलिखित आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग अपने डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं। इनका शरीर पर कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है यह दवाइयां बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं।
- किशोर गूगल वटी
- आरोग्य वर्धिनी रस वटी
- अविपत्तिकर रस वटी
- मंजिस्ठा वटी
- पंचनिम्ब वटी
- गोखरू घन वटी
- वासा घन वटी
- त्रिफला गूगल
- वासादी वटी
- असन्दी घन वटी
- स्किन केप
दाद में परहेज या सावधानियां
- भोजन में ज्यादा लवण, खट्टे, तीखे पदार्थो का सेवन कम करें।
- दाद से बचने के लिए त्वचा को शुष्क रखें।
- यदि दाद का इंफेक्शन हो जाए तो दही का प्रयोग ना करें।
- ज्यादा टाइट कपड़े ना पहने।
- ज्यादा मसालेदार भोज पदार्थों का सेवन ना करें।
- पर्याप्त नींद लें व सुबह जल्दी उठे।
- इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत रखने वाले भोज पदार्थों का सेवन करें।
- दाद से प्रभावित क्षेत्र के संपर्क में ना आएं।
दाद एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है, जो नमी या विभिन्न प्रकार के भोज पदार्थों की कमी के कारण शरीर की त्वचा पर उत्पन्न होने वाला एक प्रकार का रोग है। उपर्युक्त लेख में दाद को जड़ से खत्म करने की दवा व सावधानियों का वर्णन किया गया है। यदि आप अपने डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से इन दवाओं तथा सावधानियों का उपयोग करते हैं तो निश्चित रूप से आप दाद जैसे भयानक स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा पा सकते हैं। उपर्युक्त लेख में पुराने से पुराने दाद की दवा बताइए गए हैं जिनका प्रयोग करके आप अपनी त्वचा को सुरक्षित कर सकते हैं।
लोगों द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्न
दाद को जड़ से मिटाने के लिए क्या करें?
उपरोक्त लेख में विभिन् प्रकार के दाद को मिटाने की दवाइयों का वर्णन किया गया है। जिनके अध्ययन के पश्चात आप प्रयोग करेंगे तो आपके दाद की समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी दांत समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक एलोपैथिक तथा पतंजलि किया गया है। जिनके प्रयोग से आप अपनी समस्या को जड़ से समाप्त कर सकते हैं। इनमें से कुछ दवाइयां जैसे क्लोट्रिमाजोल (Clotrimazole), इकोनाजोल (Econazole), माइकोनाजोल (Miconazole) आदि का प्रयोग करके दाद की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
दाद के लिए सबसे अच्छी क्रीम कौन सी है?
दाद की समस्या को समाप्त करने के लिए उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार की क्रियाओं का वर्णन किया गया है। जिनके प्रयोग से आप अपने दाद की समस्या को जड़ से समाप्त कर सकते हैं प्रत्येक शारीरिक संरचना के अनुसार दाद के लिए अलग-अलग क्रीमें होती हैं। यदि आप अपने डॉक्टर के परामर्श के अनुसार क्रीम का प्रयोग करेंगे तो निश्चित रूप से ही आप अपने दाद की समस्या को समाप्त कर सकते हैं वैसे तो सभी प्रकार की क्रीम दाद के लिए अच्छी होती हैं।
दाद की असली दवा क्या है?
दाद की समस्या को समाप्त करने के लिए नीम की पत्तियों को पानी में गर्म करके उसे पानी से दाद को धुल कर उपरोक्त लेख में बताए गए विभिन्न प्रकार के दवाओं का प्रयोग करके आप अपने दाद की समस्या को जड़ से समाप्त कर सकते हैं। उपरोक्त लेख में दाद के लिए विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक एलोपैथिक तथा पतंजलि दवाओं का वर्णन किया गया है। जिनके प्रयोग से होने वाली दाद से समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
Author Profile
- संभव शर्मा ने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय इलाहबाद से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, तथा बैसवारा महाविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। बैसवारा महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के पश्चात संभव शर्मा ने विभिन्न प्रकार की वेबसाइट तथा ब्लॉग में लेखन का कार्य किया है, तथा विभिन्न प्रकार के पत्रिकाओं तथा हुए पोर्टल पर चीफ एडिटर का कार्य भी किया है, तथा पिछले 5 सालों से इन्होंने ACPP.MD वेबसाइट के लिए मुख्य एडिटर के रूप में कार्य किया है, जिन का योगदान इस वेबसाइट के लिए महनीय है। इनके द्वारा एडिट किए गए सभी प्रकार के लेख लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित हुए हैं।
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