भारत में हस्तमैथुन को गलत नजरिये से देखा जाता है। हस्तमैथुन को लेकर पूरे संसार में लोगों के मध्य भिन्न भिन्न भ्रांतियाँ एवं प्रश्न हैं। जबकि विज्ञान के नजरिये में हस्तमैथुन को स्वास्थ्य के लिए आवश्यक एक्सरसाइज माना गया है। पुरुषों द्वारा माना जाता है कि हस्तमैथुन केवल मर्दो द्वारा किया जाता है परन्तु ऐसा नहीं महिलांए भी हस्तमैथुन करटी हैं। महिलाएं भी मानसिक तनाव तथा सेक्स तनाव को दूर करने के लिए हस्तमैथुन करती हैं लेकिन कुछ लोग यह जानना चाहते हैं की लड़कियां हस्तमैथुन कैसे करती है, क्यों की लड़कों को तो सभी जानते है लेकिन आज के इस लेख में लड़कियों के हस्त मैथुन करने के तरीके तथा फायदे की जानकारी दी जायेगी।
हस्तमैथुन क्या होता है?
जब कोई स्त्री या पुरुष को स्वयं को सेक्स पार्टनर के अभाव में बेहतर महसूस करने हेतु अपने हाथ या अन्य किसी वस्तु का प्रयोग करते हुए सम्भोग क्रिया करता है। उस क्रिया को हस्तमैथुन (masturbation) कहा जाता है। प्रत्येक स्त्री / पुरुष इस क्रिया को अपने मुताबिक करता है। यह प्रक्रिया उसके मन व दिमाग में उपजी सोच व भावना को प्रदर्शित करती है।
क्या हस्तमैथुन करना गलत है?
इस प्रश्न के सम्बन्ध में लोगों के भिन्न भिन्न मतभेद हैं। कुछ लोग हस्तमैथुन को गलत मानते हैं तो कुछ नहीं। विशेषज्ञों की राय में हस्तमैथुन करना कतई गलत नहीं है। यह मनुष्य की यौन संबंध बनाने की इच्छा तथा स्वयं को अच्छा महसूस कराने की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। हस्तमैथुन क्रिया को प्रयोग कर आप स्वयं की शारीरिक संतुष्टी को पूर्ण करते हुए स्वयं को आनन्द का अनुभव भी कराते हैं। प्रायः हस्तमैथुन को मुठ मारना नाम से भी जाना जाता है। स्त्री / पुरुष किसी के लिए भी हस्तमैथुन का समय निजी होता है, इसे सार्वजनिक रूप से किया जाना उचित नहीं है तथा हस्तमैथुन को पब्लिक एरिया में करना गैर कानूनी भी है। हस्तमैथुन करने की भावना लडकों में प्रायः 17 वर्ष की उम्र से वही लडकियों में यह इच्छा 15 वर्ष की उम्र में जाग्रत होने लगती है।
मुठ मारना क्यों जरूरी है?
आधुनिक विज्ञान के अनुसार हस्तमैथुन करना मानव शरीर के लिए लाभदायक है। भारतीय समाज में ऐसी भ्रांतियाँ फैला रखी हैं कि मुठ मारने से आँखों के नीचे काले धब्बे बन जाते हैं, लिंग टेडा हो जाता है, शारीरिक विकास रुक जाता है, आँखों की रोशनी कम हो जाती है। वास्तविकता में यह सब गलत है। हस्तमैथुन करने से तनाव कम होता है। मुठ मारना अच्छी नींद प्रदान करता है। हस्तमैथुन करने से शरीर को आराम प्राप्त होता है तथा गुड हार्मोंस में इजाफा होता है।
हस्तमैथुन क्यों किया जाता है?
स्त्री एवं पुरुष द्वारा शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति हेतु ही हस्तमैथुन किया जाता है। मास्टरबेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसको आप अपने सेक्स पार्टनर के साथ तथा उसके न होने पर भी प्रयोग कर अपनी शारीरिक जरुरतों को पूर्ण कर सकते हैं। हस्तमैथुन का प्रयोग अपनी शारीरिक क्षमता को मापने के लिए भी स्त्री एवं पुरुष द्वारा किया जाता है। किशोरावस्था प्रारम्भ होने के उपरांत प्रत्येक लडका / लडकी कभी न कभी हस्तमैथुन अवश्य करते हैं। जब युवा स्त्री / पुरुष की समय के अनुरुप शारीरिक उत्तेजना पूर्ण नही होती है तब इन लडके व लडकियों को अपने यौन अंगों को उत्तेजित कर अपनी शारीरिक कामुक इच्छाओं की पूर्ति की जाती है।
जब किसी युवा को कोई पार्टनर नहीं मिलता या किन्ही कारणों से शादी नहीं हो पा रही है, ऐसी स्थिति में महिला हस्तमैथुन व पुरुष हस्तमैथुन का सहारा लेते हैं। आज के वर्तमान समय में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं ने भी अपनी यौनि एवं निजी अंगों को स्वयं ही उत्तेजित कर लेने के विभिन्न तरीके खोज लिये हैं। यदि महिलाएं अपने योन अंगों को उत्तेजित नहीं करती हैं तो देखने में आया है कि उनकी शादी के उपरांत संभोग करने पर उन्हें संतुष्टि नहीं मिलती है। प्रायः पुरुष 17 वर्ष की उम्र से तो वहीं महिला 15 से 16 वर्ष की उम्र से मुठ मारने की इस प्राकृतिक क्रिया को शुरु कर देते हैं।
पुरुष हस्तमैथुन क्रिया (male hastmaithun)
पुरुष हस्तमैथुन के लिए अपने लिंग को हाथों की मदद से उत्तेजित करते हैं। खडे लिंग पर कुछ चिकनाई जैसे सरसों का तेल, नारियल का तेल या अन्य कोई लुब्रीकेंट लगाकर अपने हाथ की मुट्ठी में पेनिस को दबाकर तेजी से रगड़ना व आगे पीछे करना शुरु कर देते हैं। इस प्रक्रिया को पुरुष जब तक करते हैं जब तक कि उनके लिंग से वीर्य बाहर नहीं आ जाता है तथा शारीरिक उत्तेजना शांत नहीं हो जाती है। पुरुष हस्तमैथुन करने से सेक्स संतुष्टि और तनाव मुक्ति मिलती है।
लड़कियां हस्तमैथुन कैसे करती है (female hastmaithun)
अकसर लडके सोचते हैं कि क्या लडकियाँ हस्तमैथुन करती हैं? यदि हाँ तो ladkiyan hastmaithun kaise karti hain? पुरुषों की भांति महिला भी अपनी उत्तेजना को शांत करने के उद्देश्य से हस्तमैथुन करती हैं। लडकियाँ / महिलांए हस्तमैथुन के दौरान अपनी योनि (वजाइना) को हिलाती या रगड़ती हैं तथा अपनी अंगुली को वजाइना में अंदर लेजाकर अंदर बाहर करती हैं। कभी कभी अपनी काम इच्छा की पूर्ति हेतु गर्ल्स एक से अधिक अंगुली अपनी योनि में डालकर अंदर बाहर करती हैं।
आज के वर्तमान समय में महिलाओं के मास्टरबेसन के लिए विभिन्न प्रकार के खिलौने जैसे वाइब्रेटर व डिल्डो आदि उपलब्ध हैं जिसका प्रयोग महिलाओं द्वारा बहुतायत से किया जा रहा है। इस प्रकार शायद आपको पता लग ही गया होगा की लड़कियां हस्तमैथुन कैसे करती है? कुछ महिलाएं कपोल कल्पना (Fantasy) के द्वारा अपनी कामेच्छा की पूर्ति करते हुए चरमोत्कर्ष तक पहुँच जाती है। कुछ स्त्रियाँ तेज कसकर बंद कर लेती हैं तथा अपनी Vagina पर इतना अधिक प्रेशर लेती हैं कि उन्हें सेक्स की अनुभूति प्राप्त हो जाती है। स्त्री / महिलाओं द्वारा यह प्रक्रिया खडे रहकर, लेटकर, बैठकर कभी भी की जा सकती है।
महिलाओं के लिए हस्तमैथुन हानिकारक है या लाभप्रद
रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान समय के भारत में 95 प्रतिशत पुरुष तथा 90 प्रतिशत महिला प्रतिदिन हस्तमैथुन का प्रयोग कर अपनी कामेच्छा की पूर्ति करते हैं। वैज्ञानिक एवं शोधकर्ताओं के मुताबिक सीमित मात्रा में masturbation करने से मानव शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पडते हैं परन्तु यदि आप मुठ बहुतायत में मारते है आप हस्तमैथुन के आदी हो गये हैं तो आप सेक्सोलाजिस्ट व साइक्रेटिस्ट से सलाह अवश्य लें।
तनाव से मुक्ति
हस्तमैथुन की क्रिया के दौरान हर्ट बीट बढ जाती है। ब्लड सर्कुलेशन भी बढ जाता है। मसल्स ठोस हो जाती है। यह सभी बदलाव तनाव से मुक्ति दिलाते हैं। मुठ मारने से व्यक्ति रिलैक्स महसूस करता है।
सेफ सैक्स का बेहतर तरीका
मुठ मारना आपकी शारीरिक भूख एवं कामुकता पर काबू बनाये रखता है। यह आपके मन व दिमाग को स्थिर करने में मदद करता है तथा आपकी ठरक और हवसीपन को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
सेक्सुअल डिसफंक्शन को नियंत्रित करता है
यदि महिला या पुरुष किसी भी प्रकार के सेक्सुअल डिसफंक्शन से पीडित हैं तो हस्तमैथुन उनकी काफी मदद करता है। जैसे यदि पुरुष ई0डी की समस्या से ग्रसित है तो वह शारीरिक संबंध बनाने से पूर्व मुठ मारकर वीर्य रुसखलित कर अपने सेक्स टाइम में इजाफा कर सकता है। मठ मारने की प्रक्रिया के जरिये स्त्री व पुरुष अपनी क्षमता की जानकारी कर सकते हैं।
अच्छी नींद
क्लाइमेक्स वह बिंदु है जहाँ आप सेक्स के उपरान्त स्त्री / पुरुष आनन्द की सीमा तक पहुँच जाता है। क्लाइमेक्स के बाद आपके शरीर से हार्मोन्स निकल जाते हैं। मानव शरीर से जब ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन हॉर्मोन्स निकल जाते हैं तो वह बेहद हल्का महसूस करता है और यही वजह है कि हस्तमैथुन / संभोग के बाद आने वाली नींद बहुत गहरी होती है।हस्तमैथुन एक प्राकृतिक तरीका है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक इच्छाओं की पूर्ति करने में मदद करता है, परंतु यदि आप इसके आदि हो जाते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है।
निष्कर्ष
आप सभी से आशा है की आज आओ लड़कियाँ हस्तमैथुन कैसे करती हैं के बारे में जान गए होंगे जिससे आपके मन में चल रहे लड़कियों के हस्तमैथुन से सम्बंधित सभी सवाल समाप्त हो गए होगे और लड़कियों को हस्तमैथुन करने से कौन से लाभ होते हैं जिससे लड़किया स्वस्थ बनी रह सकती हैं क्यों की कोई भी काम सीमित मात्रा में करने पर ही फायदा मिलता हैं यदि आप कोई भी काम असीमित रूप से करते हैं तो आपको नुक्सान हो सकता है और आपको विभिन्न समस्याएं भी हो सकती हैं।
Author Profile
- हमारी टीम ACPP.MD में डॉक्टर पंकज मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं, तथा प्रारम्भिक समय में चिकित्सा के क्षेत्र में इन्होंने नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गुरुग्राम में चिकित्सक तथा सेक्सोलॉजिस्ट के रूप में कार्य किया है। डॉ पंकज वर्मा ने MD Medicine की डिग्री PGIMER Chandigarh से व डायबिटीज में UK से Fellowship तथा संधिवातीयशास्त्र में PGC की डिग्री USA से किया है, और डॉ पंकज वर्मा ने मनोचिकित्सा और परामर्श में परास्नातक किया हुआ है, वर्तमान समय में पंकज वर्मा अपनी सेवाओं को MBBS डॉक्टर के रूप में AIIMS नई दिल्ली में दे रहे हैं। अपने अनुभव तथा शिक्षा के आधार पर डॉक्टर पंकज वर्मा हमारी टीम ACPP.MD के साथ पिछले कई वर्षों से मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में भी कार्यरत हैं, जो समय-समय पर आप सभी के लिए गठिया रोग, गुप्त रोग, तथा मनोचिकित्सा स्वास्थ्य से संबंधित सलाह प्रदान करते हैं, जिनकी सलाह के पश्चात तथा दवाइयां प्रयोग करने से हजारों लोगों ने अपनी बीमारी से संबंधित समस्याएं ठीक की हैं।