आजकल पुरुष अपने लिंग के साइज से संतुष्ट नहीं होते हैं क्योंकि सामान्य रूप से शारीरिक कमजोरी के कारण कुछ पुरुषों के लिंग में कमजोरी रहती है, जिसके कारण उनके लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है, और लिंग छोटा तथा पतला दिखाई देता है। ऐसी स्थिति में पुरुष सेक्स क्रिया के समय महिलाओं को संतुष्ट करने में असमर्थ रहते हैं, ऐसा भारतीय पुरुषों का मानना होता है। जिसके कारण पुरुषों को अक्सर यह प्रश्न पूछते हुए पाया जाता है, कि लिंग का साइज किस उम्र तक बढ़ता है? और उन्हें अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे उन्हें कभी कभी कुछ नुकसान भी हो जाते हैं। जिसके कारण को विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याएं भी हो जाती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आज हम आपको सही जानकारी उपलब्ध कराएंगे, जो लिंग से संबंधित उसके साइज तथा लंबाई, मोटाई को कब तक बढ़ा सकते हैं, के बारे में है।
पुरुषों की मानसिकता होती है, कि लंबे लिंग वाला व्यक्ति ही महिलाओं को संतुष्ट कर सकता है। किंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है। सामान्य लिंग की लंबाई तथा मोटाई वाला व्यक्ति किसी भी सामान्य महिला को सेक्स क्रिया में संतुष्ट करने के लिए समर्थ होता है, केवल उसमें पर्याप्त रूप से शारीरिक शक्ति होनी चाहिए। जिसके कारण वह महिला के साथ महिला के संतुष्ट होने तक सेक्स क्रिया करता रहे। ऐसा हम कह सकते हैं, कि महिलाएं लिंग की लंबाई तथा मोटाई से संतुष्ट नहीं होते हैं, जबकि अधिक देर तक सेक्स क्रिया करने के कारण महिलाओं को संतुष्ट किया जा सकता है।
लिंग की औसत लंबाई तथा मोटाई
पुरुषों के लिंग की लंबाई का मोटाई भौगोलिक दशा तथा वातावरण के अनुसार प्रत्येक क्षेत्र में अलग-अलग होती है, ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी इंटरनेशनल के अनुसार ढीले लिंग की लंबाई 3.61 इंच, तथा उत्तेजित अवस्था में लिंग की लंबाई 5.16 इंच होनी चाहिए, जो कि लगभग प्रत्येक सामान्य पुरुषों में पाई जाती है। फिर भी आज के समय में बहुत सारे पुरुष अपने लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बढ़ाने के विभिन्न प्रकार के उपाय तथा दवाइयों का प्रयोग करते रहते हैं, क्योंकि उन्होंने विभिन्न प्रकार के पोर्न वीडियो में बहुत अधिक लंबे तथा मोटे लिंग को देखा होता है। जबकि वह पुरुष किसी दूसरी कंट्री या ऐसे जगहों में से आते हैं, जहां पर वहां की वातावरण की दशाएं ही ऐसी होती हैं, जिसके कारण उनका लिंग अधिक लंबा तथा मोटा होता है।
विभिन्न प्रकार के संस्थाओं तथा वैज्ञानिकों का मानना है, कि महिलाओं को सेक्स क्रिया में संतुष्ट करने के लिए सामान्य आकार के लिंग की आवश्यकता होती है, जो मुख्यतः सामान्य पुरुषों में पाया जाता है। महिलाओं की योनि में सेक्स के समय संतुष्ट होने वाले अंग योनि के ऊपरी भाग में पाए जाते हैं, जो सामान्य साइज के लिंग वाले पुरुष द्वारा संतुष्ट किया जा सकता है, क्योंकि सामान्य आकार के लिंग महिला के योनि के ऊपरी भाग में महिला सेक्स संतुष्टि अंग होता है, वहां तक पहुंचने में सक्षम होता है। अतः यदि पुरुष के लिंग की लंबाई सामान्य आकार में है, तो प्रत्येक पुरुष महिला को सेक्स क्रिया में संतुष्ट करने के लिए समर्थ होता है। विभिन्न लोगों का मानना है, कि महिला को संतुष्ट करने के लिए लंबे मोटे लिंग की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि अधिक देर तक सेक्स क्रिया करके महिला को संतुष्ट किया जा सकता है।
पुरुषों में लिंग के साइज का महत्व
पुरुषों का लिंग यदि सामान्य साइज का है तो पुरुषों को किसी भी प्रकार से परेशान होने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि यह जरूरी नहीं कि बड़ा तथा मोटा लिंग महिलाओं को सेक्स क्रिया करने में संतुष्ट कर सकता है। बहुत सारे पुरुषों का यह सोचना होता है, कि उनके लिंग का साइज उनकी महिला साथी को अपनी और आकर्षित कर पाएगा, कि नहीं क्योंकि उनका मानना होता है, कि ज्यादा लंबा तथा मोटा लिंग ही महिलाओं को अपनी और आकर्षित करता है। वही छोटे लिंग वाले पुरुष के मन में यह चिंता रहती है, कि छोटा लिंग होने के कारण उनकी महिला साथी उसे संतुष्ट हो पाएगी कि नहीं ऐसी भ्रांतियां पुरुषों के मन में चलती रहती हैं। किंतु कभी-कभी यह देखा गया है, कि छोटे लिंग से महिलाएं संतुष्ट हो जाती हैं, वही बड़ा लिंग उनकी संतुष्टि का कारण बनता है, क्योंकि बड़े लिंग से उनको कभी कभी सेक्स के समय दर्द का अनुभव होता है, तथा उससे वह भयभीत हो जाती हैं।
लिंग का साइज प्रभावित करने वाले कारक
लिंग का साइज को प्रभावित करने वाले मुख्य कारकों में से सबसे महत्वपूर्ण कारक पुरुषों के अनुवांशिक लक्षण होते हैं। अनुवांशिक लक्षणों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के अन्य कुछ कारक होते हैं, जो लिंग के साइज को प्रभावित कर सकते हैं, जिनके कारण पुरुषों का लिंग छोटा, पतला रह जाता है, तथा कुछ पुरुषों का लिंग लंबा तथा मोटा होता है। पुरुषों के लिंग की लंबाई तथा मोटाई मुख्य रूप से उनकी शारीरिक शक्ति की क्षमता पर निर्भर करती है। जिन पुरुषों में शारीरिक शक्ति अच्छी होती है, उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्त्राव अधिक मात्रा में होता है, जिसके कारण उनके लिंग का विकास पर्याप्त मात्रा में होता रहता है।
सामान्य रूप से जब शरीर का विकास होता है, तभी से लिंग में परिवर्तन शुरू होते हैं। लिंग का अधिकतम विकास 11 से 14 वर्ष की उम्र में बढ़ने लगता है, तथा यह विकास 21 से 22 साल की उम्र तक होता रहता है। इसी समय शरीर में अधिकतर हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जो लिंग की लंबाई तथा मोटाई को बहुत अधिक प्रभावित करते हैं। यदि पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन सामान्य रूप से स्रावित होता है, तो निश्चित रूप से ही पुरुषों में लिंग की लंबाई सामान्य रहती है। किंतु कुछ पुरुषों में शारीरिक कमजोरी के कारण टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का श्रावण कम होता है, जिसके कारण उनके लिंग का विकास नहीं हो पाता है।
शारीरिक विकास तथा लिंग के विकास में संबंध
कुछ लोगों का मानना होता है, कि जिस व्यक्ति का शरीर लंबा चौड़ा होता है, उनका लिंग भी लंबा मोटा होता है। किंतु यह एक मिथक सत्य होता है, क्योंकि पुरुषों के हाथ, पैर, नाक आदि, की लंबाई से लिंग की लंबाई का कोई संबंध नहीं होता है। ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च के दौरान ने बताया है कि शारीरिक लंबाई चौड़ाई तथा वजन का लिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। लिंग के विकास में केवल शारीरिक शक्ति का प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का श्रावण अधिक मात्रा में होता है। कभी-कभी ऐसा भी होता है, कि ज्यादा लंबे चौड़े आदमी का लिंग और भी अधिक छोटा होता है, क्योंकि अत्यधिक शारीरिक ऊर्जा का प्रयोग शरीर के विकास में प्रयोग हो जाता है, तथा लिंग के विकास के लिए शारीरिक ऊर्जा पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाती है।
कितने बड़े लिंग को बड़ा कहा जा सकता है
लेख में बताया गया है, कि सामान्य लिंग की लंबाई बिना तनाव की स्थिति में 3.61 होती है, तथा तनाव की स्थिति में 5.16 होती है। यदि आपका लिंग इससे भी बड़ा है, तो आप इसे बड़ा लिंग मान सकते हैं, और यदि आपका लेंगे इस अवस्था में है, तो आप उसे सामान्य मान सकते हैं। जिसके द्वारा किसी भी प्रकार के स्त्री को सेक्स क्रिया के समय संतुष्ट किया जा सकता है। किंतु यदि आपके लिंग की लंबाई से छोटी है, तो आपको थोड़ा चिंता करने की आवश्यकता हो सकती है, जो कि आप अपने शारीरिक शक्ति को बढ़ाते हुए अपने लिंग का विकास के लिए टेस्टोस्टेरोन हारमोंस किस श्रावण को बढ़ा सकते हैं। एक रिसर्च के दौरान पाया गया कि लिंग की लंबाई निम्नलिखित हो सकती है, अमेरिकन प्लास्टिक सर्जरी एकेडेमी ने तने हुए लिंगों को मापा और पाया कि:
- 3 % पुरुषों के तने हुए लिंगों की लंबाई 7 से.मी./2.75 इंच है।
- 4 % पुरुषों के तने हुए लिंगों की लंबाई 12 से.मी./4.7 इंच है।
- 75 % पुरुषों के तने हुए लिंगों की लंबाई 15 से.मी./5.9 इंच है।
- 15 % पुरुषों के तने हुए लिंगों की लंबाई 18 से.मी./7.1 इंच है।
- 3 % पुरुषों के तने हुए लिंगों की लंबाई 20 से.मी./7.9 इंच है।
लिंग की लंबाई बढ़ाने के लिए उपयोगी तथ्य
जैसा कि उपरोक्त बताया गया है, कि सामान्य आकार के लिंग द्वारा किसी महिला को सेक्स क्रिया में संतुष्ट किया जा सकता है। किंतु यदि आपको लगता है, कि आपका लिंग सामान्य लिंग के आकार से छोटा है, तो आपको अपनी शारीरिक शक्ति की तरफ ध्यान देना चाहिए। आपको अपने शारीरिक शक्ति बढ़ाने वाले कारकों का प्रयोग करते हुए शारीरिक शक्ति को बढ़ाना चाहिए। जिससे शरीर में शक्ति का संचार होता है और अत्यधिक उर्जा होने के कारण अधिक मात्रा में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का श्रावण होता है, जिससे लिंग की लंबाई बढ़ती रहती है। इसके अलावा कुछ अन्य तत्व भी होते हैं, जिनके द्वारा टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्राव को बढ़ाया जा सकता है, तथा जिससे लिंग की लंबाई भी प्रभावित हो सकती है। यह कारक निम्नलिखित हैं
- पोषण आहार लेना चाहिए।
- धूम्रपान का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- अल्कोहल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- पर्याप्त रूप से व्यायाम करना चाहिए।
- फल तथा हरी सब्जियों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए।
- बचपन से ही हस्तमैथुन जैसी क्रियाएं नहीं करनी चाहिए।
- मानसिक तनाव नहीं लेना चाहिए।
- कम उम्र में सेक्स क्रिया नहीं करनी चाहिए।
उम्र बढ़ने के साथ-साथ लिंग में परिवर्तन
पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके शरीर में परिवर्तन होते रहते हैं, तथा शरीर के साथ-साथ कुछ आंतरिक परिवर्तन भी होते हैं, जिन्हें हम हार्मोनल परिवर्तन कहते हैं। हार्मोनल परिवर्तन के कारण पुरुषों के लिंग में परिवर्तन होते हैं, जिसके कारण उनका लिंग बड़ा होता है, तथा कुछ अन्य परिवर्तन भी होते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ पुरुषों के लिंग में निम्नलिखित परिवर्तन होते हैं
- लिंग का रंग।
- लिंग का आकार।
- लिंग में संवेदनशीलता।
- लिंग में बाल।
- अंडकोष में परिवर्तन।
- लिंग में उत्तेजना तथा शिथिलता।
निष्कर्ष
लिंग पुरुषों के शरीर के लिए एक बहुत ही उपयोगी अंग होता है, तथा इसे प्रजनन के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार माना जाता है, क्योंकि लिंग से ही शुक्राणु निकलकर महिला की योनि में पहुंचते हैं, और गर्भाशय में उपस्थित अंडे के साथ निषेचन क्रिया करके भ्रूण का निर्माण करते हैं। जिन व्यक्तियों में लिंग का साइज कम तथा ज्यादा रहने की आशंका रहती है, वे लिंग से संबंधित बातों को सोचकर तथा जानकारी लेकर परेशान रहते हैं। उनको अक्सर यह जानने की इच्छा रहती है, कि लिंग का साइज किस उम्र तक बढ़ता है? क्योंकि उन्हें लगता है, कि उनका लिंग बहुत अधिक छोटा है। किंतु यह एक भ्रम होता है, जो पुरुषों को परेशान करता है। लिंग के छोटे तथा बड़े होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
FAQ’s
पुरुषों के लिंग का आकार किस उम्र तक बढ़ता है?
पुरुषों के लिंग का विकास अधिकतम 11 से 14 वर्ष की उम्र में होने लगता है, तथा यह विकास 21 से 22 साल की उम्र तक होता रहता है। जिन व्यक्तियों में शारीरिक शक्ति का विकास लगातार होता रहता है। उनके लिंग का विकास लगातार होता रहता है। जिस समय शरीर में अधिकतम हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, उसी समय लिंग का विकास तेजी से होता है। लिंग के विकास के लिए आवश्यक है, कि शरीर को पर्याप्त पोषण आहार तथा पोषक तत्व प्रदान किए जाए जिससे शरीर में पर्याप्त रूप से ऊर्जा का विकास होता रहे, तथा टेस्टोरोन हार्मोन सामान्य रूप से होता रहे जिससे लिंग का विकास पर्याप्त मात्रा में हो सकता है।
औसत भारती पुरुषों के लिंग की लम्बाई कितनी होती है?
पुरुषों के लिंग की लंबाई उनके शारीरिक शक्ति पर निर्भर करती है, तथा प्रत्येक पुरुष के लिंग की लंबाई तथा मोटाई अलग-अलग होती है। लिंग की लंबाई तथा मोटाई उस क्षेत्र की वातावरण तथा भौगोलिक दशाओं पर भी निर्भर करती है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी इंटरनेशनल के अनुसार ढीले लिंग की लंबाई 3.61 इंच तथा उत्तेजित अवस्था में लिंग की लंबाई 5.16 इंच होनी चाहिए। यह प्रत्येक भारतीय पुरुष के लिंग की आवश्यक लंबाई होती है।
उम्र के बढ़ने से लिंग में क्या बदलाव होते हैं?
जन्म से 11 वर्ष की उम्र तक लिंग में सामान्य अवस्था में परिवर्तन होते रहते हैं, किंतु जैसे ही पुरुषों की आयु 11 वर्ष से अधिक होती है, और उनके शरीर में विभिन्न प्रकार के हारमोंस का श्रावण बढ़ता है, वैसे ही शरीर के साथ-साथ पुरुषों के लिंग में तेजी से परिवर्तन होते हैं, तथा 11 से 21 वर्ष तक की आयु तक यह परिवर्तन लगातार होते रहते हैं, जो पुरुषों में लिंग के साइज में बदलाव तथा अन्य परिवर्तन होते हैं। अतः पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके लिंग में तथा लिंग की लंबाई तथा मोटाई में परिवर्तन होते हैं।
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