लुलीकोनाज़ोल क्रीम (Luliconazole Cream) एंटीफंगल क्रीम है, जो त्वचा की ऊपरी परत से फंगस को समाप्त करने के लिए प्रयोग की जाती है। जिन व्यक्तियों के शरीर में किसी प्रकार का फंगस संबंधी संक्रमण होता है, वे लोग इस प्रकार की क्रीम का प्रयोग करते हैं। जब किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, तथा वह किसी प्रकार के फंगस के संक्रमण में आता है, तो उसके शरीर में त्वचा से संबंधित विभिन्न समस्याएं दिखाई देती हैं, जिन को दूर करने के लिए एंटी फंगल क्रीम तथा एंटीफंगल दवाओं का प्रयोग किया जाता है। साथ ही साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तथा कीटाणु नाशक एंटीसेप्टिक दवाओं का प्रयोग भी किया जाता है। एंटीसेप्टिक दवाओं के साथ एंटीबायोटिक टेबलेट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करती हैं। आधुनिक समय में बढ़ते प्रदूषण के कारण फंगस की समस्या बहुत अधिक मात्रा में देखने को मिलती है, जिसके कारण व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याएं होती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आज हम आपको luliconazole cream uses in hindi में जानकारी उपलब्ध कराएंगे जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
Fungal Infection फंगस संक्रमण क्या है?
फंगल संक्रमण से पहले हमें फंगस के बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है। फंगस अथवा फफूंद या कवक एक प्रकार के जीव हैं जो अपना भोजन सड़े गले म्रृत कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हैं। ये संसार के प्रारंभ से ही जगत में उपस्थित हैं। इनका सबसे बड़ा लाभ इनका संसार में अपमार्जक के रूप में कार्य करना है।
इनके द्वारा जगत में से कचरा हटा दिया जाता है। सड़े गले कार्बनिक पदार्थों पर रहने वाले यह फंगस तथा फफूंद जब व्यक्ति के किसी अंग शरीर पर आक्रमण करते हैं, तो वहां पर फंगस का संक्रमण हो जाता है, जिसके कारण विभिन्न त्वचा संबंधी रोग दिखाई देते हैं, जो व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण त्वचा पर प्रभावित होती हैं और त्वचा में विभिन्न प्रकार की बीमारियां उत्पन्न करते हैं। इन बीमारियों को फंगस के संक्रमण के कारण होने वाली बीमारियां कहा जाता है, जिनके कारण शरीर में जलन खुजली तथा अन्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
Luliconazole Cream (लुलीकोनाज़ोल क्रीम) के फायदे
लुलीकोनाज़ोल क्रीम एक विशेष प्रकार की एंटीफंगल क्रीम है, जो त्वचा से फंगल तथा बैक्टीरिया के संक्रमण को रोककर उसे समाप्त करने के लिए प्रयोग की जाती है जिससे त्वचा पर होने वाले फंगस तथा कवक से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। जब हमारे शरीर के किसी अंग में नमी तथा शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण हमारे शरीर पर किसी प्रकार के फंगस का आक्रमण होता है, तो फंगस सबसे पहले हमारी शरीर की ऊपरी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है, जिसके कारण त्वचा की ऊपरी परत में दाने पड़ जाते हैं तथा खुजली उत्पन्न होने लगती है। साथ ही साथ दाद खाज खुजली से संबंधित अन्य विभिन्न प्रकार की समस्याएं दिखाई देती हैं, जिन को समाप्त करने के लिए लुलीकोनाज़ोल क्रीम प्रयोग में लाई जाती है। यह क्रीम विभिन्न प्रकार के एंटीफंगल औषधियों से मिलकर बनाई जाती है जो शरीर के लिए एंटी फंगल का कार्य करती है, जिससे शरीर फंगस के प्रभाव से बच जाता है।
आधुनिक समय में बढ़ते प्रदूषण तथा वातावरणीय दशाओं के कारण हमारे आसपास फंगस की समस्या बहुत अधिक दिखाई देती है, जिसके कारण यदि हम उसके संपर्क में आ जाते हैं, तो हमारे शरीर पर फंगल इन्फेक्शन होने की शंकाएं बढ़ जाती है। इसलिए यदि आप कभी भी बाहर से आते हैं तो दैनिक रूप से सही से साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जिससे किसी प्रकार का फंगस या अन्य व्यक्ति या आपके शरीर के किसी अंग को नुकसान न पहुंचाने पाए और यदि आपके शरीर के किसी भी अंग में कवक या बैक्टीरिया से संबंधित कोई समस्या होती है, तो उसे प्रारंभिक स्तर पर रोकने के लिए लुलीकोनाज़ोल क्रीम Luliconazole Cream तथा Clotrimazole Cream का प्रयोग करना चाहिए, जो फंगस तथा बैक्टीरिया को जड़ से समाप्त करने तथा आगे बढ़ने से रोकने में सक्षम मानी जाती है। इसलिए डॉक्टर द्वारा इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगियों के लिए किया जाता जो फंगस की समस्या से परेशान होते हैं। लुलीकोनाज़ोल क्रीम Luliconazole Cream का प्रयोग निम्नलिखित समस्याओं से बचने के लिए किया जाता है।
- फंगल संक्रमण (Fungal Infections)
- जॉक इच (Jock Itch)
- पैरों का दाद (Athlete’s Foot)
- दाद संक्रमण (Ringworm Infection)
- स्पोरोट्रिकोसिस (Sporotrichosis)
- फंगल नेल इन्फेक्शन (Fungal Nail Infections)
- यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection)
फंगल संक्रमण (Fungal Infections)
मनुष्य के शरीर में फंगल इन्फेक्शन बहुत आम बात होती है, फंगल इंफेक्शन का प्रभाव मनुष्य के शरीर पर तभी होता है, जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही कम होती है। यदि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है और आपका शरीर फंगस के प्रभाव को झेलने में असमर्थ है, तो हमारे शरीर में फंगल इंफेक्शन हो जाता है जिसके कारण शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याएं दिखाई देती हैं। शरीर पर कई प्रकार के फंफूद या कवक के कारण हो जाता है, जिनमे डर्मेटोफाइट्स और यीस्ट प्रमुख होते हैं फंफूद मृत केराटिन में पनपता है और धीरे धीरे हमारे शरीर के ऐसे स्थानों में फ़ैल जाता है जहाँ थोड़ी नमी होती है- जैसे कि पैर की उँगलियों के बीच का हिस्सा, एड़ी, नाखून, जननांग, स्तन आदि।
यदि आपकी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो गई है और आपके शरीर पर फंगस का प्रभाव हो रहा है, जिसके कारण आपके त्वचा की ऊपरी परत पर फंगल संक्रमण हो गया है, तो आप इसको समाप्त करने के लिए लुलीकोनाज़ोल क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं, क्योंकि फंगस को अन्य किसी प्रकार से मारा नहीं जा सकता है, क्यों कि यह बहुत ही सूक्ष्म बैक्टीरिया होता है, जिसे एंटीफंगल दवाओं द्वारा समाप्त किया जा सकता है। लुलीकोनाज़ोल क्रीम luliconazole cream एक एंटीफंगल क्रीम है जो फंगस से संबंधित विभिन्न प्रकार के लोगों को शरीर से दूर भगाती है, इसलिए Fungal Infections की समस्या को दूर करने के लिए एंटी फंगल क्रीम फंगल संक्रमण (Fungal Infections) का प्रयोग करना चाहिए तथा इससे संबंधित जानकारी के लिए आपको किसी डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है, क्योंकि यदि आप बिना डॉक्टर के परामर्श के इस प्रकार के किसी भी क्रीम का प्रयोग त्वचा पर करते हैं तो एलर्जी तथा अन्य समस्या होने की संभावनाएं हो सकती हैं।
जॉक इच (Jock Itch)
शरीर में नमी तथा हाईजीन की समस्या के कारण हमारे शरीर में संक्रमण की समस्या बढ़ जाती है, जिसमें विभिन्न प्रकार के कवक तथा फंगस हमारे शरीर पर आक्रमण करते जिसके कारण शरीर पर त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार के रोग हो जाते हैं। टीनिया क्रूरिस या जॉक इच डर्माफआइटिस की समस्या के कारण हमारे त्वचा पर दिखाई देता है, जो जॉक इच का मुख्य कारण बनता है। जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है, जिसके कारण शरीर में कवक तथा बैक्टीरिया व फंगस का संक्रमण हो जाता है जिससे शरीर की त्वचा पर लाल संक्रमण दिखाई देता है, जिसके कारण सिर्फ त्वचा के ऊपरी परत में खुजली तथा अन्य समस्याएं होती हैं। इस तरह का संक्रमण फैलाने वाला फंगस त्वचा के रूखे भाग में पाया जाता है।
इस स्थिति में आपके शरीर पर छाले जैसे दिखने वाले चक्कते और घमोरियां दिखाई देंगी। आमतौर पर यह प्राइव पार्ट के पास जांघों पर ज्यादा होता है। यदि आपके शरीर जॉक इच की समस्या हुई है तो आपको इसको ठीक करने के लिए एंटीफंगल क्रीम luliconazole cream uses करना चाहिए जो शरीर से फंगल के इंफेक्शन को समाप्त करती है जिससे हमारी त्वचा से जॉक इच जैसे समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। यदि आपको फंगल के संक्रमण के कारण जॉक इच की समस्या हुई है तो आप डॉक्टर की सलाह पर लुलीकोनाज़ोल क्रीम के फायदे उठा सकते हैं, जो आपकी त्वचा से संक्रमण संबंधित सभी समस्याओं को दूर करती है।
पैरों का दाद (Athlete’s Foot)
एथलीट फुट फंगल इन्फेक्शन समस्या है जो हमारे पैरों में नमी के कारण या किसी दूसरे व्यक्ति के संक्रमण के कारण दाद की समस्या होती है, तो उसे हम एथलीट फुट कहते हैं एथलीट होने पर पैरो में संक्रमण होने लगता है और त्वचा पर लाल चक्क्ते नजर आने लगते है। यह समस्या संक्रमित व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को संक्रमित किया जा सकता है। यदि आप संक्रमित व्यक्ति के जूते तथा मोजे के साथ-साथ फर्श का प्रयोग करते हैं, तो दूसरे व्यक्ति से आपको भी संक्रमण हो सकता है। एथलीट फुट की समस्या गर्मियों के मौसम में जूते पहनने तथा फंगस के संक्रमण से हो सकता है, जिसमें त्वचा पर चकत्ते पडते हैं जिसकी शुरुआत पैरों के अंगूठे से होती है तथा यह रोग पैरों को ज्यादा प्रभावित करता है, जिसके कारण इसे एथलीट फुट के नाम से जाना जाता है। एथलीट फुट संक्रमण की शुरुआत पैरों से होती है तथा धीरे-धीरे या पूरे शरीर में फैल जाता है। साथ ही साथ यदि इसका इलाज ना किया गया तो इसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैलता है।
पैरो में फंगल इन्फेक्शन की समस्या को अंगेजी में एथलीट फुट (Athlete’s Foot) के नाम से जाना जाता है। फंगल संक्रमण अक्सर पैरो के उंगलियों में होता है। जो लोग अपने साइज के जूते के बजाय छोटे जुते पहन लेते है, उनको पसीना अधिक होने लगता है और कवक संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें त्वचा पर दाने निकल आते है। इसके अलावा त्वचा में कुछ आम लक्षण दिखाई देते है जैसे: खुजली होना, जलन महसूस होना, कुछ चुभना आदि शामिल है। यदि आपके शरीर में एथलीट फुट (Athlete’s Foot) की समस्या है तो आपको डॉक्टर की सलाह पर एंटीफंगल क्रीम लुलीकोनाज़ोल क्रीम Luliconazole Cream uses अवश्य करना चाहिए या क्रीम शरीर से फंगल इंफेक्शन की समस्याओं को जड़ से समाप्त कर देती है, जिससे त्वचा पर किसी भी प्रकार की इंफेक्शन जैसे समस्याएं नहीं होती हैं। यदि आपको त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं, जिसमें से एथलीट फुट की समस्या को ठीक करने के लिए luliconazole cream 1 ww किया जा सकता है।
दाद संक्रमण (Ringworm Infection)
त्वचा संबंधी रोगों में दाद एक बहुत ही प्रमुख समस्या है, जो प्रायः किसी ना किसी उम्र में प्रत्येक व्यक्ति में देखने मिल जाती है। जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है तथा हमारे शरीर पर किस प्रकार के फंगस या बैक्टीरिया का आक्रमण होता है, तो हमारे शरीर में दाद की समस्या मुख्य रूप से दिखाई देती है। फंगल इंफेक्शन के कारण दाद की समस्या गले के आसपास तथा गुप्तांगों या ऐसे स्थान पर दिखाई देती है, जहां पर नमी पाई जाती है, वैसे तो सामान्य रूप से दाद की समस्या किसी भी अंग में पाई जा सकती है, किंतु नमी वाले क्षेत्रों में दाद की समस्या अधिक देखने को मिलती है। दाद एक लाल रंग की सिक्के जैसे गोल दानेदार संरचना होती है, जिसमें खुजली तथा जलन होती है तथा एक के बाद एक करके इसका संक्रमण बढ़ने लगता है जो धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाता है।
दाद का संक्रमण पूरे शरीर में खुजली उत्पन्न कर सकता है, साथ ही साथ जलन होने लगती है तथा दाद से प्रभावित त्वचा बिल्कुल लाल हो जाती है। यदि आपको दाद की समस्या है तो आप डॉक्टर की सलाह है लुलीकोनाज़ोल क्रीम का प्रयोग फंगल इन्फेक्शन को समाप्त करने के लिए कर सकते हैं। luliconazole cream uses in hindi के बारे में उपरोक्त बताया गया है, जिस के अध्ययन से आप इस क्रीम के बारे में जान सकते हैं, तथा दाद जैसे त्वचा संबंधी समस्याओं को समाप्त कर सकते हैं। luliconazole cream के प्रयोग से फंगल इंफेक्शन पर रोक लगती है, तथा धीरे-धीरे फंगल इनफेक्शन समाप्त होने लगता है, जिससे शरीर पर होने वाली दाद की संरचनाएं समाप्त हो जाती है तथा खाज खुजली और जलन समाप्त हो जाती है।
स्पोरोट्रिकोसिस (Sporotrichosis)
आप ने विभिन्न प्रकार के फंगल इन्फेक्शन के बारे में सुना होगा जिसमें विभिन्न प्रकार के शारीरिक समस्याएं होती हैं। फंगल इंफेक्शन के कारण होने वाली समस्याओं में स्पोरोट्राइकोसिस (Sporotrichosis) भी एक फंगल इन्फेक्शन की समस्या ही है, यह समस्या मानव तथा जानवरों दोनों में होती है स्पोरोट्राइकोसिस (Sporotrichosis) के संक्रमण को रोज गार्डेंस डिजीज भी कहा जाता है। स्पोरोट्राइकोसिस एक प्रकार का फंगल संक्रमण है जो स्पोरोथ्रिक्स नामक फंगस (Fungus) से फैलता है। यह फंगस ब्रेड के मोल्ड, बीयर बनाने में इस्तेमाल होने वाले यीस्ट से संबंधित है, जिसकी वजह से इंफेक्शन होता है। यह संक्रमण खेतीवाड़ी करने वाले तथा गार्डनिंग करने वाले व्यक्तियों को अधिक प्रभावित करता है।
यह संक्रमण गुलाब के पौधों, घास तथा सड़े गले अनाजों द्वारा फैलता है, इसलिए इसके द्वारा ज्यादातर किसान या बागवानी करने वाले व्यक्ति प्रभावित होते हैं। यह दुलर्भ किस्म का फंगल इंफेक्शन (Fungal Infection) है जो इंसानों के साथ ही जानवरों को भी हो सकता है। यह फंगल कुछ खास तरह के पौधों और उसके आसपास के वातावरण में पाया जाता है। हालांकि, स्पोरोट्राइकोसिस (Sporotrichosis) आमतौर पर जानलेवा नहीं होता है, लेकिन यह कुछ गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए यदि आपको फंगस की समस्या के कारण स्पोरोट्राइकोसिस (Sporotrichosis) का इंफेक्शन हुआ है तो आपको luliconazole cream uses करना चाहिए, जिसके सलाह डॉक्टरों द्वारा दी जाती है। यदि आप को स्पोरोट्राइकोसिस की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह पर फंगल इनफेक्शन को समाप्त करने के लिए luliconazole cream 1.0 w/w uses किया जा सकता है।
फंगल नेल इन्फेक्शन (Fungal Nail Infections)
जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है, और हमारे शरीर पर किसी बाहरी संक्रमण जिसमें फंगस तथा कवक का संक्रमण होता है। हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के समस्याएं दिखाई देती है इन समस्याओं में फंगल इन्फेक्शन के कारण त्वचा संबंधी विभिन्न रोग तथा नाखूनों को प्रभावित करने वाले लोग हो सकते हैं, जो फंगस नाखून को प्रभावित करते हैं, तो नाखून के संक्रमण (Fungal nail infection) को टिनिया यूनगियम भी कहा जाता है। यह एक ऐसा संक्रमण है, जो पैर के नाखूनों को प्रभावित करता है। अगर नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगे तो यह नेल फंगस का संकेत हो सकता है। नाखून में फंगस का प्रभाव होने से नाखून खराब होने लगते हैं तथा धीरे-धीरे नाखून समाप्त होने लगते हैं।
इस समस्या को ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर luliconazole क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है, जो विभिन्न प्रकार के फंगल इन्फेक्शन को दूर करती है। यदि आपके शरीर में फंगल इंफेक्शन के कारण नाखून पीले हो रहे हैं या धीरे-धीरे समाप्त हो रहे हैं तो luliconazole lotion uses करना चाहिए जो आपके शरीर में फंगल इन्फेक्शन को दूर करती है तथा त्वचा पर किसी प्रकार के जीवाणु तथा बैक्टीरिया के प्रभाव को समाप्त करती है।
यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection)
इस प्रकार का फंगस होता है जो हमारे शरीर में उपस्थित होता है, इसे कैंडिडा के नाम से भी जाना जाता है जिन व्यक्तियों के शरीर में कैंडिडा का संक्रमण बढ़ने लगता है या ईस्ट की अतिवृद्धि हो जाती है, जिसके कारण हमारे शरीर पर ईस्ट नामक अंगद दिखाई देने लगता है और इससे हमारे त्वचा पर संक्रमण हो जाता है। ईस्ट नामक फंगस का प्रयोग ब्रेड तथा बिस्किट बनाने में किया जाता है, जो हमारे शरीर के बाहरी तथा आंतरिक सेक्सुअल पार्ट को भी प्रभावित करता है। यदि आपके शरीर में ईस्ट का प्रभाव हुआ है, जिसके कारण शरीर पर विभिन्न प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याएं दिखाई दे रहे हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह पर luliconazole lotion uses करना चाहिए जो विभिन्न प्रकार के फंगस संबंधी इन्फेक्शन को दूर करती है तथा त्वचा को स्वस्थ तथा सुंदर बनाने का कार्य करती है।
Luliconazole Cream Uses तथा साइड इफेक्ट
luliconazole cream हमारे शरीर पर फंगल इन्फेक्शन को समाप्त करने के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होती है। इसलिए हमारे शरीर को फंगस से मुक्त होने के लिए इस क्रीम का प्रयोग किया जाता है, किंतु इस क्रीम का प्रयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए क्योंकि डॉक्टर आपको आपके रोग तथा आप ही शारीरिक संरचना के अनुसार ही इस क्रीम के बारे में प्रयोग विधि तथा मात्रा का निर्धारण करते हैं, किंतु यदि आप इसका प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह पर करते हैं तो आप निम्नलिखित साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
- क्रीम का प्रयोग करने वाला स्थान इसके साइड इफेक्ट से लाल हो सकता है।
- प्रयोग किए गए स्थान पर जलन हो सकती है।
- प्रयोग किए गए स्थान पर खुजली तथा स्किन बर्न हो सकता है।
- इसको लगाने के पश्चात व्यक्ति को चिड़चिड़ापन हो सकता है।
Luliconazole Cream Uses तथा सावधानियां
यदि आपको फंगल इंफेक्शन से संबंधित किसी प्रकार का कोई शारीरिक तथा त्वचा संबंधी कोई समस्या हुई है, तो आप Luliconazole Cream Uses कर सकते हैं। किंतु इस क्रीम का प्रयोग करने से पहले कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, जिससे कि या आपको किसी प्रकार का साइड इफेक्ट द्वारा नुकसान ना पहुंचा सके स्क्रीन का प्रयोग निम्नलिखित व्यक्तियों पर नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाओं को इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस क्रीम का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- शराब पीने वाले व्यक्तियों को स्क्रीन का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- बिना डॉक्टर की सलाह पर भी इस क्रीम का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- यदि आप किसी प्रकार की आयुर्वेदिक दवा का प्रयोग कर रहे हैं तो इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- इस प्रकार की दवाओं से यदि आपको कोई एलर्जी है तो भी इस दवा का या क्रीम का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
आधुनिक समय में वातावरण तथा प्रदूषण के कारण तथा हमारी पर्सनल हाइजीन से संबंधित कमियों से हमारे शरीर पर विभिन्न प्रकार के फंगल इन्फेक्शन होने लगते हैं, जिनसे हमारी त्वचा पर विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। यह सभी समस्याएं तथा फंगल इन्फेक्शन हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण उत्पन्न होते हैं। फंगल इंफेक्शन के कारण हमारे शरीर में दाद, खाज, खुजली से संबंधित विभिन्न प्रकार के रोग दिखाई देने लगते हैं, जिससे हमारे त्वचा पर दाग धब्बे तथा खुजली होने लगती है। इसे दूर करने के लिए उपरोक्त लेख में luliconazole cream uses in hindi की जानकारी उपलब्ध कराई गई है, जिसके अध्ययन के पश्चात यदि आपको फंगस से संबंधित किसी प्रकार की समस्या है तो आप luliconazole cream uses कर सकते हैं, जो आपको त्वचा संबंधी विभिन्न प्रकार के समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयोग की जाती है जिससे आपकी त्वचा स्वास्थ्य तत्व सुंदर दिखाई देती है। लुलीकोनाज़ोल क्रीम का प्रयोग विभिन्न प्रकार के फंगस की समस्याओं को ठीक करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्न
क्या मैं प्राइवेट पार्ट्स पर Luliconazole लोशन का उपयोग कर सकता हूँ?
Luliconazole क्रीम का प्रयोग शरीर के बाहरी अंगों में किया जाता है। शरीर के इंटरनल पार्ट में जैसे योनि आदि में फ्लुकोनाज़ोल का उपयोग आमतौर पर योनि थ्रश यह संक्रमण को समाप्त करने के लिए किया जाता है। यदि आपको प्राइवेट पार्ट संबंधित कोई संक्रमण है तो आप इसका प्रयोग कर सकते हैं।
Luliconazole क्रीम खुजली के लिए प्रयोग किया जाता है?
शरीर की त्वचा पर होने वाले संक्रमण की समस्या से उत्पन्न हुई खुजली तथा अन्य त्वचा संबंधी रोग जैसे टिनिया पेडिस (एथलीट फुट; पैरों और पैर की उंगलियों के बीच की त्वचा का फंगल संक्रमण), टिनिया क्रूरिस (जॉक खुजली; कमर या नितंबों में त्वचा का फंगल संक्रमण), और टिनिया कॉर्पोरिस (दाद; फंगल) के इलाज के लिए luliconazole क्रीम का प्रयोग किया जाता है।
प्राइवेट पार्ट में फंगल इन्फेक्शन की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
यदि आप के प्राइवेट पार्ट्स में किसी प्रकार प्रस्तुत फंगल इंफेक्शन हुआ है, तो आप फ्लुकोनाज़ोल क्रीम का प्रयोग कर सकते हैं, इसके साथ अन्य शरीर के स्थानों पर होने वाले फंगल इनफेक्शन को समाप्त करने के लिए फ्लुकोनाज़ोल क्रीम के साथ-साथ luliconazole cream uses किया जा सकता है।
महिला के प्राइवेट पार्ट में खुजली के लिए कौन सी दवा सबसे अच्छी है?
फंगल इन्फेक्शन क्रीम नाम के अलावा टी ट्री ऑइली इस तेल में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जिससे खुजली में आराम मिलता है। इसे इस्तेमाल करने के लिये टी ट्री ऑइल की 4 से 6 बूंद ले कर नहाने के पानी में मिक्स करें। यही नहीं आप चाहें तो इसे एलोवेरा जेल के साथ मिक्स कर के अपने प्राइवेट पार्ट में लगा सकती हैं।
Author Profile
- हमारी टीम ACPP.MD में डॉक्टर पंकज मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं, तथा प्रारम्भिक समय में चिकित्सा के क्षेत्र में इन्होंने नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गुरुग्राम में चिकित्सक तथा सेक्सोलॉजिस्ट के रूप में कार्य किया है। डॉ पंकज वर्मा ने MD Medicine की डिग्री PGIMER Chandigarh से व डायबिटीज में UK से Fellowship तथा संधिवातीयशास्त्र में PGC की डिग्री USA से किया है, और डॉ पंकज वर्मा ने मनोचिकित्सा और परामर्श में परास्नातक किया हुआ है, वर्तमान समय में पंकज वर्मा अपनी सेवाओं को MBBS डॉक्टर के रूप में AIIMS नई दिल्ली में दे रहे हैं। अपने अनुभव तथा शिक्षा के आधार पर डॉक्टर पंकज वर्मा हमारी टीम ACPP.MD के साथ पिछले कई वर्षों से मुख्य चिकित्सक सलाहकार के रूप में भी कार्यरत हैं, जो समय-समय पर आप सभी के लिए गठिया रोग, गुप्त रोग, तथा मनोचिकित्सा स्वास्थ्य से संबंधित सलाह प्रदान करते हैं, जिनकी सलाह के पश्चात तथा दवाइयां प्रयोग करने से हजारों लोगों ने अपनी बीमारी से संबंधित समस्याएं ठीक की हैं।