पुरुषों के लिंग में कभी-कभी अचानक जलन होने लगती है, जिसके कारण पुरुष शारीरिक व मानसिक रूप से विचलित होने लगते हैं, तथा लिंग में जलन के कारण और उपचार लिंग में दर्द होने लगता है। पुरुषों के पेनिस में होने वाली यह समस्याओं पुरुषों के शारीरिक तथा बाहरी संक्रमण के कारण हो सकती है। पुरुषों के लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली के कारण पुरुषों के लिंग का ऊपरी सिरे में छोटे-छोटे घाव हो जाते हैं, जिसके कारण पेशाब करते समय बहुत अधिक जलन तथा दर्द का अनुभव होता है।
यह स्थिति किसी भी पुरुष को चिंता में डाल देती है, जिसके कारण व्यक्ति शारीरिक तथा मानसिक रूप से परेशान हो जाता है। पुरुषों के लिंग में जलन ज्यादातर किशोरावस्था में होती है जिस समय पुरुषों के गुप्तांगों का विकास तेजी से होता है। लिंग में जलन होने के कारण व्यक्ति की यौन गतिविधियों के साथ-साथ शारीरिक गतिविधियां भी प्रभावित होती हैं।
लिंग में जलन क्या हैं
व्यक्तियों के लिंग में होने वाली जलन किसी विशेष प्रकार की बीमारी के कारण नहीं होती है, यह एक प्रकार का वायरस संक्रमण होता है, जिसमें जीवाणुओं के कारण लिंग के ऊपरी स्किन में छोटे छोटे दाने पड़ जाते हैं, तथा यही दाने कुछ समय पश्चात घाव में बदल जाते हैं। घाव हो जाने के कारण व्यक्ति को पेशाब करते समय जलन का अनुभव होता है, क्योंकि पेशाब में यूरिक एसिड पाया जाता है। जलन के साथ-साथ व्यक्ति को पीड़ा भी होती है, लिंग में जलन होने का मुख्य कारण लिंग के ऊपरी त्वचा में छोटे छोटे दाने तथा इंफेक्शन हो जाने के कारण होता है। यह दाने बाद में घाव के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं, जिसके कारण त्वचा पर फफोले बनना, चकत्ते पड़ना, खुजली होना, पेशाब से खून आना आदि समस्याएं देखी जा सकती हैं।
लिंग में जलन के कारण और उपचार
पेनिस में जलन होना तथा खुजली होना या कोई एक विशेष प्रकार की बीमारी नहीं है, बल्कि कुछ बीमारियों के कारण यह समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। लिंग में जलन का कारण विभिन्न प्रकार की अन्य बीमारियां होती हैं, जो संक्रमण के कारण लिंग में फफोले तथा दाने उत्पन्न कर देती हैं, जिनके कारण लिंग में जलन या खुजली होने लगती है। कई बार लिंग में अधिक मात्रा में रगड़ लगने के कारण भी खुजली उत्पन्न होने लगती है, जिसके कारण बाद में त्वचा पर घाव हो जाते हैं, और लिंग में जलन होने लगती है। लिंग में रगड़ लगने के मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं
- अधिक रगड़ के साथ हस्तमैथुन करना।
- अधिक तेज सेक्स क्रिया करना।
- जींस का पैंट टाइट पहनना।
- किसी टाइट कपड़े से लिंग की सफाई करना।
उपरोक्त कारणों से यदि लिंग में रगड़ लग जाती है, तो जलन उत्पन्न होने लगती है, इसके अलावा सेक्स क्रिया करते समय यदि आपने किसी प्रकार के लुब्रिकेंट का प्रयोग किया है, और वह लुब्रिकेंट आपकी त्वचा के लिए सेंसेटिव है तो हो सकता है, कि आपकी त्वचा में जलन तथा फफोले उत्पन्न होने लगे, जिसके कारण खुजली तथा दर्द होने लगता है। उपरोक्त कारणों के अलावा कुछ निम्नलिखित कारणों से भी लिंग में जलन तथा दाने उत्पन्न हो सकते है
- यूरेथ्राटीइस।
- मूत्र मार्ग में संक्रमण।
- प्रॉस्टेटाइटिस।
- लिंग में जीवाणु इंफेक्शन।
- गोनोरिया।
- पेनिस कैंसर।
लिंग में जलन के लक्षण
मर्दों के लिंग में जलन या खुजली होना कोई विशेष प्रकार का रोग नहीं है, बल्कि यह विभिन्न प्रकार के रोगों का एक लक्षण है, जो पुरुषों के लिंग की ऊपरी त्वचा पर दिखाई देता है, जिसके कारण पुरुषों को लिंग में जलन खुजली तथा दर्द का अनुभव होता है। लिंग में जलन होने के कारण शरीर में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं, जो किसी अन्य विशेष प्रकार के रोग के भी हो सकते हैं।
- पीठ में दर्द होना।
- पेशाब में दर्द होना।
- पेशाब में खून आना।
- संभोग के दौरान दर्द होना।
- ग्रोइन में दर्द होना।
- लिंग में दर्द होना।
- लिंग में खुजली होना।
- लिंग में लालिमा आना।
- स्खलन में दर्द होना।
- तीव्र बुखार होना।
- पेशाब ना आना।
- वृषण कोष में अचानक दर्द होना।
- लिंग की आकृति खराब हो जाना।
लिंग में जलन का इलाज
penis में होने वाली जलन व खुजली को ठीक करने का कोई एक उपाय नहीं है, इसको ठीक करने के विभिन्न प्रकार के उपाय हैं। सबसे पहले हमें लिंग में खुजली और जलन या दाने जिस कारण हुए हैं, उस कारण को जानने की जरूरत होती है। उस रोग के कारण को जाने के पश्चात सबसे पहले उस कारण को ठीक करने की कोशिश करते हैं। उसके पश्चात लिंग की जलन और खुजली को ठीक करने के लिए एंटीसेप्टिक तथा एंटीफंगल दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। लिंग में होने वाली जलन और खुजली यदि किसी रगड़ के कारण हुई है, तो सबसे पहले उस कारण का पता लगाना चाहिए और उसके पश्चात ढीले कपड़े पहनना चाहिए, और रगड़ लगने वाले कारण को दूर करना चाहिए। रगड़ लगने वाले निम्नलिखित कारणों को दूर करना चाहिए
- लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिए हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए।
- सेक्स क्रिया अधिकार रगड़ के साथ नहीं करनी चाहिए इसके लिए लुब्रिकेंट का प्रयोग करना चाहिए।
- जींस तथा पेंट ढीली पहननी चाहिए।
- लिंग की सफाई करने के लिए किसी सॉफ्ट कपड़े का प्रयोग करना चाहिए।
Ling men Jalan Ka Ilaaj
पेनिस में होने वाली जलन यदि किसी विशेष प्रकार की बीमारी का एक लक्षण है, तो पहले तो उस बीमारी के बारे में जानकर और उसका इलाज कराना चाहिए, उसके पश्चात जब वह बीमारी ठीक हो जाए तो लिंग में जलन तथा खुजली को ठीक करने के लिए एंटीफंगल तथा एंटीसेप्टिक दवाइयां तथा क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है। दवाइयों का प्रयोग खाने के लिए किया जा सकता है, तथा एंटीसेप्टिक क्रीम का प्रयोग संक्रमित क्षेत्र पर मरहम के रूप में लगाने के लिए किया जा सकता है। जिससे लिंग में होने वाली जलन व खुजली की समस्या बहुत जल्दी ठीक हो जाती है।
लिंग में जलन खुजली तथा संक्रमण को ठीक करने के लिए पेनिसिलिन का प्रयोग किया जा सकता है। यह पेनिसिलिन एक प्रकार की एंटीबायोटिक औषध है जिसका उत्पाद नीले रंग की फफूंद से प्राकृतिक रूप से किया जाता है, या बैक्टीरियल रोगों से बचने के लिए एकमात्र एंटीबायोटिक औषधि है, जिसका उपयोग सभी प्रकार के कवक एवं बैक्टीरिया से उत्पन्न होने वाले रोगों में किया जाता है। पेनिसिलिनसे विभिन्न प्रकार के मरहम टैबलेट्स व इंजेक्शन बनाए जाते हैं, जो कवक व बैक्टीरिया को खत्म करते हैं पेनिसिलिन मुख्य रूप से पेनिसिलियम नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है।
पेनिसिलिन के प्रमुख उपयोग
- पेनिसिलिन का प्रयोग बैक्टीरियल रोगों में किया जाता है।
- पेनिसिलिन का प्रयोग पेनिस में दानों के उपचार में किया जाता है।
- पेनिसिलिन का प्रयोग एंटीबायोटिक औषधियां बनाने में किया जाता है।
- पेनिसिलिन का प्रयोग घाव में जीवाणु संक्रमण रोकने के लिए किया जाता है।
पुरुषों के पेनिस पर पिम्पल या दाने होना एक सामान्य सी बात है। अगर आपको पेनिस पर लगातार दाने हो रहे हैं। और दाने होने के बाद आप किसी से इस बारे में शेयर नहीं कर रहे है या किसी को भी नहीं बताते है तो यह आदत आगे चलकर खतरनाक हो सकती है और इससे पस निकल सकता है इसी लिए हमें पेनिस पर दाने तथा जलन के उपचार के लिए पेनिसिलिन का प्रयोग किया जा सकता है।
पेनिस में दर्द के घरेलू उपाय
भारतीय घरों में विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक औषधीय पदार्थ पाए जाते हैं, जिनमें औषधि गुण होने के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। लिंग में दर्द तथा जलन होने के कारण का पता लगाकर उसका इलाज के लिए घर में उपलब्ध है विभिन्न प्रकार के पदार्थों का प्रयोग किया जा सकता है। पेनिस में दर्द के घरेलू उपाय अपनाकर लिंग में होने वाले जलन तथा खुजली को ठीक किया जा सकता है। पेनिस में होने वाली दर्द तथा जलन को ठीक करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय अपनाया जा सकते हैं।
- दही का प्रयोग करके।
- नारियल तेल का प्रयोग करके।
- टी ट्री आयल का प्रयोग करके।
- एलोवेरा जेल का प्रयोग करके।
दही का प्रयोग करके
दही मैं एंटीबैक्टीरियल तथा एंटीमाइक्रोबियल ग्रुप पाए जाते हैं, जिस के कारण दही का प्रयोग लिंग की जलन तथा खुजली वाली समस्या को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। दही का प्रयोग दैनिक रूप से खाने के साथ किया जा सकता है, तथा संक्रमित क्षेत्र के दही का प्रयोग लगाने के रूप में भी किया जा सकता है। इससे जलन तथा खुजली में राहत मिलती हैं। दही में उपलब्ध हो घी की चिकनाई के कारण लिंग की पहचान मोस्चराइज रहती है, जिसके कारण घाव तथा दाने ठीक हो जाते हैं, जिससे लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली की समस्या समाप्त हो जाती है।
नारियल तेल का प्रयोग करके
लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिए नारियल तेल का प्रयोग स्किन इनफेक्शन तथा स्किन एलर्जी को रोकने के लिए किया जाता है। यदि लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली किसी विशेष प्रकार के इंफेक्शन या एलर्जी के कारण हुई है, तो उसको ठीक करने के लिए घर में उपलब्ध नारियल तेल का प्रयोग किया जा सकता है। नारियल तेल का प्रयोग करने के लिए नारियल के तेल को लिंग के ऊपरी त्वचा पर लगाने से कुछ समय पश्चात इंफेक्शन तथा एलर्जी के कारण हुई समस्या ठीक हो जाती है, और लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली की समस्या से राहत मिलती है।
टी ट्री आयल का प्रयोग करके
टी ट्री ऑयल का प्रयोग एंटीफंगल तथा एंटीफ्लेमेट्री के रूप में किया जाता है, टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल तथा एंटीफ्लेमेट्री गुण पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। टी ट्री ऑल का प्रयोग लिंग में होने वाली दर्द तथा जलन को ठीक करने के लिए किया जाता है। टी ट्री ऑल का प्रयोग करने के लिए इसको लिंग के ऊपरी त्वचा पर लगाते हैं, जिससे कुछ समय पश्चात लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली से आराम मिलता है, और दर्द भी समाप्त हो जाता है।
एलोवेरा जेल का प्रयोग करके
एलोवेरा में पर्याप्त मात्रा में एंटी फंगल तथा एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जिसके कारण इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के घाव ठीक करने तथा इन्फेक्शन को दूर करने के लिए किया जाता है। लिंग में होने वाले दानों तथा खुजली की समस्या को ठीक करने के लिए एलोवेरा से एलोवेरा जेल निकालकर त्वचा की ऊपरी परत पर लगाते हैं, जिससे होने वाले इन्फेक्शन की समस्या कुछ समय पश्चात समाप्त हो जाती है। एलोवेरा जेल ताजे एलोवेरा के पौधे से भी निकाला जा सकता है, तथा इसके विभिन्न प्रकार के ब्रांड बाजार में उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा एलोवेरा जेल का प्रयोग करते हुए लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली को ठीक किया जा सकता है। एलोवेरा लिंग में जलन के कारण और उपचार में प्रयोग किया जा सकता है।
पेनिस पर जलन तथा दर्द होने के मुख्य कारण
पेनिस पर जलन और दर्द होने का मुख्य कारण पेनिस से होने वाले विभिन्न प्रकार की बीमारियां तथा कुछ बीमारियों के लक्षण के कारण हो सकता है, इसमें कुछ बीमारियां होती हैं, जिसके कारण लिंग में संक्रमण हो जाता है, और संक्रमण के कारण लिंग में जलन होने लगती है, जिसके कारण दर्द भी उत्पन्न होने लगता है। पेनिस में जलन तथा दर्द का मुख्य कारण निम्नलिखित संक्रमण की बीमारियां हो सकती हैं
- जेनिटल हर्पीज।
- सोरायसिस।
- सिफलिस।
- गोनोरिया।
जेनिटल हर्पीज
genital herpes हर्पीस कर्पीस सिंप्लेक्स वायरस के संक्रमण से होने वाला एक विशेष प्रकार का वायरस संक्रमित रोग होता है। जिसे हम जननांग दाद के नाम से ही जानते हैं, इसमें हमारे जननांगों में मुख्य रूप से लिंग के ऊपर छोटे-छोटे लाल दाने पड़ते हैं, जिसके पश्चात इनमें पपड़ी पड़ जाती है, और यह घाव का रूप ले लेते हैं, जिसके पश्चात घाव में पस निकलने लगता है, और जलन तथा दर्द होने लगती है। जेनिटल हर्पीज को ठीक करने के लिए पेंसिल इन का प्रयोग किया जाता है। जेनिटल हर्पीज का संक्रमण यौन संचारित होता है, एक साथी से दूसरे साथी को सेक्स करने के दौरान फैलता है। इसको रोकने के लिए अभी genital herpes संक्रमित व्यक्ति के साथ सेक्स क्रिया नहीं करनी चाहिए, तथा अनजान साथी के साथ सेक्स क्रिया करते समय कंडोम का प्रयोग करना चाहिए।
Genital Herpes से बचने के उपाय
- genital herpes से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं।
- एक साथी के साथ हमेशा सेक्स करें।
- किसी अन्य साथी के साथ सेक्स करने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें।
- संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों का इस्तेमाल ना करें ना ही उन्हें छुएं।
- संक्रमित व्यक्ति के पेनिस पर फुंसी का इलाजसे पहले संपर्क में ना आएं।
- genital herpes का कोई इलाज नहीं है फिर भी डॉक्टर से बचने के लिए आपको एंटीवायरल दवाइयां और इंजेक्शन देते हैं ।
- जेनिटल हर्पीज से बचने के लिए एपीसोडिक नामक थेरेपी की जाती है।
सोरायसिस
Sorayasis प्रतिरक्षा तंत्र में अनियमितता के कारण होने वाला एक रोग है, जिसके कारण त्वचा में लाल धब्बे तथा दाग दिखाई देते हैं, प्रतिरक्षा तंत्र में अनियमितता के कारण कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, जो हमारे त्वचा पर लाल धब्बों के रूप में एकत्रित हो जाती हैं, जिसे हम सोरायसिस के रूप में जानते हैं। Sorayasis में लाल धब्बे होते हैं, जो सफेद कड़ी परत से ढके होते हैं। यह धब्बे ज्यादातर कोहनियों, घुटनों तथा गले के आसपास के अलावा जननांगों में अधिक मात्रा में पाए जाते हैं जिनमें कुछ समय पश्चात खून निकलने लगता है तथा असहनीय दर्द होता है। सोरायसिस को हम अपरस के नाम से भी जानते हैं। सोरायसिस लिंग में जलन के कारण और उपचार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण फैलता है, या सेक्स करने के दौरान या किसी अन्य संपर्क माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करता है।
सोरायसिस लिंग में जलन के कारण और उपचार
- शरीर को साफ सुथरा रखें और साफ कपड़े पहने।
- तनाव मुक्त रहें।
- प्रतिरक्षा तंत्र का विशेष ध्यान रखें कोई अनियमितता होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- पेनिस पर दाने का इलाज के लिए त्वचा को शुष्क होने से बचाएं त्वचा में नमी बनाए रखें।
- पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में ना आए।
- सोरायसिस से पीड़ित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध ना बनाएं।
- अपने आसपास ह्यूमैनिटी फायर का प्रयोग करें।
सिफलिस
syphilis एक विशेष प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमित रोग है। syphilis रोग ट्रेपेनेमा नामक बैक्टीरिया द्वारा होने वाला एक विशेष प्रकार का रोग है, जिसमें शरीर के गुप्तांगों तथा विभिन्न प्रकार के अन्य अंगों में घाव हो जाते हैं, और उन से खून निकलने लगता है। सिफलिस का संक्रमण मुख्य रूप से शारीरिक संपर्क होने के कारण होता है, यह सेक्स तथा प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं जैसे कपड़ा. बिस्तर वा स्विमिंग पूल आदि के साझा प्रयोग द्वारा अधिक फैलता है। सिफलिस से संक्रमित व्यक्ति को गुप्तांगों, मुख, गुदा तथा गले के आसपास लाल धब्बे दिखाई देते हैं जो धीरे-धीरे घाव के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। जिनसे रक्त का रिसाव होने लगता है, और असहनीय पीड़ा और जलन होने लगती है। सिफलिस का संक्रमण 3 चरणों में फैलता है।
सिफलिस बचने के उपाय
इसका कोई भी उपचार अभी तक नहीं बना है लिंग में जलन के कारण और उपचार से बचने के लिए इससे बचना चाहिए, अतः डॉक्टर से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के इंजेक्शन वह दवाइयां देते हैं सिफलिस से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करना चाहिए।
- लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिए डॉक्टर से पेनिसिलीन इंजेक्शन लगवाना चाहिए।
- लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिएटाइम टाइम से पेनिसिलीन की खुराक लेनी चाहिए।
- पेनिस पर फुंसी का इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह से दवा लेनी चाहिए।
गोनोरिया
gonorrhea एक यौन संचारित रोग है जो जो एक विशेष प्रकार के जीवाणु द्वारा फैलता है गोनोरिया रोग नीसेरिया gonorrhea नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होता है जिसमें जननांगों योनि, लिंग तथा गुदा पर घाव तथा लाल धब्बे हो जाते हैं जिसके कारण पेशाब करते समय योनि तथा लिंग में जलन होने लगती है लिंग में जलन तथा खुजली होने का मुख्य कारण गोनोरिया रोग भी हो सकता है जिसे हम सुजाक के नाम से भी जानते हैं।
यह जीवाणु जननांग पथ, मुंह या गुदा को संक्रमित कर सकता है। गोनोरिया के मुख्य लक्षणों में योनि और लिंग से हरे या पीले रंग का गाढ़ा स्खलन, पेशाब करते समय दर्द का होना और महिलाओं में माहवारी के बीच में खून का निकलना है। इसके संक्रमण के पश्चात गुप्तांगों में घाव हो जाते हैं तथा सभी सेक्सुअल में सूजन आ जाती है तथा रिसाव होने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार का दर्द और जलन होने लगती है।
Gonorrhea के संक्रमण से बचने के उपाय
- जिंक से भरपूर डायट का करें सेवन।
- लहसुन से गोनोरिया के लक्षणों को दूर करे।
- गोनोरिया में विटामिन सी फायदेमंद है।
- गोनोरिया होने पर सेब का सिरका का प्रयोग करें।
- एंटीबॉयोटिक दवाओं का सेवन करे।
- सेक्स के समय कंडोम का इस्तेमाल करें।
- एक से अधिक सेक्स पार्टनर न रखें।
- एक से अधिक सेक्स पार्टनर के साथ सेक्स करने पर जांच करवाएं।
- गोनोरिया संक्रमित के साथ संबंध स्थापित न करें।
- जननांगो में दर्द होने पर सेक्स न करें।
लिंग में जलन तथा दर्द से बचने के तरीके
Ling में जलन तथा दर्द से बचने के लिए सावधानी तथा लिंग में जलन होने के कारण खोज कर इसका इलाज किया जा सकता है। किंतु इसके पहले इसके लक्षणों द्वारा इसके कारणों को जानने की आवश्यकता होती है, यदि आपको उपयुक्त कारण की जानकारी हो जाती है, तो लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली को बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है, क्योंकि यह कोई विशेष प्रकार का रोग नहीं है, बल्कि कुछ रोगों का लक्षण हो सकता है, जिसके द्वारा लिंग में जलन होता खुजली होने लगती है। इससे बचने के निम्नलिखित तरीके
- लिंग में होने वाली जलन तथा खुजली को ठीक करने के लिए डॉक्टर द्वारा पेंसिलिन का इंजेक्शन लगवाना चाहिए।
- लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिए समय-समय पर गर्म पानी द्वारा लिंग की सफाई करनी चाहिए।
- संक्रमित क्षेत्र को शुष्क नहीं होने देना चाहिए उसे मोस्चराइज करते रहना चाहिए।
- लिंग की त्वचा के ऊपर थोड़े-थोड़े समय के पश्चात मोस्चराइज का प्रयोग करते रहना चाहिए।
- लिंग की संक्रमित त्वचा को सर्जरी द्वारा हटाया जा सकता है।
- लिंग में खुजली तथा जलन होने पर किसी प्रकार की सेक्सुअल एक्टिविटी नहीं करनी चाहिए।
- लिंग में जलन के कारण और उपचार के लिए सेक्स करते समय कंडोम का प्रयोग करना चाहिए।
- लिंग से संबंधित संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आना चाहिए।
- समय-समय पर लिंग के ऊपरी त्वचा को साफ करना चाहिए।
निष्कर्ष
Penis में जलन तथा खुजली होने के कारण व्यक्ति को बहुत अधिक परेशानी होने लगती है, लेकिन गुप्तांगो में समस्या होने के कारण कोई भी पुरुष इसको बताने का तथा दिखाने में शर्म महसूस करता है, जिससे यह समस्या बढ़ने लगती है, और धीरे-धीरे जा एक विशेष प्रकार के रोग में परिवर्तित हो जाती है। लिंग में जलन व खुजली को ठीक करने के उपाय को उपरोक्त लेख में बताया गया है, जिसके द्वारा लिंग में होने वाली खुजली दर्द को आसानी से ठीक किया जा सकता है। पेनिस में होने वाले दानों के कारण कभी-कभी जलन और खुजली होने लगती है, जो एक सामान्य से संक्रमण के कारण होने वाली एक समस्या होती है, तथा लिंग में होने वाली खुजली और जलन के विभिन्न कारणों को लेकर में बताया गया है, जिससे लिंग से संबंधित किसी भी प्रकार के रोग को समझने में आसानी हो सके।
FAQ’s
संबंध बनाने के पश्चात मेरे लिंग में जलन होती है मैं क्या करूं?
यदि आपके लिंग में संबंध बनाने के पश्चात जलन हो सकते हैं तो आपको सबसे पहले लिंग में जलन होने के कारण को जाने की आवश्यकता है, जिसके पश्चात आप उस समस्या के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की दवाइयों का प्रयोग कर सकते हैं। लिंग में जलन होने के विभिन्न कारण हो सकते हैं जो उपरोक्त लेख में दिए गए हैं जिसके अध्यन के पश्चात आप लिंग में होने वाली जलन तक दर्द की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
हस्तमैथुन के बाद लिंग में दर्द क्यों होता है?
हस्तमैथुन करते समय लिंग की नसें रगड़ जाती हैं तथा उनकी मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं जिससे लिंग में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। हस्तमैथुन करते समय त्वचा रगड़ने के कारण लिंग में जलन तथा दर्द हो सकता है इसलिए हस्तमैथुन बहुत तेज तथा बहुत अधिक समय तक नहीं करना चाहिए।
मेरे लिंग में दर्द क्यों हो रहा है?
आपके लिंग में दर्द होने का कारण किसी प्रकार का संक्रमण या लिंग में किसी प्रकार की कमजोरी हो सकती है लिंग में संक्रमण होने के कारण लिंग में छोटे छोटे दाने तथा घाव हो जाते हैं, तथा लिंग की त्वचा कमजोर हो जाती है, जिसके कारण लिंग में दर्द होने लगता है। लिंग में दर्द के मुख्य कारण पर जाने के पश्चात उपरोक्त लेख में बताइए विधि द्वारा लिंग का इलाज किया जा सकता है।
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