लिंग पर वैसलीन लगाने के फायदे

आजकल के इस व्यस्त समय तथा प्रदूषित वातावरण के कारण व्यक्ति अपने शरीर की देख रेख नहीं कर पाता है जिसके कारण व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की कमजोरियां हो जाती हैं, तथा शारीरिक कमजोरी होने के कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार के रोगों का शिकार हो जाता है। आधुनिक समय में प्रदूषण इतना अधिक बढ़ गया है, कि व्यक्ति को शुद्ध खाद्य पदार्थ तथा पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। पर्याप्त पोषण ना मिलने के कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार के शारीरिक रोगों का शिकार हो जाता है, जिसमें से कुछ सेक्स संबंधित समस्याएं भी हो जाती हैं। इन सभी समस्याओं से पुरुषों में से लिंग संबंधित विभिन्न प्रकार की समस्या होती हैं। इन समस्याओं को ठीक करने के लिए आज हम आपको लिंग पर वैसलीन लगाने के फायदे के बारे में जानकारी देंगे जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी हो सकते हैं।

वैसलीन क्या है

वैसलीन

वैसलीन एक विशेष प्रकार का उच्च क्वालिटी का आयल युक्त लुब्रिकेंट होता है, जिसको पेट्रोलियम द्वारा प्राप्त किया जाता है। इसलिए इसको पैट्रोलियम जेली भी कहते हैं। वैसलीन अन्य लुब्रिकेंट के हिसाब से अधिक मुलायम तथा चिकनाई युक्त होती है, तथा इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए यह सबसे अच्छा लुब्रिकेंट माना जाता है। वैसलीन का प्रयोग त्वचा को नम बनाने के लिए किया जाता है। सर्दियों के दिन आते ही वैसलीन का प्रयोग अधिक मात्रा में होने लगता है, क्योंकि सर्दियों में रूखी त्वचा को नम बनाने के लिए वैसलीन का प्रयोग किया जाता है। वेसलीन पैट्रोलियम जेली का प्रयोग अधिक मात्रा में फटे होठों को ठीक करने के लिए किया जाता है, जो सर्दियों में फटे हुए होठों पर लगाने से होठों में रूखेपन समस्या तथा फटने की समस्या समाप्त हो जाती है। 

वैसलीन एक तरह की पेट्रोलियम जेली है, जो एक प्रकार की सॉफ्ट पैराफिन होती है। यह वसा युक्त पदार्थों का मिश्रण है, जिन्हें पेट्रोलियम से बनाया जाता है। यह गाढ़ा और चिपचिपा पदार्थ होता है, जिसकी न तो कोई गंध होती है और न ही स्वाद होता है। इसे त्वचा की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पेट्रोलियम जेली को जली, कटी, छिली और रूखी त्वचा को ठीक करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

वैसलीन के गुण

वेसलीन पैट्रोलियम से प्राप्त एक प्रकार का लुब्रिकेंट है, जो त्वचा को मुलायम करता है। चिकनाई युक्त होता है, जो हमारे शरीर के विभिन्न प्रकार के त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करता है। जिसके कारण वेसलीन को आयल बेस्ड लुब्रिकेंट में सबसे बेहतर लुब्रिकेंट माना जाता है। वैसलीन में निम्नलिखित गुण पाए जाते हैं

  • सबसे अच्छा लुब्रिकेंट है।
  • चिकनाई युक्त होता है।
  • अन्य लुब्रिकेंट की तरह अधिक ऑयली नहीं होता है।
  • वैसलीन में त्वचा से चिपकने के गुण होते हैं।
  • एंटीसेप्टिक होता है। 

लिंग पर वैसलीन लगाने के फायदे

लिंग पर वैसलीन लगाने के फायदे

लिंग हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होता है, जिसकी सुरक्षा के लिए कुछ विशेष प्रकार के उपयुक्त पदार्थों का चयन किया जाता है। वैसलीन पैट्रोलियम जेली द्वारा तैयार किया गया एक बहुत अच्छा लुब्रिकेंट है, जो लिंग की देख रेख तथा सुरक्षा की दृष्टि से बहुत अच्छा तथा उपयोग लुब्रिकेंट माना जाता है। लिंग पर वैसलीन लगाने विभिन्न प्रकार के फायदे मिलते हैं जो निम्नलिखित हैं

लिंग लंबा मोटा होता है

लिंग लंबा मोटा होता है

पुरुषो में विभिन्न प्रकार की शारीरिक कमजोरी के कारण लिंग के नसों में कमजोरी आ जाती है, तथा जिसके कारण लिंग में कमजोरी तथा पतला हो जाता है। लिंग कमजोर होने के कारण छोटा तथा पतला रह जाता है, जिससे पुरुषों में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होती हैं, तथा वे सेक्स करने में असमर्थ रहते हैं। यदि कोई पुरुष सेक्स क्रिया करता है, तो वह महिला साथी को संतुष्ट करने में असमर्थ रहता है। वैसलीन का प्रयोग करने से लिंग कमजोर नसों में रक्त संचार बढ़ता है, तथा मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं। जिसके कारण मांसपेशियों का विकास होने लगता है, और लिंग लंबा मोटा हो जाता है। जिन व्यक्तियों का लिंग छोटा तथा पतला होता है, उनको दैनिक रूप से वैसलीन का प्रयोग करते हुए लिंग को मोटा लंबा किया जा सकता हैं। 

लिंग में तनाव बढ़ता है

लिंग में तनाव बढ़ता है

पुरुषों के लिंग में कमजोरी के कारण तनाव की समस्या हो जाती है, लिंग की नसों में कमजोरी के कारण लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है। जिसकी समस्या को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के तेलो का प्रयोग लिंग की नसों की मालिश करने के लिए किया जाता है। इन तेलों के प्रयोग से लिंग को ठीक होने में काफी लंबा समय लग जाता है। तेलों के स्थान पर यदि वेसलीन द्वारा दैनिक रूप से लिंग की मालिश की जाती है, तो लिंग में पर्याप्त तनाव आने लगता है, जिससे सेक्स क्रिया करते समय पुरुषों को पर्याप्त आनंद की प्राप्ति होती है, तथा महिलाएं पुरुषों द्वारा सेक्स क्रिया में संतुष्ट होती हैं। लिंग में तनाव की समस्या को दूर करने के लिए दैनिक रूप से वैसलीन द्वारा लिंग की मसाज करनी चाहिए।

शीघ्रपतन से आराम मिलता है

पुरुषों के लिंग में शीघ्रपतन की समस्या लिंग की कमजोरी की वजह से होती है। जिन व्यक्तियों को सेक्स करते समय शीघ्रपतन की समस्या होती है, वह उनके कमजोर लिंग की वजह से होती है। लिंग को मजबूत बनाने के लिए दैनिक रूप से वैसलीन द्वारा लिंग की मसाज की जा सकती है, जो पुरुषों के लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, जिससे शीघ्रपतन जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। जिन व्यक्तियों को शीघ्रपतन की समस्या होती है, उनको अपने लिंग की मसाज वैसलीन द्वारा करनी चाहिए।

सेक्स के समय ल्युब्रिकेंट के रूप में

वैसलीन

सेक्स क्रिया करते समय पुरुषों द्वारा विभिन्न प्रकार के लुब्रिकेंट का प्रयोग किया जाता है, जो सेक्स क्रिया को बेहतर बनाने में सहयोग करते हैं यह विभिन्न प्रकार के लुब्रिकेंट कभी-कभी त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जिसके कारण लिंग तथा योनि में खुजली तथा एलर्जी होने लगती है। इससे बचने के लिए वैसलीन का प्रयोग लुब्रिकेंट के रुप में किया जा सकता है। 

लिंग के इन्फेक्शन में फायदा

वेसलीन प्राकृतिक पैट्रोलियम से बनने वाला एक पदार्थ होता है, जिसमें एंटीसेप्टिक गुण जाते हैं, जिससे या किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन को रोकने में सक्षम होता है पुरुषों के लिंग के लिए वैसलीन बहुत ही आवश्यक लुब्रिकेंट होता है, जो लिंग को बाहरी इंफेक्शन से बचाता है। यदि लिंग पर दैनिक रूप से इन्फेक्शन को रोकने के लिए वैसलीन का प्रयोग किया जाता है, तो वैसलीन से लिंग पर इंफेक्शन नहीं होता है। यदि पुरुषों के लिंग में किसी प्रकार का इंफेक्शन हो जाता है, तो दैनिक रूप से वैसलीन का प्रयोग करना चाहिए, जिससे लिंग में होने वाले इन्फेक्शन से बचा जा सकता है। वैसलीन में एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण वैसलीन हमारी त्वचा को बाहरी संक्रमण से बचाता है। 

वीर्य गाढ़ा होता है

वीर्य गाढ़ा होता है

जिन पुरुषों में वीर्य के पतलेपन की समस्या होती है, जिसके कारण उनकी प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है, तथा उन्हें विभिन्न प्रकार की शीघ्रपतन जैसी बीमारियां होने लगती हैं। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए वीर्य को गाढ़ा होने की आवश्यकता होती है। पुरुषों का वीर्य लिंग की कमजोर नसों के कारण पतला हो जाता है, क्योंकि लिंग में पर्याप्त मात्रा में टेस्टोस्टरॉन हारमोंस का श्रावण सामान्य मात्रा में नहीं होता है, जिसके कारण शरीर में शुक्राणुओं का निर्माण नहीं हो पाता है। दैनिक रूप से लिंग पर वैसलीन द्वारा मसाज करने से लिंग की नशे मजबूत होती हैं, और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का श्रावण सामान्य हो जाता है, जिससे वीर्य में शुक्राणुओं का निर्माण होने लगता है, और वीर्य गाढ़ा हो जाता है। 

सेक्स के दौरान योनि में चिकनाई रहती है 

सेक्स के दौरान यदि लुब्रिकेंट के रुप में वैसलीन का प्रयोग किया जाता है, तो यह बहुत ही अच्छा  लुब्रिकेंट माना जाता है। सेक्स करते समय इसका प्रयोग योनि तथा लिंग के ऊपर किया जाता है, जिससे उन्हें पर्याप्त रूप में  चिकनाई उपलब्ध होती है, और सेक्स क्रिया के समय दर्द का अनुभव नहीं होता है। सेक्स क्रिया के समय महिलाओं की योनि से विशेष प्रकार के हार्मोन का श्राव होता है, जिसके कारण महिलाओं की योनि गीली हो जाती है। किंतु कुछ महिलाओं में विशेष प्रकार की कमियों के कारण हार्मोन स्रावित नहीं होते हैं, जिससे उनकी योनि सुखी रहती है और सेक्स क्रिया के समय उनको दर्द का अनुभव होता है। इस दर्द से बचने के लिए सेक्स क्रिया करते समय लिंग पर तथा योनि दोनों में वैसलीन लगाना चाहिए।

सेक्स पावर बढ़ाने में 

सेक्स पावर बढ़ाने में

पुरुषों में सेक्स पावर बढ़ाने के लिए वैसलीन का प्रयोग किया जाता है पुरुषों के लिंग में कमजोरी होने के कारण लिंग से वीर्य स्खलन शीघ्र हो जाता है, जिसके कारण पुरुष सेक्स क्रिया अधिक देर तक नहीं कर पाते हैं, तथा कुछ पुरुषों में सेक्स पावर कमजोर होने के कारण लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है, जिससे पुरुष सेक्स क्रिया करने में असमर्थ होते हैं। पुरुषों में सेक्स पावर बढ़ाने के लिए वैसलीन का प्रयोग किया जाता है। वैसलीन का प्रयोग करने के लिए लिंग पर वैसलीन की मालिश की जाती है, जिससे लिंग की नसें मजबूत हो जाती है, और लिंग में तनाव आने लगता है। लिंग में पर्याप्त तनाव होने के कारण पुरुष सेक्स क्रिया करने में समर्थ होते हैं, तथा शीघ्र स्खलन नहीं होता है।

लिंग में वैसलीन लगाने का तरीका

वैसलीन हमारे लिंग के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। यह लिंग से विभिन्न प्रकार की कमजोरियां तथा अन्य समस्याओं को दूर करती है। जिन व्यक्तियों में लिंग की कमजोरी तथा लिंग में विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन होते हैं, उनको दैनिक रूप से वैसलीन का प्रयोग करना चाहिए। वैसलीन का प्रयोग करने से पहले वैसलीन के प्रयोग के बारे में जानकारी करना चाहिए, जिससे सही तरीके से प्रयोग करने से वैसलीन के लाभ मिल सकते हैं। वैसलीन का प्रयोग करने के लिए निम्नलिखित विधि का प्रयोग करना चाहिए।

  • वैसलीन लगाने से पहले लिंग को अच्छे से धो लेना चाहिए।
  • किसी साफ कपड़े से अच्छी तरह से पोंछते हुए सुखा लेना चाहिए।
  • हाथों में वैसलीन लेकर लिंग के चारों तरफ लगाना चाहिए।
  • हल्के हल्के हाथों अंगुली तथा अंगूठे की सहायता से लिंग की मालिश करनी चाहिए।
  • वैसलीन त्वचा पर जल्दी सूख जाती है इसलिए दो तीन बार लगाना चाहिए।
  • वैसलीन का प्रयोग अधिक मात्रा में करना चाहिए।
  • वैसलीन लगाते समय लिंग में उत्तेजना आती है जिससे लिंग में तनाव आता है।
  • उत्तेजित लिंग में तनाव आने के पश्चात हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए।

वैसलीन लगाने के नुकसान

वैसलीन पूर्ण रूप से प्राकृतिक पैट्रोलियम से प्राप्त लुब्रिकेंट होता है इसलिए इसके त्वचा पर साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। किंतु कुछ लोगों की त्वचा विशेष प्रकार के लुब्रिकेंट तथा आयल से सेंसेटिव होती है, जिसके कारण वैसलीन के प्रयोग से उनकी त्वचा पर कुछ साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं। ऐसे व्यक्तियों को प्राथमिक परीक्षण के पश्चात ही वैसलीन का प्रयोग करना चाहिए। वेसलीन लगाने के लिए कुछ नुकसान हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं 

  • वजायनल इंफेक्शन का खतरा।
  • कॉन्डम के लैटेक्स का क्षरण करता है।
  • वैसलीन से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है।
  • एक्जिमा।
  • हाइव्स।
  • खुजली होना।
  • बिस्तर पर तेल का दाग बन सकता है।

निष्कर्ष

वैसलीन एक प्रकार का मोस्चराइजर होता है, जो हमारी त्वचा को हील करने में सहायक होता है। एक विशेष प्रकार के प्राकृतिक पैट्रोलियम से प्राप्त किया जाता है। जिसमें एंटीसेप्टिक तथा एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन तथा रोगों से बचाता है। वैसलीन का प्रयोग त्वचा को सुंदर बनाने के लिए किया जाता है, तथा इसे विभिन्न प्रकार के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में प्रयोग किया जाता है। आज के इस लेख में हमने लिंग पर वैसलीन लगाने के फायदे के बारे में जानकारी दी है, जिसके द्वारा आप लिंग के विभिन्न प्रकार के समस्याओं में वैसलीन का प्रयोग करते हुए लिंग की समस्याओं को ठीक कर सकते हैं।

FAQ’s

वैसलीन लगाने से क्या होता है?

वैसलीन एक प्रकार का प्राकृतिक लुब्रिकेंट होता है, जिसका प्रयोग त्वचा पर किया जाता है, जिसके प्रयोग के कारण त्वचा में नमी बनी रहती है, तथा त्वचा बाहरी इंफेक्शन से बची रहती है। वैसलीन का प्रयोग लिंग पर लुब्रिकेंट के रूप में किया जाता है। लिंग को मजबूत बनाने तथा सेक्स क्रिया में अधिक आनंद प्राप्त करने के लिए वैसलीन का प्रयोग लुब्रिकेंट के रूप में किया जाता है।

वैसलीन कब लगाना चाहिए?

सामान्य तौर पर वैसलीन का प्रयोग किस से किस समय किया जा सकता है। किंतु यदि रात को सोते समय वैसलीन का प्रयोग त्वचा पर किया जाता है, तो त्वचा मैं निखार आता है, तथा त्वचा में नमी रहने के कारण त्वचा विभिन्न प्रकार के रोगों से बची रहती है। यदि सेक्स क्रिया के लिए आप वैसलीन का प्रयोग करना चाहते हैं, तो सेक्स क्रिया से पहले लिंग तथा योनि पर वैसलीन का प्रयोग किया जा सकता है, और सामान्य रूप से त्वचा पर इस्तेमाल के लिए इसे रात को सोते समय करना चाहिए।

क्या वैसलीन हर जगह लगा सकते हैं?

वैसलीन का प्रयोग त्वचा की बाहरी परत पर किया जा सकता है। शरीर के बाहरी त्वचा पर किसी भी स्थान पर वैसलीन का प्रयोग किया जा सकता है। यह त्वचा को नमी देती है, तथा त्वचा को इंफेक्शन से बचाती है, जिससे हमारी त्वचा ड्राइनेस होने से बची रहती है। वैसलीन का प्रयोग सेक्स क्रिया के समय लिंग द्वारा तथा योनि के अंदर किया जाता है। जिससे पर्याप्त रूप में चिकनाई मिलती है, और सेक्स क्रिया का आनंद मिलता है।

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