एक सेब खाने पर कितनी कैलोरी मिलती हैं | How Many Calories In Apple?

सेब प्रकृति में पाए जाने वाला एक प्राकृतिक फल होता है जो सभी फलों में सर्वोच्च होता है सेब में सभी प्रकार के विटामिंस तथा मिनरल जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। सेब एक ऐसा फल है जो शरीर में सभी प्रकार के पोषण को प्रदान करता है। जिससे हमारे शरीर में किसी प्रकार के पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है। लोगों में एक सामान्य कहावत भी होती है कि “An Apple keep away from the Doctor” यदि आप दैनिक रूप से एक सेब खाते हैं। आप डॉक्टर से दूर रहेंगे अर्थात से में ऐसे सभी तत्व उपस्थित होते हैं, जो हमारे शरीर के प्रत्येक कमी को पूरा करते हैं। जिसके कारण यह कि कभी भी अस्पताल या डॉक्टर के पास नहीं जाता है। सेब में इतनी सारी खूबियां होने के कारण  लोग अक्सर यह जानने की कोशिश करते हैं, कि एक सेब खाने पर कितनी कैलोरी मिलती हैं। जिससे वे अपने शरीर को पर्याप्त पोषण तथा ऊर्जा दे सकते हैं और अपने  और अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखें। 

सेब क्या होता है

सेब क्या होता है

 

सेब एक प्राकृतिक फल है जिसको एक आदर्श पोषक पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाता है, जिसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं, जो हमारे शरीर के विभिन्न प्रकार की जरूरतों को पूरा करते हैं। जिन व्यक्तियों में शारीरिक कमजोरी तथा प्रकार के पोषक तत्वों की कमी होती है, जिसके कारण शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होती हैं, उनको दैनिक रूप से सेव का प्रयोग करना चाहिए।

शीत प्रदेशों में पैदा होने वाला एक फल होता है जो भारत में मुख्य रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक मात्रा में होता है, क्योंकि पर्वती क्षेत्रों में अत्यधिक ठंड होती है, तथा वहां का मौसम हमेशा ठंडा बना रहता है। सेब ऐसे ही क्षेत्रों में उगाया जा सकता है। सेब को उगाने के लिए शीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है जिसमें सेब की खेती बड़ी आसानी से की जा सकती है।

यह प्राकृतिक रूप से लाल तथा हल्के पीले रंग का एक फल होता है, जिसको वैज्ञानिक भाषा में इसे मेलस डोमेस्टिका (Melus domestica) कहते हैं। सेब पैदा होने का मुख्य स्थान मध्य एशिया इसके अलावा यह पूरे यूरोप में उगाया जाता है।

भारत के सेब भारत के उत्तरी क्षेत्र में उगाया जाता है जिसे मुख्य रूप से हिमांचल तथा कश्मीर के भागों में इसकी खेती की जाती है इसमें विभिन्न प्रकार के विटामिंस तथा मिनरल्स पाए जाते हैं।एक सेब का औसत वजन लगभग 100 ग्राम का होता है 100 ग्राम सेव में लगभग 79 कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है जो हमारे शरीर को पोषण प्रदान करती है उर्जा के साथ-साथ इसमें विटामिन ए ई बी तथा सी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं तथा इस में बसा नहीं पाई जाती है। 

सेब के कितने प्रकार होते हैं

सेब के कितने प्रकार होते हैं

 

सेब एक ऐसा फल है जो हमें सबसे अधिक ऊर्जा तथा विटामिन खनिज लवण हुआ कैलोरी प्रदान करता है किसी से मैं अधिक कैलोरी तथा किसी में कम कैलोरी पाई जाती हैं। इसी प्रकार विटामिंस तथा खनिज लवण में सेव अलग-अलग पाया जाते हैं।

यह अपनी विशेष प्रकार की जाति तथा नस्ल के कारण होते हैं, जिससे इनमें अलग प्रकार के गुण पाए जाते हैं। क्षेत्रीय उत्पादन तथा विभिन्न परिस्थितियों में शेर को विभाजित किया गया है, उत्पादन तथा क्षेत्र के आधार पर सेब को विभिन्न भागों में बांटा जाता है। 

  • जोना गोल्ड एप्पल (Jonagold Apple)
  • कैमियो सेब (Cameo Apple)
  • एंपायर एप्पल (Empire Apple)
  • मैकलोतोष सेब (Mcintosh apple)
  • गोल्डन डिलीशियस एप्पल ( Golden Delicious Apple)
  • फुजी एप्पल (Fuji Apple)
  • कॉर्टलैंड एप्पल (Cortland Apple)
  • रेड डिलीशियस सेब ( Red Delicious Apple)
  • गाला एप्पल ( Gala Apple)
  • ग्रैनी स्मिथ एप्पल (Granny Smith Apple)
  • ब्रबर्न सेब (Braeburn Apple)

उपरोक्त देखा जाए तो सेब को विभिन्न प्रकार से तथा विभिन्न तरीकों के उगाने के अनुसार सेब के प्रकार की बात की जाये तो भारत में 20 प्रकार के सेब पाए और उगाये जाते है। अगर विश्व की बात करें तो 7800 प्रकार के सेब वर्तमान समय में पाए गए हैं।

भारत में पाए जाने वाले सेब में मुख्य रूप से लाल, पीला, सुनहरा, हरा आदि रंग के सेब को ढूंढा गया है या हम कह सकते है, कि इन रंग के सेब भारत में पाए जाते हैं। भारत में उत्तरी क्षेत्रो में सेब की खेती की जाती है उत्तरी भारत में सेब की खेती होने के कारण यह इस क्षेत्र में पूरे भारत से सस्ते रेट में पाए जाते हैं जो प्रत्येक व्यक्ति द्वारा खरीदा जा सकता है। 

एक सेब खाने पर कितनी कैलोरी मिलती हैं

सेब के गुण तथा उसके क्षेत्र के अनुसार बांटा जाता है इसके अलावा प्रत्येक क्षेत्र में अलग-अलग रंग के सेब उगाए जाते हैं सेब के रंग के अनुसार उस समय अलग-अलग मात्रा में कैलोरी उपलब्ध होती है। इसलिए सेब का विभाजन रंगों के आधार पर भी किया गया है तरंगों के आधार पर से निम्नलिखित प्रकार के होते हैं।

  • लाल सेब की कैलोरी (60 से 120 ग्राम  कैलोरी)
  • पीले सेब की कैलोरी (80 से 100 ग्राम  कैलोरी)
  • हरे सेब की कैलोरी (50 ग्राम से 100 ग्राम कैलोरी)
  • काले सेब की कैलोरी (110 ग्राम कैलोरी)

एक सेब में कौंन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं

सेब में कौंन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं

 

पेट में लगभग सभी प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं जो हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते हैं शेर एक आदर्श खाद्य पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाने वाला फल होता है, जो हमारे शरीर को सभी प्रकार का पोषण प्रदान करता है। जिससे हमारा शरीर स्वस्थ तथा मजबूत रहता है, तथा हमारे शरीर को कॉल करने के लिए पर्याप्त कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।

सभी फलों में सेब एक आदर्श फल होता है, जिसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के शारीरिक समस्याओं को दूर करने के लिए किया जा सकता है, क्योंकि इसमें शरीर को पर्याप्त पोषण देने के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। जो हमारे शरीर को पूर्ण पोषण प्रदान करते हैं यह पोषक तत्व निम्नलिखित हैं

  • कैलोरी – 95
  • फैट – 0.3 ग्राम
  • कार्बोहाइड्र – 25.1 ग्राम
  • शुगर     –  18.9 ग्राम
  • प्रोटीन –  0.5 ग्राम
  • कैल्शियम  –  10.9 प्रतिशत
  • पोटैशियम  –  194.7 मिलीग्राम
  • सोडियम –  1.8 मिलीग्राम
  • फाइबर –  4.4 ग्राम
  • विटामिन A –  5.5 प्रतिशत
  • विटामिन C  –  8.4 प्रतिशत

सेब खाने के फायदे 

सेब खाने से हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है जिसके कारण हमारा शरीर स्वस्थ तथा मजबूत बना रहता है। हमारे शरीर में होने वाली शारीरिक कमजोरी नहीं होती है, क्योंकि शेर से हमें सभी प्रकार की पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। सभी प्रकार के पोषक तत्व सामान्य रूप से शरीर को मिलने के कारण शरीर में किसी भी प्रकार के पोषक तत्व की कमी नहीं होती है।

जिससे हमारा शरीर बीमार नहीं होता है, तथा हमारे शरीर में किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है। किंतु यदि आप विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रसित हो गए हैं, और आपने अभी तक सेब का प्रयोग नहीं किया है, तो आपको दैनिक रूप से एक सामान्य आकार के सेब का प्रयोग खाने के रूप में करना चाहिए। लोगों का ऐसा मानना है कि यदि आप दैनिक रूप से एक सेब का प्रयोग करते हैं, तो निश्चित रूप से ही आप डॉक्टर से बचे रह सकते हैं अर्थात आपको किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं होती है।

दैनिक रूप से एक से प्रयोग करने के पश्चात किसी भी प्रकार की बीमारी ना होने का मुख्य कारण होता है किससे में प्रत्येक प्रकार के विटामिंस तथा खनिज पदार्थ जो हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक होते हैं। वह उपलब्ध होते हैं जिसके कारण हमारे शरीर में किसी भी प्रकार के खनिज लवण तथा खनिज पदार्थ की कमी नहीं होने पाती है। जिससे हमारा शरीर स्वास्थ्य तथा मजबूत बना रहता है सेब के दैनिक प्रयोग से हमारे शरीर पर निम्नलिखित फायदे होते हैं। 

  • हृदय को स्वस्थ रखने के लिए। 
  • ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए। 
  • एनीमिया से बचने के लिए ।
  • शारीर का वजन घटाने के लिए।
  • त्वचा एवं दाँतों को निखारे के लिए। 
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए। 
  • रक्तचाप में कमी के लिए। 
  • अल्ज़ाइमर से बचाव के लिए। 
  • आँखों को स्वस्थ रखने के लिए। 
  • कैंसर को नियंत्रित करने के लिए। 
  • अस्थमा से लड़ने के लिए। 

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए

 

हृदय को स्वस्थ रखने में सेब का बहुत बहुत अधिक महत्व होता है यदि आप दैनिक रूप से सेब का सेवन करते हैं, तो आपको प्रदेश से संबंधित किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं होती है। यदि आपको हृदय से संबंधित किसी प्रकार की बीमारी है, तो आपको दैनिक रोजगार सेब का सेवन करना चाहिए। जिससे पर्दे से संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। एक सेब खाने पर कितनी कैलोरी मिलती हैं? सेब में फ्लवोनॉइडस, एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो हृदय रोग को ठीक करने में मदद करता है।

सेब को छिलके सहित खाना चाहिये। सेब घटी हुई लिपिड ऑक्सीज़न की पूर्ति को कमी करके शरीर में ऑक्सीज़न लेवल को बढ़ाता है। सेब में केरसेटिन नामक तत्व पाया जाता है जो ह्रदय को Protect करता है। सेब में कैलोरी की मात्रा कम और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जिससे हमारा ह्रदय स्वस्थ हो जाता है, तथा हमारे घर में उपस्थित सभी प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती हैं और हम लंबे आए तक जीवित रहते हैं।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए

 

शरीर में ब्लड शुगर अनियंत्रित हो जाने के कारण हमें विभिन्न प्रकार के समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इन समस्याओं के कारण हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त हो जाती है, जिसके कारण हमारा शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों का शिकार हो जाता है। सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स हमारे पाचन तंत्र से ग्लूकोज और शुगर के अवशोषण की मात्रा को कम कर देता है।

पॉलीफेनोल्स अग्नाशय से अतिरिक्त घर को निकालने के लिए प्रेरित करता है जिससे अग्नाशय शरीर से अतिरिक्त शुगर निकालता है जो व्यक्ति दैनिक रूप से एक सेब का सेवन करते हैं उनको ब्लड शुगर होने के 28% चांस कम होते हैं, और सेव में उपस्थित शुगर हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं होती है। अतः ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए दैनिक रूप से सेव का प्रयोग करना चाहिए खाद्य पदार्थ का मात्रा में खाने चाहिए।

एनीमिया से बचने के लिए 

अपने शरीर में शारीरिक कमजोरी के कारण रक्त की कमी हो जाती है रक्त की कमी के तरह हमारे शरीर में एनीमिया रोग हो जाता है, जो शरीर में अत्यधिक रक्त की कमी के कारण होता है। जिससे हमारे शरीर में रुधिर प्लेटलेट्स तथा खून में उपस्थित अन्य पदार्थों की कमी हो जाती है।

जिसे एनीमिया के नाम से जाना जाता है एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है, तथा व्यक्ति की सफेद तथा पीली हो जाती हैं, और हाथ पैर के नाखून पीले हो जाते हैं तथा शारीरिक कमजोरी हो जाती है। सेब में उपस्थित आयरन की वजह से शरीर में तेजी से रक्त निर्माण होता है, तथा हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। जिससे हमारे शरीर में रक्त की कमी पूरी हो जाती है जिससे हमारा शरीर एनिमिया की कमी से बच जाता है। 

शारीर का वजन घटाने के लिए

शरीर का वजन घटाने के लिए सेब का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि सेब में फैट बहुत ही कम मात्रा में होता है। शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने के कारण हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है। जिसके कारण हमारा शरीर मोटा दिखाई देने लगता है, शरीर में अत्यधिक फैट होने के कारण हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के समस्याएं होने लगती हैं।

अत्यधिक  फैट होने के कारण हमारा हमारे शरीर में हृदय तथा लीवर में अत्यधिक फैट हो जाने के कारण हमारे शरीर के हृदय तथा लीवर सामान्य रूप से कार्य नहीं करते हैं। इसलिए अत्यधिक फैट के कारण हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है, जो हमें विभिन्न प्रकार के समस्याओं में डाल देता है।

इसलिए शरीर का वजन कम करने की आवश्यकता होती है, सेब में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त होने के कारण शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है किंतु शरीर में फैट की मात्रा नहीं बढ़ पाती है। इस लिए शारीर के साथ साथ पेट को कम करने के लिए सेब का प्रयोग किया जाता है।

त्वचा एवं दाँतों को निखारे के लिए

त्वचा एवं दाँतों को निखारे के लिए

 

शरीर को सुंदर बनाने तथा आकर्षक दिखने के लिए  शरीर की त्वचा तथा पहली नजर में दिखने वाले दांतों को स्वस्थ तथा चमकदार होना आवश्यक होता है। हमारी पर्सनालिटी को बनाए रखने में हमारे शरीर की त्वचा का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

खूबसूरत तथा चमकदार त्वचा प्रत्येक व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी त्वचा को स्वस्थ तथा चमकदार बनाए रखना चाहता है। सेब में प्रचूर विटामिन E, A, B के साथ C भी मौजूद होते है। ये विटामिन त्वचा को Healthy रखने के साथ  दाँतों को भी मजबूत और सफ़ेद बनाने में मदद करते हैं।

सेब में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट चेहरे पर दाग धब्बे और कील मुहांसों को होने से रोकता है। शरीर के ऊपरी त्वचा पर किसी प्रकार के दाग धब्बे तथा मुहांसों को समाप्त करने के लिए दैनिक रूप से एक सेब का प्रयोग करना चाहिए जिससे हमारे शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व मिलते हैं जिससे हमारा शरीर के ऊपरी त्वचा चमकदार और स्वस्थ बनी रहती है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए

उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए हमारे शरीर के लिए से बहुत ही आवश्यक होता है, जो व्यक्ति दैनिक रूप से सेव का सेवन करते हैं, उनको कोलेस्ट्रॉल की समस्या अधिक मात्रा में नहीं होती है सेब में उपस्थित खनिज पदार्थ हमारे शरीर से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर देते हैं 

अल्ज़ाइमर से बचाव के लिए

अल्जाइमर हमारे मस्तिष्क से संबंधित एक बीमारी होती है जिसमें मस्तिष्क अनियंत्रित हो जाता है अल्ज़ाइमर याददाश्त, सोचने और व्यवहार संबंधी समस्याएँ पैदा करता है। आरंभिक चरण में, डिमेंशिया के लक्षण बहुत ही कम हो सकते हैं, लेकिन जैसे-जैसे रोग मस्तिष्क को अधिक नुकसान पहुँचाता है, लक्षण बिगड़ने लगते हैं।

रोग के बढ़ने की दर हरेक व्यक्ति में अलग होती है, परंतु व्यक्ति लक्षण शुरू होने के बाद से औसतन आठ वर्ष तक जीवित रहता है। सेव में उपस्थित पोषक तत्व हमारे मस्तिष्क को सामान्य रूप से कार्य करने में मदद करते हैं जिन व्यक्तियों को अल्जाइमर की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से सेब का प्रयोग करना चाहिए सेब का प्रयोग करने से हमारा मस्तिष्क नियंत्रित रहता है और हमारे शरीर में अल्जाइमर की समस्या समाप्त हो जाती है।

आँखों को स्वस्थ रखने के लिए

आँखों को स्वस्थ रखने के लिए

 

शरीर में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की कमी के कारण नेत्र संबंधी रोग हो जाते हैं जिनमें हमारी आंखें कमजोर हो जाती हैं और हमारी दृष्टि क्षमता बाधित हो जाती है। हमारी आंखें कमजोर होने के कारण हमें विभिन्न प्रकार की समस्याएं होती हैं आंखों में होने वाला रतौंधी रोग विटामिन ए की कमी से होता है। सेब में विटामिन ए, बी तथा विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है, जिसके कारण शरीर में विटामिंस की कमी के कारण होने वाले आंखों की समस्या दूर हो जाती है।

विटामिंस की कमी के कारण हमारे शरीर में आंखों की समस्याएं होती हैं, जो सेब के दैनिक प्रयोग से दूर हो जाती हैं। व्यक्तियों में आंखों के स्वास्थ्य की समस्या होती है, उनको दैनिक रूप से सेब का प्रयोग करना चाहिए। सेब में बहुत अधिक मात्रा में विटामिन तथा कैलोरी पाई जाती है जो हमारे शरीर के साथ-साथ हमारी आंखों को भी स्वस्थ रखती है।

कैंसर को नियंत्रित करने के लिए

हमारे शरीर में कोशिकाओं का अनियंत्रित हो जाना कैंसर कहलाता है। कैंसर के कारण हमारे शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं, जबकि हमारी कोशिकाओं को एक निश्चित अनुपात में ही बढ़ना चाहिए, अत्यधिक मात्रा में कोशिकाएं बढ़ने के कारण हमारे शरीर मैं निश्चित तौर पर कैंसर हो जाता है। कैंसर को दूर करने के लिए सेब का प्रयोग किया जाता है।

अध्ययनों के अनुसार सेब फाइटोन्यूट्रिएंट्स फेफड़ों और कोलन के कैंसर के जोखिम को कम कर उससे रक्षा करता है। अगर आप रोज एक सेब खाते है तो कैंसर के जोखिम से बच सकते है। दैनिक रूप से कैंसर से बचने के लिए हमें सेब का प्रयोग करना चाहिए  जिससे हमारा शरीर कैंसर से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है तथा कैंसर ठीक हो जाता है।

अस्थमा से लड़ने के लिए 

अस्थमा से लड़ने के लिए सेब का फल बहुत अधिक मदद करता है क्योंकि यही इसमें विभिन्न प्रकार के एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ साथ अन्य प्रकार के शक्तियां प्रदान करते हैं जो हमारी अस्थमा से लड़ने में पार करते हैं। यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर  होता है जो फेफड़ों को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाता है।

सेब क्वेरसेटिन अस्थमा और साइनसिसिस जैसी एलर्जी, सूजन संबंधी बीमारियों का उपचार करने में मददगार है। सेब में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक अस्थमा से बचाने में मदद कर सकते हैं। अस्थमा की समस्या रहती है उनको दैनिक रूप से सेब का प्रयोग करना चाहिए जिससे सेब में उपस्थित पोषक तत्व अपने शरीर की अस्थमा की बीमारी को दूर कर सकते हैं।

किस प्रकार के न्यूट्रिशंस होते है सेब में

सेब हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद फल होता है जो हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार के पोषण प्रदान करता है। सेब में उपस्थित विभिन्न प्रकार के न्यूट्रीशन हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते हैं, जिससे हमारा शरीर विभिन्न प्रकार की कमजोरियों तथा बीमारियों से लड़ने में सहायक होता है। जिन व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार की बीमारियां तथा शारीरिक कमजोरियां होती हैं, उनको दैनिक रूप से सेब का प्रयोग करना चाहिए। सेब में विभिन्न प्रकार के  न्यूट्रीशनस होते हैं सेब में निम्नलिखित न्यूट्रिशन पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं।

  • विटामिन
  • कैलोरी
  • प्रोटीन
  • पोटैशियम
  • मैग्नीशियम

सेब का प्रयोग किन तरीकों से किया जा सकता है

सेब का प्रयोग

 

सेब का प्रयोग हमारे शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाता है इसमें विभिन्न प्रकार की न्यूट्रिशन तथा प्रोटीन विटामिंस पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बनाते हैं तथा हमारे शरीर में उपस्थित होकर विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने में सहायता करते हैं, से में उपस्थित सभी प्रकार के खनिज लवण तथा खनिज पदार्थ हमारे शरीर को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है सेब का प्रयोग करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं। जो निम्नलिखित हैं

  • एप्पल सूप।
  • सुबह के नाश्ते में सेब। 
  • दोपहर के भोजन में सेब टूना सलाद।
  • सेब की मिठाई।
  • आइस्ड एप्पल टी।
  • स्मूदी।
  • एप्पल सलाद।
  • स्नैक्स।
  • सैंडविच बनाएं।
  • नाश्ता टॉपिंग।
  • डिनर।

निष्कर्ष

जैसा कि आप जानते हैं सेब सभी प्रकार के प्राकृतिक फलों में एक उच्च प्रकृति का फल होता है जो हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करता है, जिससे हमारा शरीर पर्याप्त पोषण प्रदान करता है। एक स्वस्थ मनुष्य को लगभग 1 दिन में 2200 कैलोरी की आवश्यकता होती है। यदि आप शरीर को पर्याप्त स्वास्थ्य पोषण देना चाहते हैं, तो आपको खाने के साथ-साथ सेब को विभिन्न रूपों में लेने की आवश्यकता होती है। जिससे आपको अपने शरीर के लिए पर्याप्त पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सके। उपरोक्त लेख में एक सेब खाने पर कितनी कैलोरी मिलती हैं के बारे में कोई जानकारी दी गई है जिसके अध्ययन के पश्चाताप आप अपने शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बना सकते हैं, तथा शरीर को स्वस्थ मजबूत बनाने के साथ-साथ कार्य के लिए पर्याप्त ऊर्जा तथा कैलोरी ग्रहण कर सकते हैं।

FAQ’s

सेब में कितनी कैलोरी होती हैं?

एक सेब मैं लगभग सभी प्रकार के न्यूट्रिशन, प्रोटीन, विटामिन पाए जाते हैं हमारे शरीर को स्वस्थ बनाते हैं हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करने के लिए लगभग 1 प्रकार के मध्य आकार के सेब जिसका वजन लगभग 100 ग्राम का होता है उस में 52 कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है।

क्या खाली पेट हरा सेब खा सकते हैं?

 सेब चाहे जिस प्रकार का हो उसे खाली पेट खाया जा सकता है क्योंकि सेल में फाइबर पाया जाता है जो पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जिससे हमारा पेट की सभी बीमारियां दूर होती हैं। 

एक दिन में कितने हरे सेब खाने चाहिए है?

शरीर में जितने कैलोरी ऊर्जा की आवश्यकता होती है हम उसी हिसाब से सेब खा सकते हैं लेकिन स्वस्थ पोषण आहार के साथ-साथ सेब लेना आवश्यक होता है, क्योंकि मध्यम आकार के सेब में लगभग 52 कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है, जो हमारे शरीर को पोषण प्रदान करती है।

Author Profile

Sambhav Sharma
Sambhav Sharma
संभव शर्मा ने राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय इलाहबाद से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, तथा बैसवारा महाविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। बैसवारा महाविद्यालय द्वारा हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के पश्चात संभव शर्मा ने विभिन्न प्रकार की वेबसाइट तथा ब्लॉग में लेखन का कार्य किया है, तथा विभिन्न प्रकार के पत्रिकाओं तथा हुए पोर्टल पर चीफ एडिटर का कार्य भी किया है, तथा पिछले 5 सालों से इन्होंने ACPP.MD वेबसाइट के लिए मुख्य एडिटर के रूप में कार्य किया है, जिन का योगदान इस वेबसाइट के लिए महनीय है। इनके द्वारा एडिट किए गए सभी प्रकार के लेख लोगों के स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित हुए हैं।

Leave a Comment