शरीर के रासायनिक परिवर्तन तथा मौसम जलवायु परिवर्तन के कारण हमारे शरीर में दर्द तथा बुखार जैसी समस्याएं होती हैं। शरीर में दर्द तथा बुखार की समस्याएं, एलर्जी तथा अन्य शारीरिक कमियों के कारण भी हो सकती हैं, जिनके कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार की दवाओं का प्रयोग करते हैं। इन दवाओं का प्रयोग डॉक्टर की सलाह पर या अपनी मर्जी के अनुसार भी किया जाता है। कभी-कभी हम बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा मेडिकल स्टोर से खरीद कर भी प्रयोग करते हैं, ऐसी स्थिति में उस दवा के बारे में जानकारी रखना बहुत ही आवश्यक होता है। आधुनिक समय में बुखार तथा दर्द के लिए प्रचलित दवा डोलो 650 का प्रयोग किया जाता है। बहुत सारे लोग बिना डॉक्टर के परामर्श के भी इस दवा का प्रयोग दर्द, बुखार से बचने के लिए करते हैं। बिना डॉक्टर के इस दवा का प्रयोग करने से हमारे शरीर में कुछ समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए आज हम आपको Dolo 650 Uses in Hindi की जानकारी उपलब्ध कराएंगे, जिससे आप डोलो 650 के बारे में पूरी तरह से जानकारी प्राप्त कर सकें, और इसके फायदों के साथ-साथ होने वाले दुष्प्रभावों से बचे रहें।
What is Dolo 650 Tablet (डोलो 650 टेबलेट क्या है)
डोलो दर्द तथा बुखार के प्राथमिक उपचार में प्रयोग किए जाने वाले एक टैबलेट है, जिसका मुख्य घटक पेरासिटामोल होता है। पेरासिटामोल का प्रयोग बुखार तथा दर्द जैसे शारीरिक लक्षणों को दूर करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं, उनको प्राथमिक इलाज के रूप में पेरासिटामोल युक्त कंपाउंड डोलो टेबलेट प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। डोलो 650 टेबलेट बुखार में सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली टेबलेट है, जो बुखार तथा शरीर के जोड़ों के दर्द में आराम दिलाती है। जब किसी व्यक्ति को दर्द तथा बुखार की समस्या होती है, तो डॉक्टर द्वारा एंटीबायोटिक टैबलेट्स के साथ-साथ डोलो 650 टेबलेट प्रयोग करने की सलाह दी जाती है, तथा विभिन्न प्रकार के बुखार जैसे डेंगू, मलेरिया तथा फ्लू आदि को दूर करने के लिए डॉक्टर द्वारा डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है, जो शरीर के दर्द तथा बुखार की समस्या को दूर करती हैं।
क्यों किया जाता है Dolo 650 Tablet Uses
पिछले 2 सालों में डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में किया जा रहा है, जब से कोरोनावायरस की शुरुआत हुई है, तब से डोलो के प्रयोग में वृद्धि देखी गई है, क्योंकि कोरोना वायरस के कारण जिन व्यक्तियों में कोरोना का संक्रमण होता है, उनमें सर्दी, जुखाम तथा दर्द के लक्षण दिखाई देते हैं, जिसके कारण डॉक्टर Dolo 650 Tablet Uses करने की सलाह देते हैं क्योंकि अभी तक कोरोना की कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है, इसलिए डॉक्टर लक्षणों के आधार पर कोरोना से संक्रमित व्यक्ति का इलाज करते हैं। इसलिए कोरोना के प्राथमिक लक्षण के अनुसार जिसमें सर दर्द, जुकाम, बुखार तथा शरीर दर्द होता है, उसके लिए डोलो 650 का प्रयोग किया जाता है। अंतिम 2-3 सालों से जब से कोरोना का संक्रमण बढ़ा है, तब से डोलो 650 टेबलेट यूज़ करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसके कारण डोलो 650 की पूर्ति में वृद्धि देखने को मिली है। वर्तमान समय में भारत सरकार द्वारा डोलो टेबलेट की पूर्ति अन्य देशों के लिए भी की गई है, जहां पर कोरोना संक्रमण अधिक देखने को मिला है।
डोलो 650 टेबलेट का उपयोग (Dolo 650 Uses in Hindi)
डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग दर्द तथा बुखार जैसे लक्षणों से बचने के लिए किया जाता है, डोलो टेबलेट का मुख्य अवयव पेरासिटामोल होता है, जो दर्द तथा बुखार को दूर करता है। डोलो 650 टैबलेट में ज्वरनाशक पदार्थ होता है, जो बुखार को कम करता है। एंटीपायरेटिक्स के कारण हाइपोथैलेमस तापमान में प्रोस्टाग्लैंडीन-प्रेरित वृद्धि को ओवरराइड करता है जो शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है जिसके परिणामस्वरूप बुखार में कमी आती है। आधुनिक समय में हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग होते हैं, जिनमें हमारे शरीर में प्राथमिक लक्ष्य के रूप में दर्द तथा बुखार शुरू होता है, उसके बाद रोग का फैलाव शरीर में होता है, किंतु यदि किसी भी रोग को प्राथमिक स्तर पर रोका जाता है, तो उसे फैलने से रोक सकते हैं। इसलिए विभिन्न प्रकार के दर्द था बुखार से संबंधित रोगों से बचने के लिए डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग किया जाता है। यह रोग निम्नलिखित हैं
- बुखार
- टीकाकरण के बाद पाइरेक्सिया
- सिरदर्द
- पेशी दर्द
- दांत का दर्द
- पीठ दर्द
- जोड़ों का दर्द यानी गठिया
- रजो पीड़ा
- कान का दर्द
- फ़्लू
बुखार
जब हमारे शरीर में किसी विशेष प्रकार के वायरस का प्रभाव होता है, या किसी अन्य कारणों से जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बाहर से आए हानिकारक तत्वों से शरीर को बचाने की कोशिश करती है, तो हमारे शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाता है। हमारे शरीर का ताप बढ़ने के कारण शरीर का ताप सामान्य से अधिक हो जाने के कारण शरीर गर्म महसूस होता है। हमारे शरीर का सामान्य तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड या 98 डिग्री फॉरेनहाइट होता है। किंतु जब यह तापमान 2 से 3 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ जाता है, या 100 डिग्री फॉरेनहाइट से अधिक हो जाता है, तो हमारे शरीर में बुखार की समस्या हो जाती है, जिसे दूर करने के लिए डॉक्टरों द्वारा Dolo 650 Uses करने की सलाह दी जाती है। जिस में उपस्थित पेरासिटामोल नामक अवयव बुखार तथा दर्द से शरीर को आराम दिलाता है। इसलिए बुखार जैसी समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर के सलाह पर पेरासिटामोल युक्त टेबलेट डोलो 650 का प्रयोग किया जा सकता है, यह हमारे शरीर में बाहर से आए हानिकारक तत्वों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को लड़ने में सहयोग प्रदान करती है, तथा शरीर के तापमान को संतुलित रखती है, जिससे बुखार जैसी समस्या नहीं होती हैं। डोलो 650 टेबलेट के साथ बुखार की समस्या के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाइयां भी प्रयोग करने की सलाह देते हैं।
टीकाकरण के बाद पाइरेक्सिया
टीकाकरण के बाद पाइरेक्सिया आमतौर पर यह इस बात का संकेत होता है, कि आपका शरीर किसी बीमारी या संक्रमण से लड़ने की कोशिश कर रहा है । संक्रमण अधिकांश बुखार का कारण बनता है। आपको बुखार इसलिए आता है क्योंकि आपका शरीर संक्रमण पैदा करने वाले वायरस या बैक्टीरिया को मारने की कोशिश कर रहा होता है। जब आपका शरीर आपके सामान्य तापमान पर होता है तो उनमें से अधिकांश बैक्टीरिया और वायरस अच्छा कार्य करते हैं इसलिए बैक्टीरिया और वायरस को निष्क्रिय करने के लिए शरीर तापमान में वृद्धि करता है जिसके कारण बैक्टीरिया और वायरस निष्क्रिय हो जाते हैं और शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरस लड़ने में सहयोग प्राप्त करती है। जब हमारे शरीर में किसी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए टीकाकरण किया जाता है, तो हमारे शरीर में पायरेक्सिया जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिसके कारण हमारे शरीर का तापमान बढ़ने लगता है, और हमें बुखार समस्या हो जाती है। इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर द्वारा डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है, जिससे टीकाकरण के बाद होने वाली पायरेक्सिया की समस्या समाप्त हो जाती है।
पिछले सालों में जब कोरोना के संक्रमण के खिलाफ कोरोना वैक्सीन लोगों को दी जाती थी, तो वैक्सिन के कारण लोगों में शरीर तथा बुखार की समस्या देखने को मिली, कोरोना के खिलाफ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जब शरीर में वैक्सीन का टीकाकरण किया गया, तो बुखार की समस्या से बचने के लिए डॉक्टरों ने dolo 650 tablet uses करने की सलाह दी जिससे बुखार तथा दर्द की समस्या से राहत मिली और लोगों ने कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण कराया।
सिरदर्द
गैर-प्राथमिक क्रोनिक दैनिक सिरदर्द का कारण बनने वाली स्थितियों में शामिल हैं जैसे शरीर में पानी की कमी, आंख या गर्दन पर अधिक दबाव, नींद पूरी न होना और दर्द निवारक दवाएं अधिक खाने से भी सिर दर्द हो सकता है। हल्के सिरदर्द में आंखों और भंवों के ऊपर वाले हिस्से में या फिर सिर के दोनों तरफ दबाव या खिंचाव महसूस होता है। यह दर्द कई बार सिर के पिछले हिस्से व गर्दन में भी फैलने लगता है। कभी-कभी हमारे शरीर में बाहरी संक्रमण के कारण बुखार की समस्या होती है, जिसके साथ साथ सिर दर्द भी होने लगता है। सर में होने वाला दर्द मस्तिष्क के संदेशवाहक अर्थात मैसेंजर के सक्रिय होने पर होता है। विभिन्न कारणों से हमारे शरीर में होने वाले सिर दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टरों द्वारा डोलो 650 टेबलेट यूज़ करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसमें बुखार की समस्या को ठीक करने के लिए पेरासिटामोल तथा संदेशवाहक को निष्क्रिय करने के गुण पाए जाते हैं, जिसके कारण सर दर्द की समस्या नहीं होती है। यदि आपको भी सामान्य सिर दर्द की समस्या है तो आप भी Dolo 650 Uses कर सकते हैं, जिससे आपको सिर दर्द जैसी समस्या से आराम मिलेगा किंतु सामान्य से अधिक या किसी अन्य परिस्थिति के कारण हुए सिर दर्द की समस्या को समाप्त करने के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
पेशीय दर्द
जब हमारे शरीर के किसी अंग में तनाव या खिंचाव आ जाता है, तो हमारे मांस पेशियों को क्षति होती है, इसके अलावा यदि हमारे शरीर के किसी अंग में चोट लग जाती है तो हमारे शरीर की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिसके कारण मांसपेशियों में दर्द उत्पन्न होने लगता है। मांसपेशियों में होने वाले इस दर्द को पेशीय दर्द से जाना जाता है, जिसके कारण दर्द के साथ-साथ कभी-कभी दर्द होने वाले अंग में सूजन भी हो जाती है। पेशीय दर्द तथा सूजन से बचने के लिए डॉक्टर द्वारा डोलो 650 टेबलेट प्रयोग करने की सलाह दी जाती है, जो दर्द की समस्या से राहत दिलाती है। कभी-कभी हमारे शरीर में विटामिन डी के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिसके कारण हमारे शरीर के जोड़ों में दर्द, पीठ दर्द के अलावा मांसपेशियों में दर्द की शिकायत भी हो जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर Dolo 650 mg Uses करने की सलाह देते हैं, जिससे मांसपेशियों का दर्द समाप्त हो जाता है तथा शरीर में होने वाले पेशीय दर्द से राहत मिलती है।
दांत का दर्द
जब हमारे दांतो में किसी प्रकार की बैक्टीरिया का प्रभाव होता है, तो हमारे दांतों में सूजन तथा दर्द उत्पन्न होने लगता है, दातों में होने वाली इस दर्द को पल्पिटिस कहा जाता है। जब हमारे दाता में किसी प्रकार के बैक्टीरिया का आक्रमण होता है, तो दातों की नसों में बैक्टीरिया के प्रभाव के कारण नसें कमजोर हो जाती हैं। दातों में बैक्टीरिया के प्रभाव के कारण ऊतक, तंत्रिकाएं और रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं, जिसके कारण हमारे मसूड़ों में सूजन हो जाती है, तथा दांत दर्द की समस्या हो जाती है। दांत दर्द की समस्या को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार की पेन किलर दवाओं का प्रयोग किया जाता है, जिनमें डोलो 650 टेबलेट एक मुख्य टेबलेट है, जिसका प्रयोग करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है। यदि आपके शरीर में दांत दर्द की समस्या है तो आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार Dolo 650 mg Uses करना चाहिए जो आपके दांतों में होने वाले दर्द की समस्या को दूर करती हैं।
पीठ दर्द
पीठ दर्द का मुख्य कारण तनावग्रस्त मांसपेशियों और लिगामेंट्स, मांसपेशियों में ऐंठन, मांसपेशियों में तनाव और गिरने से संबंधित चोटें पीठ दर्द की शिकायतों के मूल कारण हैं। पीठ की मांसपेशियों को ज्यादातर भारी सामान उठाने, अनुचित तरीके से सामान उठाने और अचानक अनुपयुक्त मूवमेंट्स के कारण तनाव होता है। जब हमारे पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव हो या तनाव आ जाता है, जिसके कारण पीठ की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, मांसपेशियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण पीठ में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। पीठ में होने वाली इस दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए डॉक्टर द्वारा Dolo 650 MG Uses करने की सलाह दी जाती है, जो पीठ में होने वाली दर्द की समस्या को दूर करती है। यदि आपको किसी प्रकार का पीठ दर्द हुआ है जिसमें पीठ के मांस पेशियों में दर्द तथा सूजन की समस्या हुई है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर पेरासिटामोल डोलो 650 एमजी टेबलेट का प्रयोग कर सकते हैं, और पीठ दर्द की समस्या से राहत पा सकते हैं। डोलो 650 एमजी टेबलेट आपको दर्द से आराम दिला सकता है, किंतु पीठ दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए मांस पेशी तथा हड्डी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है, जिससे पीठ तथा हड्डी में होने वाले दर्द का वास्तविक कारण को जाना जा सके और उसका सही इलाज कराया जा सके।
जोड़ों का दर्द यानी गठिया
हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण गठिया रोग की समस्या हो जाती हैं, गठिया रोग की समस्या में हमारे शरीर के जोड़ों में दर्द सूजन तथा जलन महसूस होती है, जिसके कारण व्यक्ति को चलने फिरने में तथा उठने बैठने में समस्या होती है। यह समस्या गठिया या जोड़ों के दर्द के नाम से जानी जाती है, जो हमारे शरीर में जोड़ों के दर्द की समस्या होती है तो शरीर की हड्डियों के जितने भी मुख्य जोड़ होते हैं, जिनका हमारा शरीर दैनिक रूप से क्रियाकलापों में प्रयोग करता है, उनमें दर्द का अनुभव होने लगता है। इस दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर विभिन्न प्रकार की दवाएं प्रयोग करने की सलाह देते हैं, जिनमें डोलो 650 एमजी टेबलेट मुख्य है, हमारे जोड़ों में दर्द कभी-कभी चोट तथा अत्यधिक कार्य करने के कारण भी होने लगता है। यदि आपके शरीर में किसी प्रकार का जोड़ों से संबंधित दर्द होता है, तो आप दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर Dolo 650 Uses कर सकते हैं, जो आपके शरीर से दर्द की समस्या को दूर पड़ता है आपको आराम दिलाता है।
रजो पीड़ा
महिलाओं में पीरियड्स के समय होने वाले दर्द को रजो पीड़ा के नाम से भी जाना जाता है, महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान विभिन्न प्रकार के कारणों से पेट दर्द की समस्या होने लगती है, जिसके कारण प्रत्येक महीने महिलाओं को पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। कुछ महिलाओं में पीसीओडी तथा पीसीओएस की समस्या के कारण भी पीरियड्स के समय पेट दर्द की समस्या होती है। महिलाओं में पीरियड्स के कारण होने वाले इस दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर द्वारा Dolo 650 Uses करने की सलाह दी जाती है, जो महिलाओं में पीरियड्स के समय होने वाले दर्द की समस्या को दूर करती है, यदि आप एक महिला हैं और आपको पीरियड्स के समय शारीर के मासिक धर्म में पीसीओडी की समस्या के कारण पेट दर्द की समस्या होती है तो आप डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग कर सकती हैं, जो मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द की समस्या को दूर करती है।
कान का दर्द
हमारे शरीर में कान के विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण कान दर्द की समस्या होती है। कान में गंदगी जमा हो जाने या कान में किसी प्रकार की फोड़ा फुंसी हो जाने के कारण कान में बहुत अधिक दर्द उत्पन्न हो जाता है, जिसके कारण व्यक्ति को सुनने तथा दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। कान दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर विभिन्न प्रकार के टेबलेट का प्रयोग करने की सलाह देते हैं। टेबलेट के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के इयर क्लीनिंग ड्रॉप्स का प्रयोग कान की सफाई के लिए किया जाता है, जिससे कान की सफाई हो जाती है और दर्द की समस्या नहीं होती है। किंतु टेबलेट के रूप में डॉक्टर दर्द की समस्या को ठीक करने के लिए dolo 650 tablet uses करने की सलाह देते हैं, जिससे कान के दर्द को अस्थाई रूप से रोका जा सकता है, किंतु कान के दर्द का कारण जानने के पश्चात उसका इलाज कराना अति आवश्यक होता है। उसके साथ साथ कान दर्द के लिए डोलो 650 एमजी टेबलेट का प्रयोग किया जा सकता है। यदि आपको किसी कारण कांदा के समस्या हुई है तो आप डोलो टेबलेट का प्रयोग कर सकते हैं, जो आप को कान के विभिन्न कारणों से होने वाले दर्द से राहत दिलाती है।
फ़्लू
जब हमारे शरीर में किसी प्रकार का संक्रमण होता है, तो हमारे शरीर में सर्दी जुकाम बुखार तथा सर दर्द जैसे समस्या उत्पन्न हो जाती है। इन समस्याओं के कारण शरीर के ताप में परिवर्तन होता है, तथा नाक से पानी आने की समस्या होती है, साथ ही साथ जोड़ों के दर्द तथा सर दर्द की समस्या होती है। दर्द तथा बुखार संबंधी इन समस्याओं को दूर करने के लिए एंटीबायोटिक टैबलेट्स के साथ-साथ पेरासिटामोल युक्त डोलो 650 टेबलेट का प्रयोग किया जाता है, जो संक्रमण के कारण शरीर में हुए ताप वृद्धि को कंट्रोल करती है, तथा दर्द की समस्या से राहत दिलाती है। यदि आपको किसी प्रकार का संक्रमण या एलर्जी के कारण जुकाम बुखार की समस्या हुई है, जिसके कारण शरीर में दर्द हो रहा है, तो आप इसे दूर करने के लिए dolo 650 tablet uses कर सकते हैं, जो आपको संक्रमण तथा मौसम परिवर्तन के कारण हुए बुखार जो काम की समस्या से राहत दिलाती हैं।
Dolo 650 Tablet Uses करने के साइड इफेक्ट
हम जितने भी एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग करते हैं, सभी दवाइयां किसी न किसी रूप में हमारे शरीर को प्रभावित करती हैं, यदि कोई दवा हमारे शरीर को फायदा करती है, तो किसी ना किसी रूप में वह हमें नुकसान भी पहुंचाती है, इसलिए किसी भी दवा का प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह से नहीं करना चाहिए, और निश्चित अनुपात में डॉक्टर द्वारा बताए गए मात्रा के अनुसार ही दवा का प्रयोग करना चाहिए, जिससे हमारे शरीर में किसी प्रकार का साइड इफेक्ट ना होने पाए। यदि आप Dolo 650 tablet का प्रयोग करते हैं तो आपको निम्नलिखित साइड इफेक्ट हो सकते हैं
- जी मिचलाना
- ब्लड प्रेशर लो होना
- चक्कर आना
- कमज़ोरी महसूस होना
- ज्यादा नींद आना (तंद्रा)
- अस्वस्थ महसूस करना
- कब्ज होना
- बेहोश होना
- मूंह सूखना
- यूटीआई (UTI)
डोलो 650 टेबलेट यूज़ करने की सावधानियां
Dolo 650 Uses यदि आप यदि आप डॉक्टर के सलाह से करते हैं, तो आपको साइड इफेक्ट होने के संभावित खतरे कम होते हैं। किंतु डोलो टेबलेट प्रयोग करने की कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, जिससे साइड इफेक्ट से बचा जा सके और शरीर में होने वाली समस्याएं ना हो प्रत्येक दवा का प्रयोग करने के कारण शरीर में कुछ रासायनिक क्रियाएं होती हैं, जिनके कारण शरीर पर दवा का प्रभाव होता है। इन रासायनिक क्रियाओं में कुछ पदार्थों का मिश्रण शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए जब आप डोलो टेबलेट का प्रयोग करते हैं, तो आपको कुछ खाद्य पदार्थों या रासायनिक पदार्थों का प्रयोग करने से बचना चाहिए। जो निम्नलिखित हैं
- डोलो टेबलेट का प्रयोग करने के बाद या पहले शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
- किडनी की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को डोलो टेबलेट का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इस टेबलेट का सेवन नहीं करना चाहिए।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डोलो के प्रयोग से बचना चाहिए।
- डोलो टेबलेट के प्रयोग करने के पश्चात ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए।
- लीवर की समस्या से बचने के लिए डोलो टेबलेट का प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।
- हल्का सा नाश्ता करने के पश्चात ही डोलो टेबलेट का प्रयोग करना चाहिए खाली पेट इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- डोलो टेबलेट प्रयोग करने के 2 घंटे तक अपच तथा डाइजेशन से संबंधित किसी भी टेबलेट का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- प्राथमिक उपचार के लिए दोनों का प्रयोग किया जाता है लंबे उपचार के लिए दोनों का प्रयोग ना करें।
निष्कर्ष
अक्सर हम देखते हैं कि जब हम हैं, सर्दी, जुकाम, बुखार से संबंधित कोई समस्या होती है तो डॉक्टर हमें एंटीबायोटिक दवाओं के साथ डोलो टेबलेट पेरासिटामोल युक्त दवा का प्रयोग करते हैं, जिससे हमारे शरीर में दर्द तथा बुखार से संबंधित समस्याएं ठीक हो जाती है। यदि आपको दर्द, बुखार, सर्दी, जुकाम से संबंधित कोई समस्या है तो आप डॉक्टर की सलाह पर डोलो टेबलेट का प्रयोग कर सकते हैं। उपरोक्त लेख में Dolo 650 Uses in Hindi के बारे में बताया गया है, जिससे आपको डॉलर टेबलेट का प्रयोग करते समय किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े, किंतु किसी भी प्रकार की टेबलेट से आप दवा का प्रयोग डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए। बिना डॉक्टर के परामर्श के किसी भी प्रकार की दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए, हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। उपरोक्त लेख में डोलो 650 एमजी टेबलेट के प्रयोग सावधानियां तथा साइड इफेक्ट की जानकारी दी गई जो आप के लिए उपयोगी हो सकती है।
लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न
डोलो 650 क्या काम आती है?
Dolo में पेरासिटामोल एक अवयव के रूप में पाया जाता है, जो सामान्य बुखार तथा शरीर के दर्द के निवारण के लिए प्रयोग किया जाता है। इसलिए जब हमारे शरीर में दर्द तथा बुखार की समस्या होती है, तो डॉक्टर Dolo 650 Uses करने की सलाह देते हैं। जिससे बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, जुकाम आदि के समस्या समाप्त हो जाती है।
मैं डोलो 650 कितने दिन में ले सकता हूं?
डोलो का प्रयोगदोनों का प्रयोग 3 से 4 दिनों तक लगातार किया जा सकता है, क्योंकि डोलो किसी भी रोग को समाप्त करने के लिए नहीं प्रयोग की जाती है। यह केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता के एक्टिव होने के कारण शरीर का ताप बढ़ जाता है, उसे कंट्रोल करने तथा दर्द से आराम दिलाने के लिए प्रयोग की जाती है, इसलिए इसके अधिक प्रयोग से किडनी तथा लीवर की समस्या हो सकती है। डोलो का प्रयोग दर्द तथा बुखार से बचने के लिए डॉक्टर के निगरानी में करना चाहिए।
क्या डोलो 650 को बुखार में ले सकते हैं?
डोलो का प्रयोग दर्द निवारक के रूप में तथा सामान्य बुखार को ठीक करने के लिए किया जा सकता है, कोरोना काल में कोरोना के संक्रमण के लक्षणों से बचने के लिए पेरासिटामोल युक्त दवाओं का प्रयोग किया जाता था, जिसमें दोनों का प्रयोग अधिक मात्रा में किया गया, जो दर्द तथा बुखार के लक्षणों को ठीक करने में प्रयोग की जाती थी। इसलिए दोनों का प्रयोग सामान्य बुखार में किया जा सकता है किंतु इसका प्रयोग डॉक्टर की निगरानी में करना चाहिए।
आप 24 घंटे में कितना पेरासिटामोल 650 ले सकते हैं?
डोलो का प्रयोग 24 घंटे में तीन से चार टेबलेट किया जा सकता है, किंतु इसके बारे में आप के डॉक्टर आपकी शारीरिक संरचना तथा रोग के प्रसार के अनुसार सलाह देते हैं, इसलिए डोलो टेबलेट का प्रयोग करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
Author Profile
- हमारी टीम ACPP.MD में डॉक्टर पंकज मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं, तथा प्रारम्भिक समय में चिकित्सा के क्षेत्र में इन्होंने नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गुरुग्राम में चिकित्सक तथा सेक्सोलॉजिस्ट के रूप में कार्य किया है। डॉ पंकज वर्मा ने MD Medicine की डिग्री PGIMER Chandigarh से व डायबिटीज में UK से Fellowship तथा संधिवातीयशास्त्र में PGC की डिग्री USA से किया है, और डॉ पंकज वर्मा ने मनोचिकित्सा और परामर्श में परास्नातक किया हुआ है, वर्तमान समय में पंकज वर्मा अपनी सेवाओं को MBBS डॉक्टर के रूप में AIIMS नई दिल्ली में दे रहे हैं। अपने अनुभव तथा शिक्षा के आधार पर डॉक्टर पंकज वर्मा हमारी टीम ACPP.MD के साथ पिछले कई वर्षों से मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में भी कार्यरत हैं, जो समय-समय पर आप सभी के लिए गठिया रोग, गुप्त रोग, तथा मनोचिकित्सा स्वास्थ्य से संबंधित सलाह प्रदान करते हैं, जिनकी सलाह के पश्चात तथा दवाइयां प्रयोग करने से हजारों लोगों ने अपनी बीमारी से संबंधित समस्याएं ठीक की हैं।
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