दांत के दर्द को आयुर्वेदिक भाषा में दंत उसूल भी कहा जाता है जो कि आजकल बहुत से लोगों में बहुत आम समस्या के रूप में मौजूद है दांत के दर्द बहुत ही भयानक पीड़ादायक होता है इसका सह पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है दांत के दर्द के बहुत से प्रकार है जिसके कई कारण हो सकते हैं इसलिए दांत के दर्द को ठीक करने के लिए सबसे पहले आपको उनके कारणों के बारे में जाना होगा तभी आप उसके इलाज तक पहुंच पाएंगे दांत के दर्द के इलाज के लिए अधिकतर लोग आयुर्वेदिक दवा का ही चयन करते हैं क्योंकि आयुर्वेदिक दवाओं का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और यह दांत के दर्द को जड़ से खत्म करने का काम करती है आयुर्वेद में दर्द को ठीक करने के लिए जड़ी बूटियां, औषधियां और दांत के दर्द का रामबाण इलाज उपलब्ध है|
जोकि आपके दांत के दर्द को ठीक करने के लिए एकदम प्रभावशाली और लाभकारी साबित होंगे। आमतौर पर जब दातों में किसी भी प्रकार की सड़न हो जाती है तब दांतों में दर्द शुरू होता है।
दांत में है दर्द तो अपनाएं ये रामबाण आयुर्वेदिक औषधियां
दांतों का दर्द दातों में गंदगी इकट्ठा हो जाने के कारण भी हो सकता है क्योंकि सरल और गंदगी होने से आपके दातों में ऐसे खतरनाक बैक्टीरिया फैल जाते हैं जो कि दांतों की जड़ में हमला करते हैं जिससे दातों में दर्द शुरू हो जाता है साइनसाइटिस भी दांतो के दर्द के लिए मुख कारणों में से एक है क्योंकि जब भी आप कोई ठंडी या गर्म चीज खाते हैं तो दांतों में दर्द शुरू हो जाता है और मसूड़ों से खून भी निकलने लगता है
जो कि इस बात को दर्शाता है कि आपके दांतों की जड़ में किसी ना किसी प्रकार का संक्रमण है तो ऐसे लक्षणों को देखकर आपको सबसे पहले दांतों के इलाज के लिए किसी आयुर्वेदिक या एलोपैथिक दवा का इस्तेमाल करना चाहिए अगर आपके दांतो के दर्द इन दवाओं से भी ना ठीक हो तो आप किसी चिकित्सक का भी सहारा ले सकते हैं|
दातों के दर्द के मुख्य कारण
दातों का दर्द किसी भी व्यक्ति के अंदर बहुत ही साधारण से दर्द के रूप में देखा जाता है लेकिन कभी-कभी दातों का दर्द व्यक्ति को इतना पीड़ादायक हो जाता है कि वह बहुत ही ज्यादा परेशान कर देता है और इंसान के शहर से बाहर भी हो जाता है दांतों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं दांतो के दर्द की वजह से आपको और भी बहुत से दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि मुंह से ही आदमी खाता है और बोलता है इसलिए दांतो के दर्द से आपका खाना और बोलना भी बहुत ही ज्यादा प्रभावित होता है दांतो के दर्द की वजह से ही कभी-कभी कान और सिर में भी दर्द होना शुरू हो जाता है और चेहरे पर सूजन भी आ जाती है
इसलिए इसके प्रमुख कारणों के बारे में जानना अति आवश्यक है क्योंकि जब तक आप इसके कारणों को नहीं जानेंगे तब तक आप इसके इलाज और प्रमुख दवाओं के बारे में भी जानकारी इकट्ठा नहीं कर पाएंगे इसलिए सबसे पहले के लिए जिम्मेदार कारणों के बारे में आपको जानना चाहिए| जिससे आप उसके सही इलाज और दांत दर्द की दवा में जान पाएंगे। इसीलिए निम्नलिखित में हम कुछ प्रमुख कार्यों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं जिससे आप दांतों के दर्द के होने की वजह को जान सकते हैं।
- दातों की बाहरी परत का कमजोर होना
- दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण होना
- अक्ल दांढ़ का निकलना
- दातों में फ्रैक्चर आना
- मसूड़ों में संक्रमण होना
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दातों की बाहरी परत का कमजोर होना
बहुत से लोगों में दांतो की बाहरी परत के कमजोर होने की समस्या सामने आती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब आप बहुत ही अधिक मात्रा में ऐसे भोजन का सेवन कर लेते हैं जिसमें बहुत ही ज्यादा मात्रा में अम्ल पाया जाता है या फिर दातों में किसी भी प्रकार का टूट-फूट हो जाने के कारण परत कमजोर पड़ जाती है जिससे कि दांतों का बाहरी भाग दिखने लगता है|जो कि बहुत ही नाजुक होता है और कुछ भी खाने पर उसमें दर्द शुरू हो जाता है।
दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण होना
दातों में अक्सर संक्रमण तभी फैलता है जब उसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या कैविटी या फिर चोट लगती है या फिर इसके आसपास के मसूड़ों में किसी भी प्रकार का फोड़ा हो जाता है तब भी दातों का संक्रमण फैलने लगता है और उसमें पर बनने लगता है जिससे कि दांत में बहुत ही ज्यादा दर्द बना रहता है।
अक्ल दांढ़ का निकलना
किसी भी बात के पीछे जब दूसरा दांत निकलने लगता है तब उसे अक्ल दाढ़ कहा जाता है इसके निकलते समय मसूड़ों में बहुत ही कम जगह होने के कारण उस में खिंचाव पैदा होता है जिस कारण दांतों में दर्द होना शुरू हो जाता है|
दातों में फ्रैक्चर आना
बहुत से लोगों में दांतो के किट-किटाने या फिर दांत पीसने की आदत होती है ज्यादातर लोगों में या आदत बचपन से ही आ जाते हैं और उनके लगातार रात को पीसने और किट-किटाने की वजह है उनके दातों में दरार आ जाती है जिसको हम दातों का फ्रैक्चर भी कहते हैं इस वजह से भी दांतों में दर्द आ सकता है।
मसूड़ों में संक्रमण होना
मसूड़ों में संक्रमण होने का सबसे प्रमुख कारण यह है कि जब हम कुछ भी खाते हैं तो वह हमारे दांत और मसूड़ों के बीच में खाली जगह में फंस जाता है और वह बहुत दिनों तक बाहर नहीं निकलता जिसकी वजह से उसमें सड़न पैदा होने लगती है और मसूड़ों में संक्रमण फैलने लगता है जिससे कि मुंह में और दातों में हल्का दर्द बना रहता है मसूड़े लाल रहते हैं और उसमें से खून भी निकलता रहता है इस कारण से भी आपके दांत में दर्द हो सकता है|
दांतो के दर्द से बचने के प्रमुख उपाय
अगर हम दोनों में होने वाले दर्द से बचने के लिए उसका नियमित रूप से देखभाल और कुछ बचाव करने के तरीकों को करने के तरीकों को अपनाने तो दातों के दर्द से निजात पा सकते हैं क्योंकि दांतो के दर्द आपके दैनिक खानपान और कार्यों में असंतुलन की वजह से ही होते हैं इसलिए ऐसे असंतुलित खान-पान और तरीकों को त्याग कर हम दांतो के दर्द से बच सकते हैं। निम्नलिखित में कुछ प्रमुख दातों से बचने के उपाय बताए गए हैं| जिन पर अमल करते हुए आप अपने दांतो के दर्द से निजात पा सकते हैं।
- दांतो की सफाई रखना
- दातों में फंसे हुए भोजन को निकालना
- दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण
- धूम्रपान ना करना
- दांतो के दर्द की आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करना
दांतो की सफाई रखना
आपको दांतो के दर्द से बचने के लिए दांतो की साफ सफाई रखनी पड़ती है क्योंकि दांत बहुत ही नाजुक और महत्वपूर्ण होते हैं अक्सर जब बहुत है कठोर चीज को खाते हैं तो उसके कुछ टुकड़े हमारी बातों में फस जाते हैं या फिर मसूड़ों में छुप जाते हैं जो कि दांतों के दर्द का कारण बनते हैं इसलिए ऐसा होने पर तुरंत ही फंसे हुए टुकड़े को बाहर निकाल देना चाहिए जिससे आप दांतो के दर्द से बच सकते हैं|
दातों में फंसे हुए भोजन को निकालना
अक्सर देखा जाता है कि बहुत से लोगों में दांतों के बीच में बहुत ज्यादा जगह होने के कारण खाना खाने के दौरान उनके दातों में खाना फस जाता है और वाह धीमे-धीमे सड़ना शुरू हो जाता है जोकि दातों के दर्द का कारण माना जाता है इसीलिए खाना खाने के बाद दातों में फंसे हुए भोजन को तुरंत साफ कर देना चाहिए या फिर मंजन कर लेना चाहिए जिससे कि आपके दांत मारते हुए भोजन बाहर निकल जाते है।
दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण
दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण हो जाता है तो दांतों में दर्द बना रहता है इसीलिए दातों के संक्रमण से बचने के लिए आपको फ्लोराइड का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि फ्लोराइड को दातों की कैविटी को खत्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। हम फ्लोराइड की मात्रा को प्राप्त करने के लिए कुछ सब्जियों और जलापूर्ति के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि बहुत सी सब्जियों में फ्लोराइड की मात्रा पाई जाती है और जल में भी फ्लोराइड की मात्रा पाई जाती है जो कि हमारे दांतो के संक्रमण को खत्म करने का काम करता है अगर आपको फ्लोराइड की ज्यादा मात्रा का सेवन करना है तो आप फ्लोराइड टेबलेट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
धूम्रपान ना करना
धूम्रपान करने से आपके दातों में बहुत सारे संक्रमण होने के डर रहते हैं जो कि आपके दातों के दर्द का प्रमुख कारण है इसलिए आपको दांतों के दर्द से बचने के लिए धूम्रपान का त्याग करना पड़ेगा| धूम्रपान आपके मुंह में और भी दिक्कतों को जन्म दे सकते हैं जिससे कि आपके दांत और मसूड़े संक्रमित हो सकते हैं।
दांतो के दर्द की आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करना
दांतो के दर्द से बचने के लिए हम बहुत सारे ऐसे आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें बहुत से गुणकारी और लाभकारी तत्व पाए जाते हैं जो कि हमारे दांतो को दर्द को तुरंत हरने का काम करते हैं| इसलिए हम ऐसे ही बहुत आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं जोकि आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों और प्राकृतिक औषधियों से निर्मित है। इन दवाओं के इस्तेमाल से हम अपने दांत के दर्द को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
दांत के दर्द की आयुर्वेदिक दवा
दांतो के दर्द के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल करना बहुत ही लाभकारी हो सकता है क्योंकि आयुर्वेदिक दवाएं बहुत सारी प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधियों और जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बनी होती है जो कि आपके दांतों के दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी होती है और इसका किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है आयुर्वेदिक दवाइयां दांतो और मसूड़ों के संक्रमण को जड़ से खत्म करने का काम करते हैं जिससे की दांतों में होने वाली अन्य किसी समस्या से भी निपटने में बहुत ही कारगर होती है।
क्योंकि दांतो के दर्द के लिए बहुत से लोग एलोपैथिक दवाओं का भी इस्तेमाल करते हैं जिसका उनके अंदर किसी न किसी प्रकार का दुष्प्रभाव भी पड़ता है। जिस कारण वे एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल से हिचकते हैं और आयुर्वेदिक दोनों के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। इसीलिए आज हम आपको कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे जो कि दांतों के दर्द को जड़ से खत्म करने के लिए अत्यंत लाभकारी और उपयोगी है।
- दशन संस्कार चूर्ण (dant dard ki dawa)
- खदिरादि वटी
- चित्रकादि वटी
- यौवन चूर्ण
- त्रिफला चूर्ण
दशन संस्कार चूर्ण
दशन संस्कार चूर्ण आपके दातों के दर्द को दूर करने के लिए बेहद ही लाभकारी आयुर्वेदिक दवा है जो कि सूंथी,हरीतकी,मुस्ता,कपूर,मारीच और लौंग की मिश्रण से बनी हुई है। इसको आप दातों में पाउडर के रूप में मिल सकते हैं जोकि कुछ ही देर तक मुंह में रखना होता है उसके बाद खूब देना होता है। दांतो और मुख से संबंधित रोग से निजात के लिए इस चूर्ण का इस्तेमाल किया जाता है इस शोरूम में पाए जाने वाले क्लोरहेक्सिडीन दांतो के दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार तत्व माना जाता है| इस दवा को आप सुबह सो के उठने के बाद और रात में सोने से पहले दातों में लगा सकते हैं।
खदिरादि वटी
खदिरादि वटी दांतो के दर्द को और मसूड़ों की सूजन को कम करने के लिए बहुत ही असरदार दवा है जोकि पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक औषधियों से बनी हुई है। इस दवा को खदिरा, खैर, लाल गेरू, चंदन, यष्टिमधु, पीली वाइन, त्रिफला, जायफल, लॉन्ग, कपूर जैसी आयुर्वेदिक औषधि और खाद्य पदार्थों के मिश्रण से तैयार किया गया है। इस दवा के इस्तेमाल करने के कुछ ही मिनटों में आपके दातों का दर्द ठीक होने लगता है। इस दवा को आप शहद के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है या फिर इसको गुनगुने पानी में मिलाकर कुल्ला भी कर सकते हैं।
चित्रकादि वटी
यह दवा आपके दांतों के दर्द को जड़ से खत्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी दवा है क्योंकि इसमें बहुत से गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जोकि आपके दातों का दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार होते हैं। इस दवा के इस्तेमाल से आपके दातों से निकलने वाले खून और पस से भी निजात मिलता है| जिससे दातों में संक्रमा पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है और दांतो के दर्द में राहत मिलती है इस दवा को जाति पत्र, अजमोद,सोंठ,पुनर्नवा,मुस्ता,हरीतकी,झिंटीपत्र,वच,तिल के बीज के मिश्रण से तैयार किया गया है।
यौवन चूर्ण
दांत दर्द की दवाई यौवन चूर्ण को दातों में आ रही बदबू को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि दातों में से बदबू तभी आती है जब दातों में किसी भी प्रकार का संक्रमण या रोग रहता है। जिससे दांतों में दर्द और बदबू लगातार बनी रहती है। इसलिए ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए इस दवा का इस्तेमाल करना चाहिए। इस दवा को अजवाइन, हरीतकी,हिंगु, सेंधव लवण, काला नमक के मिश्रण से तैयार किया गया है। यह सभी तत्व दांतो से संबंधित रोग को खत्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी तत्व माने जाते हैं।
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला चूर्ण एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है जो कि दांतो के दर्द को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है इस चूर्ण को आंवला,बहेड़ा और हरड़ के मिश्रण से तैयार किया गया है। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर कुल्ला करने से दांतो के दर्द से तुरंत निजात मिल जाता है। क्योंकि इस चूर्ण में बहुत से ऐसे गुणकारी तत्व पाए जाते हैं जो कि दांतों के दर्द को खींचने के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। त्रिफला चूर्ण से बढ़े हुए पेट को भी कम किया जा सकता है। यह आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करके पेट कम करने का काम करता है।
दांतों के दर्द के निवारण के लिए अंग्रेजी दवा
दांतो के दर्द के तुरंत निवारण के लिए अंग्रेजी दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए जो कि दांतो से संबंधित किसी भी रोग के तुरंत निवारण के लिए बहुत ही लाभकारी दवाएं मानी जाती है। क्योंकि इस दवाओं के सेवन से कुछ मिनटों में दांतो के दर्द और दातों से संबंधित समस्या शांत हो जाती हैं बहुत से लोगों में दांतों का दर्द इतना तेज होने लगता है जो कि सहन से बाहर हो जाता है तब ऐसी दवाओं का इस्तेमाल करना पड़ता है इसलिए हमें Dant dard ka dava के बारे में भी जानने की आवश्यकता है|
- Oxalgin dp
- Acetaminophen
- Aspirin
- Ibuprofen
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Oxalgin dp
इस दवा को भी दांतो के दर्द के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि यह भी एक प्रकार के दर्द निवारक दवा है जो कि खाने के साथ खाई जाती है जिससे कि आपके पेट में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है दांतो के दर्द के लिए आप इस दवा को किसी भी समय ले सकते हैं इस दवा का बहुत ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए या फिर इस दवा के ज्यादा इस्तेमाल के लिए आपको किसी चिकित्सक से परामर्श कर लेना चाहिए।
Acetaminophen
इस दवा को दांतो के दर्द से तुरंत आराम पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह एक प्रकार की एलोपैथिक दवा है। इस दवा को दर्द निवारक दवा के रूप में भी जाना जाता है जो कि बहुत से ऐसे ड्रग्स को मिलाकर बने हुए हैं जिससे दांतो के दर्द में तुरंत राहत मिल जाती है| इस दवा को किसी भी व्यस्क को 1000 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इसके विपरीत परिणाम भी पड़ सकते हैं या फिर आपके खुराक के बारे में किसी चिकित्सक से भी परामर्श कर सकते हैं|
Aspirin
यह दवा एक प्रकार की एलोपैथिक दवा है जो कि माइनर दर्द के लिए इस्तेमाल की जाती है इस दबाव को आप दांतों के दर्द के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि इसमें बहुत से एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो कि हमारे दांतो के दर्द को तुरंत दूर करने के लिए बहुत ही सहायक होते हैं इस दवा का नियमित इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि आप इसके आदि हो जाएंगे तो यह दवा आपके ऊपर काम करना बंद कर सकती हैं इसलिए इस दवा का तभी इस्तेमाल करना चाहिए जब आपके दातों में बहुत ही ज्यादा दर्द हो रहा हो|
Ibuprofen
इस दवा को आप मसूड़ों के दर्द और दांत के दर्द के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यह दवा भी दर्द निवारक दवा है। इस दवा में भी बहुत से ऐसे एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो कि आपके दांतो के दर्द को ठीक करने के लिए बहुत ही लाभकारी और असरदार होते हैं इस दवा के सेवल से आपके दांतो के दर्द की वजह से मसूड़ों की सूजन और चेहरे की सूजन में भी राहत मिलता है। इस दवा की खुराक के लिए आप किसी चिकित्सक से भी परामर्श कर सकते हैं।
दांत दर्द के घरेलू उपाय
दांतो के दर्द के निवारण के लिए आप बहुत से ऐसे घरेलू उपायों और खाद पदार्थों का इस्तेमाल करके दांतो के दर्द को ठीक कर सकते हैं जो कि आपको आपके घर में मिल सकते हैं दांतों को स्वस्थ रखना बहुत है मुश्किल काम होता है क्योंकि ऐसा बहुत कम ही लोग कर पाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग अपने खान-पान पर नियंत्रण रख पाते उनके दांतों में समस्या होने लगती है और वह दिन के दिन बढ़ती जाती है जिससे उनको आगे दातों में संक्रमण और मसूड़े में सूजन की भी समस्या होने लगती है।
इन सभी समस्याओं के होने से आपके दांतों से खून निकलने लगता है जोकि दातों के संक्रमण और फैलाता है इन सभी समस्याओं से निजात के लिए आप घरेलू उपाय और प्राकृतिक खाद पदार्थों का इस्तेमाल कर सकते हैं इसलिए नीचे कुछ खाद्य पदार्थों और प्राकृतिक उपायों के बारे में विस्तार से बताया गया है जिनका इस्तेमाल करके आप अपने दांतों की समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- पानी और सेंधा नमक के घोल का कुल्ला करना
- हींग और नींबू का पेस्ट लगाना
- प्याज का सेवन करना
- लौन्ग का तेल लगाना
- लहसुन का पेस्ट लगाना
पानी और सेंधा नमक के घोल का कुल्ला करना
सेंधा नमक को Dant dard ka desi ilaj के रूप में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसमें बहुत सारे ऐसे गुण पाए जाते हैं जो कि दातों के बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करते हैं सेंधा नमक और पानी के घोल से कुल्ला करने से आपके दातों का दर्द ठीक हो जाता है क्योंकि आपके दातों के चारों तरफ जमी हुई बैक्टीरिया पूर्ण रूप से खत्म हो जाते हैं जिस कारण आपके दातों में संक्रमण कम हो जाता है और दर्द से निजात मिल जाता है।
हींग और नींबू का पेस्ट लगाना
नींबू के रात में एक चम्मच मिलाकर इसका पेस्ट बना सकते हैं और दांतो के दर्द की जगह पर इसको लगाने से दांतो के दर्द को यह एकदम से खींच लेता है। क्योंकि हींग और नींबू दांतो के दर्द के लिए बहुत ही फायदेमंद तत्व होते हैं| इसको थोड़ी देर लगा कर रखने से आपके दातों का दर्द एकदम से ठीक हो जाता है|
प्याज का सेवन करना
प्याज में बहुत सारे ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जिसके वजह से दांतो के दर्द में आराम मिलता है और मसूड़ों की सूजन खत्म हो जाती है प्याज को चबाने से दांतो के बीच में जमे हुए बैक्टीरिया पूर्ण रूप से मर जाते हैं। जिससे दांतो के दर्द में तुरंत आराम मिल जाता है।
लौन्ग का तेल लगाना
दांतो के दर्द के लिए लॉन्ग को रामबाण औषधि के रूप में माना जाता है अगर आपके दांतों में दर्द हो रहा है तो आप लोगों को दांतों के बीच में कुछ देर तक दबा कर रख सकते हैं जिससे आपके दातों का दर्द दूर हो जाता है। आपके दांतो के दर्द के लिए आप लोग के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि लॉन्ग का तेल आपके दांतों के बीच में अच्छी तरह से जाकर संक्रमित क्षेत्र की बैक्टीरिया को पूर्ण रूप से खत्म करने का काम करता है जिससे दांतों का दर्द ठीक हो जाता है।
लहसुन का पेस्ट लगाना
लहसुन में बहुत सारे ऐसे एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो कि दांतो के दर्द के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं इसीलिए दांतो के दर्द से निजात पाने के लिए आप लहसुन का पेस्ट बनाकर दांतो दर्द वाली जगह पर थोड़ी देर तक लगा सकते हैं जिससे कि आपके दातों का दर्द ठीक हो जाता है।
निष्कर्ष
इस लेख में दांतो दर्द के निवारण के लिए बहुत सारी ऐसी आयुर्वेदिक दवाएं और एलोपैथिक दवाओं के बारे में बताया गया है जिसका उपयोग करके आप अपने दांतो के दर्द से तुरंत निजात पा सकते हैं इस लेख में दांतो के दर्द के मुख्य कारण और उनसे बचने के उपाय के बारे में भी बताया गया है| इस लेख में दांत के दर्द का रामबाण इलाज भी बताया गया है| जिनको जाने के बाद आप दांतो के दर्द की सही दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं|
क्योंकि बिना कारण जाने आप दांतों के दर्द का सही इलाज और सही दवा का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे इस लेख में दांतो के दर्द से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में भी बताया गया है जो कि आपके लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख में बताई गई कुछ अंग्रेजी दवा के खुराक के बारे में आप किसी चिकित्सक से भी परामर्श कर सकते हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर
प्रश्न:दांत के दर्द में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?
उत्तर-दांत के दर्द में आपको बहुत ज्यादा कठोर चीज, एसीडीक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, बहुत ज्यादा मिर्च मसाले का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके मसूड़ों में दिक्कत पैदा कर सकते हैं|
प्रश्न: घर पर दांत दर्द को जल्दी कैसे रोकें ?
उत्तर- घर पर दांत आपको आप पानी और सेंधा नमक का घोल बना कर कुल्ला कर सकते हैं जिससे आपको दांतो के दर्द में बहुत ही जल्द आराम मिल जाएगा।
प्रश्न: दांत दर्द की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
उत्तर- दांत दर्द की सबसे अच्छी दवा दशन संस्कार चूर्ण है जिसके इस्तेमाल से आपको दांतों के दर्द से तुरंत निजात मिल सकता है।
Author Profile
- आंचल श्रीवास्तव हमारी ACPP.MD टीम में सीनियर सब एडिटर के रूप में कार्य करती है। इन्होंने लेखन का प्रयोग करते हुए काफी लंबे समय तक अमर उजाला जैसे बहु प्रतिष्ठित अखबार में लेख दिए हैं, तथा उनके हजारों लेख अमर उजाला अखबार में छप चुके हैं। इन्होंने अपने स्वास्थ्य संबंधी लेखन के आधार पर विभिन्न सरकारों को स्वास्थ्य सेवा में बदलाव के लिए प्रेरित किया है। आंचल श्रीवास्तव ने पत्रकारिता के क्षेत्र में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त करके इन्होंने प्रिंट मीडिया तथा डिजिटल मीडिया के हिंदी लेखन में बहुत बड़ा सहयोग किया है।
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