आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति इलेक्ट्रॉल डिसफंक्शन के समस्या से जूझ रहा है जिसके कारण उसके लिंग में पर्याप्त तनाव ना आने की समस्या रहती है लिंग में पर्याप्त तनाव न आने की समस्या के कारण व्यक्तियों का के सेक्सुअल लाइफ बर्बाद हो जाती है जिसके कारण उनको अपने महिला जीवनसाथी के सामने शर्मिंदगी का अहसास होता है तथा उनका पूरा जीवन नर्क बन जाता है इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए आज हम आपको कुछ पेनिस की नसों के लिए योग बताएंगे जिनके माध्यम से आप अपने पेनिस को मजबूत तथा टाइट बना सकते हैं।
आज के प्रदूषित वातावरण में प्रत्येक व्यक्ति का खाना पीना बहुत ही खराब हो गया है खराब खाना-पीना के चलते प्रत्येक व्यक्ति के शारीरिक शक्ति में काफी गिरावट हो गए हैं। शारीरिक शक्ति की कमी के कारण व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार की समस्या होने लगती हैं। जिनमें सेक्स समस्याएं सबसे महत्वपूर्ण समस्याएं होती हैं। जिनके कारण व्यक्ति का दैनिक जीवन प्रभावित होता है। शारीरिक कमजोरी के कारण प्रत्येक व्यक्ति में शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन जैसे समस्याएं होने लगती हैं। जिसके कारण व्यक्ति सेक्स क्रिया करते समय बहुत जल्दी स्खलित हो जाता है। जिसके कारण महिला जीवनसाथी संतुष्ट नहीं हो पाते हैं। महिला जीवनसाथी को सेक्स संतुष्टि न हो पाने के कारण उनके आपसी रिश्ते खराब होने लगते हैं। क्योंकि उनके अंदर विभिन्न प्रकार के भावनाएं आने लगते हैं।
महिला तथा पुरुष दोनों के लिए सेक्स एक आवश्यक क्रिया होती है जिसके कारण शारीरिक संतुष्टि प्राप्त होते हैं यदि कोई महिला तथा पुरुष सेक्स क्रिया में संतुष्ट नहीं होता है, तो वह मानसिक रूप से अपसेट हो जाता है जिसके कारण उसका मानसिक स्वास्थ्य खराब होने लगता है। मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार की अन्य समस्याओं का शिकार हो जाता है जिसके कारण उसके अंदर विभिन्न प्रकार के शारीरिक समस्याएं हो जाती हैं।
पेनिस के कमजोर नसों के कारण शीघ्रपतन
व्यक्ति पेनिस के नसे जब विभिन्न कारणों से कमजोर हो जाती है तो व्यक्ति को सेक्स करते समय विभिन्न प्रकार के समस्याओं में शीघ्रपतन की समस्या सबसे महत्वपूर्ण समस्या होती है। शीघ्रपतन के साथ-साथ व्यक्तियों में पेनिस में तनाव ना आने की समस्या एक महत्वपूर्ण समस्या है, जो की नसों में कमजोरी के कारण होती है जब व्यक्ति किसी महिला जीवन साथी के साथ सेक्स क्रिया प्रारंभ करता है सेक्स क्रिया प्रारंभ करने के 2 मिनट के अंदर ही पुरुष के लिंग से वीर्य बाहर निकलने लगता है इस क्रिया को या इस कमजोरी को ही शीघ्रपतन की समस्या कहते हैं यह समस्या पेनिस में आई नसों की कमजोरी के कारण होती है।
सेक्स के समय व्यक्ति के लिंग में तनाव होना अति आवश्यक होता है यदि सेक्स क्रिया करते समय या सेक्स क्रिया करने के पहले व्यक्ति के पेनिस में तनाव नहीं आता है तो पुरुष सेक्स क्रिया करने में असमर्थ होता है क्योंकि लिंग को योनि के अंदर तभी प्रवेश किया जा सकता है। लिंग में तनाव के बिना लिंग को योनि के अंदर प्रवेश करना असंभव होता है और यदि लिंग की नसों में कमजोरी होती है तो लिंग में तनाव के पश्चात शीघ्र ही वीर्य स्खलन हो जाता है।
जिसके कारण पुरुष तथा महिला दोनों को ही सेक्स क्रिया की संतुष्ट नहीं होती है। सेक्स क्रिया की संतुष्टि ना होने के कारण व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो जाता है तथा कई बार उसे महिला जीवनसाथी के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है।
पेनिस की नसों में कमजोरी के कारण
पेनिस की नसों में कमजोरी के कारण व्यक्ति सेक्सुअल रूप से कमजोर हो जाता है सेक्स क्रिया करने के लिए उसके अंदर पर्याप्त नहीं होती है। व्यक्ति की कामेच्छा कम हो जाती है तथा लिंग में तनाव आना बंद हो जाता है पेनिस की नसों में कमजोरी के विभिन्न कारण हो सकते हैं जिनके कारण पेनिस की नसों में ढीलापन हो जाता है ढीलापन होने के कारण लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता जिसके कारण व्यक्त सेक्स क्रिया करने में असमर्थ रहता है। पेनिस की नसों में कमजोरी के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- शारीरिक शक्ति में कमजोरी
- टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी
- बचपन की गलती से आई कमजोरी
- पर्याप्त पोषण आहार की कमी
- गुप्तांग में संक्रमण
शारीरिक शक्ति में कमजोरी
जब किसी व्यक्ति का शरीर कमजोर होता है तो उसके अंदर शारीरिक शब्द की कमी होती है शारीरिक शक्ति की कमी होने के कारण पुरुषों में सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का श्रावण अनियमित हो जाता है जिसके कारण पुरुषों में सेक्स क्षमता की कमी हो जाती है। सेक्स क्षमता की कमी होने के कारण पुरुषों के लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है तथा पुरुषों के लिंग की नसे कमजोर हो जाती हैं।
कमजोर नसों के कारण पुरुष सेक्स क्रिया करने में असमर्थ हो जाता है तथा उसे शीघ्रपतन जैसे विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं। अतः शारीरिक कमजोरी के कारण व्यक्ति के लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के कारण व्यक्ति के लिंग में तनाव नहीं आता है क्योंकि टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का श्रावण जब कम हो जाता है। पुरुषों के लिंग में कमजोरी आ जाती है जिसके कारण पुरुषों के लिंग में स्थित नसे तथा मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। जिस के कारण पुरुष सेक्स क्रिया करने में असमर्थ होते हैं। अतः टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के कारण भी पुरुषों के लिंग में कमजोरी आ जाती है।
बचपन में की गई गलतियां
कई बार ऐसा होता है कि पुरुष बचपन अवस्था में कुछ गलत लोगों की संगत में आकर विभिन्न प्रकार के अनैतिक क्रियाएं करते हैं जैसे हस्तमैथुन करना हस्तमैथुन करने के कारण पुरुषों के लिंग में बहुत अधिक घर्षण पड़ता है। जिसके कारण पुरुषों के लिंग की नसें कमजोर हो जाते हैं लिंग की नसे कमजोर हो जाने से युवा अवस्था में विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याएं होने लगती है तथा लिंग में तनाव की समस्या आने लगती है।अत्यधिक हस्तमैथुन करने के कारण पुरुषों के लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण पुरुषों में शीघ्रपतन तथा लिंग में तनाव की समस्या होती है।
पर्याप्त पोषण आहार की कमी
आज के प्रदूषित वातावरण में व्यक्ति को पोषक आहार मिलना बहुत मुश्किल हो गया है क्योंकि प्रदूषण के कारण जो भी खाद्य पदार्थ हम ग्रहण करते हैं उनमें पोषक तत्वों की कमी होती है पोषक तत्वों की कमी होने के कारण हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते हैं। जिसके कारण हमारे शरीर आंतरिक रूप से कमजोर हो जाता है। शरीर के कमजोर हो जाने के कारण हमारी शारीरिक शक्ति कम हो जाती है इसके फलस्वरूप हमारे शरीर तथा लिंग की नसों में कमजोरी हो जाती है। लिंग की नसों में कमजोरी होने के कारण पेनिस में पर्याप्त तनाव नहीं आता है।
गुप्तांग में संक्रमण
पेनिस में किसी प्रकार का संक्रमण हो जाने के कारण पेनिस की नसें कमजोर हो जाती है यदि पुरुषों के बैलेंस में किसी प्रकार का संक्रमण हो जाता है तो उसका प्रभाव वहां के मांस पेशियों तथा नशो पर पड़ता है जिसके कारण पेनिस की नसें ढीली हो जाती है और पेनिस में पर्याप्त तनाव नहीं आता है तथा पेनिस ढीला रहता है। अतः गुप्तांग में किसी प्रकार के संक्रमण के कारण भी पेनिस की नसों में ढीलापन हो जाता है।
पेनिस की नसों के लिए योग
ढीले पेनिस की कमजोर नसों का इलाज करने के लिए विभिन्न प्रकार के शारीरिक शक्ति प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए जिससे पुरुषों में कामेच्छा का विकास होता है तथा शीघ्रपतन जैसे समस्याएं दूर होती हैं। पुरुषों में कमजोर शारीरिक शक्ति के कारण पेनिस की नसों में ढीलापन हो जाता है जिस को दूर करने के लिए दैनिक रूप से व्यायाम तथा योग करना चाहिए। दैनिक रूप से व्यायाम तथा योग करने से पेनिस की नसों में हुआ ढीलापन धीरे-धीरे ठीक होने लगता है। पेनिस की नसों का ढीलापन दूर करने के लिए निम्नलिखित व्यायाम करने चाहिए।
- धनुरासन
- नौकासन
- पश्चिमोत्तासन
- सालभासन
- कुंभकासन
- बद्ध कोणासन
- जानु शीर्षासन
- उत्तानासन
- स्ट्रेचिंग
- कीगल
धनुरासन
धनुरासन पेनिस की नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण आसन होता है धनुरासन द्वारा पेनिस में ढीलापन के साथ-साथ शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन जैसे समस्याएं भी ठीक होती हैं तथा शीघ्रपतन तथा पुरुषों में कमजोर लिंग के कारण होने वाली सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। धनुरासन करने के लिए सीधे पेट के बल लेट जाएं, पैर सीधे फैले हों तथा एक दुसरे से कुछ दूरी पर रखें।
अब अपने पैरों को सिर की दिशा में ऊपर की ओर उठाइये, इसके बाद अपने दोनों हांथो से दोनों पैरों को पंजो के पास से पकड़ लें, इसी के साथ अपने सीने के भाग को भी ऊपर की ओर उठाने का प्रयास करें। इस प्रकार दैनिक रूप से क्रिया को बार-बार दोहराने पर लिंग की ढीली नसों को आराम मिलता है तथा मांसपेशियां धीरे-धीरे टाइट होने लगती हैं कुछ समय पश्चात लिंग में पर्याप्त तनाव आने लगता है।
नौकासन
पेनिस की नसों ढीलेपन की समस्या से बचने के लिए यदि आप पेनिस की नसें मजबूत करना चाहते हैं तो नौकासन योग जरुर करें। नौकासन रेगुलर करने से कमर, नितम्ब और जांघ की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, और सेक्स हॉर्मोन एक्टिवेट होते हैं। इसको करने से पुरुष इजेक्युलेट हुए बिना लंबी सेक्स ड्राइव का आनंद ले सकते हैं।
नौकासन करने के लिए जमीन पर सिद्ध पीठ के बल लेट जाएं फिर अंदर गहरी सांस खींचते हुए सीने तथा पैरों के हिस्से को ऊपर उठाएं ऊपर उठाने के पश्चात थोड़ी देर रुक कर रखें और तत्पश्चात सांस को पुनः छोड़ते हुए पूर्व सामान्य स्थिति में आ जाएं। इस क्रिया को बार बार दोहराएं जिससे जाघों तथा कूल्हों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं तथा साथ ही साथ लिंग के आसपास की मांसपेशियां भी मजबूत हो जाती हैं।
लिंग के ढीलापन की समस्या को दूर करने के लिए तथा पेनिस की नसों के लिए योग में से यह सबसे अच्छा योग है जो हमारे लिंग तथा हमारे सेक्स स्टैमिना को मजबूत करता है।
पश्चिमोत्तासन
यह एक बेहतरीन योग मुद्रा है जो स्वसन तंत्र पर बहुत अधिक प्रभाव डालती है इसके द्वारा शरीर के रक्त के सफाई होती है तथा शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। जिन व्यक्तियों के लिंग में विभिन्न प्रकार की समस्याओं के कारण ढीलापन रहता है तथा लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं उनके लिए यह करना बहुत आवश्यक होता है। इन सभी समस्याओं से परेशान पुरुषों के लिए यह आसन रामबाण औषधि की तरह कार्य करता है।
इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आप सुखासन में बैठ जाएं और गहरी सांसें लें और छोड़ें। इससे मन शांत होता है। अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीध में खोलकर बैठ जाएं। दोनों एड़ी और पंजे मिले रहेंगे। अब सांस छोड़ते हुए और आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ लें। माथे को घुटनों से लगाएं और दोनों कोहनियां जमीन पर लगी रहेंगी।
जैसा कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं। इस पोजिशन में आप खुद को 30 से 60 सेकेंड तक रखें। धीमी सांसें लेते रहें। अब अपने पूर्व की मुद्रा में वापस आ जाएं और आराम करें।
शलभासन
पेनिस की नसों की कमजोरी को दूर विभिन्न प्रकार के योग क्रिया की जाती है जिनमें शलभासन एक महत्वपूर्ण योगासन है जिसके द्वारा पेनिस की नसों तथा मांस पेशियों को मजबूत बनाया जाए आसन को करने के लिए निम्नलिखित स्टेप अपनाए जाते हैं।
साँसअंदर लेते हुए अपना दायाँ पैर उठाएँ। पैर को सीधा रखें। ध्यान दे कि कूल्हे पर झटका न आये। रोकें (स्थिति को बनाये रखें) और साँस लेते रहे। साँस छोड़ें और अपने दाएँ पैर को नीचे रखें। प्रक्रिया अपने बाएँ पैर के साथ दोहराएँ। २-३ गहरी लंबी साँसे लें। दोनों हाथों की मुठ्ठी बनाकर अपने जंघा के नीचे रख दे।
साँस अंदर लेते हुए और दोनों घुटनों को सीधा रखते हुए, कुछ गति के साथ दोनों पैरों को जितना हो सकता है उतना उपर उठाएँ। रोकें (स्तिथि को बनाये रखें) साँस छोड़े, अपने दोनों पैरों को नीचे लाएँ, दोनों हाथों को नीचे से हटा लें और विश्राम करें। दूसरे कदम पर हाथों को नीचे रखते हुए पूर्ण प्रक्रिया दोबारा से दोहराएँ। इस प्रकार दैनिक रूप से इस व्यायाम को करते हुए पेनिस की नसों को मजबूत बनाया जा सकता है। जिससे सेक्स क्रियाएं अच्छी होती हैं तथा पुरुषों में कामेच्छा का विकास होता है।
कुंभकासन
कुंभक आशंका शरीर तथा मांसपेशियों के लिए बहुत ही ऐसे मन आसान होता है इसका दैनिक रूप से अभ्यास करने के कारण शरीर में किसी भी क्षेत्र में ढीली मांसपेशियां टाइट होने लगती है। पुरुषों के लिंग में होने वाले लिंग के ढीलेपन को दूर करने के लिए दैनिक रूप से इस आसन का अभ्यास किया जाता है।
कुंभकासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आप पालथी मारकर योगा मैट पर बैठ जाएं। अपने शरीर को प्लैंक करने के लिए तैयार करें। इसमें सबसे पहले दोनों हाथों से मुट्ठी बनाकर, 10 बार क्लॉक वाइज और 10 बार एंटी-क्लॉक वाइज घुमाएं। अपने दोनों हाथों को अपने सामने मैट पर रख दें। दोनों हाथों के बीच में कंधे के बराबर गैप होगा।
धीरे-धीरे अपने घुटनों को पीछे से उठाते हुए पंजे के बल आते हुए कुंभक आसन में आएं। इस आसन में सारा दबाव हमारे हाथ, पेट, हिप्स और जांघ पर होगा। 15-20 सेकेंड होल्ड करें और वापस आ जाएं और विश्राम करें। धीरे-धीरे काउंट को बढ़ाते हुए 1 मिनट तक ले जाएं।
बद्ध कोणासन
यह लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए तथा शरीर के रक्त संचार को ठीक करने के लिए बहुत ही सहायक होता है। लिंग के मांस पेशियों को टाइट करने के साथ-साथ शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या से भी राहत दिलाता है। जिन व्यक्तियों में लिंग की कमजोरी के कारण लिंग में तनाव नहीं आता है तथा सेक्स करते समय शीघ्र स्खलन तथा शीघ्रपतन की समस्याएं होती हैं, उनको दैनिक रूप से इसका अभ्यास करना चाहिए।
इसका अभ्यास बहुत ही आसान है तथा इसे घर पर बैठकर आसानी से किया जा सकता है बद को आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पैरों को सीधा करके बैठ जाएं, तथा एडियाँ तथा पंजों को जोड़ करके एड़ियों को धीरे धीरे पंजों को जोड़ते हुए लिंग की तरफ लाते हैं और जब आपकी एडियाँ आपके लिंग को छूने लगती हैं तो आपके पैर आपके घुटनों से पूरी तरह मुड़ जाते हैं तथा आपके पैर तितली के दोनों पंखों के तरफ फैल जाते हैं।
आप दोनों पैरों को तितली के पंखों की तरह धीरे-धीरे ऊपर नीचे खिलाने का प्रयास करें तथा यह क्रिया धीरे-धीरे तेज करते जाएं। दैनिक रूप से इस क्रिया को दोहराते हुए गति को बढ़ाते रहना चाहिए इसके दैनिक प्रयोग से जांघों तथा लिंग के आसपास के मांस पेशियां में तनाव आने लगता है तथा लिंग के ढीलेपन के समस्या दूर हो जाते हैं तथा होने वाले शीघ्रपतन व शीघ्र स्खलन की समस्याएं नहीं होती हैं इसको तितली आसन के नाम से भी जाना जाता है।
यह करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे कि आपकी एड़ियां तथा पंजे आपस में जुड़े होने चाहिए, तथा आपके रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी होनी चाहिए। दैनिक रूप से कम से कम 5 मिनट तक इसका अभ्यास करना चाहिए जो आपके अंदर ढीले मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
जानु शीर्षासन
इसका दैनिक अभ्यास करने से लिंग के आसपास तथा पेट की आसपास में रक्त का संचार बढ़ता है यह दैनिक रूप से अभ्यास करने से लिंग की नसों में होने वाले ढीलेपन की समस्या से राहत मिलती है। जिससे होने वाली विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याएं नहीं होती हैं।
इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले हमें अपने दोनों पैरों को सीधे लंबे करके जमीन पर बैठ जाना चाहिए तथा दाहिने पैर को घुटनों से मोड़कर एड़ी तथा पंजे को बाएं पैर की जांग के नीचे दबा देते हैं। उसके पश्चात अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाने के पश्चात धीरे-धीरे झुक कर दोनों हाथों से बाएं पैर के अंगुलियों तथा अंगूठे को पकड़ना चाहिए तथा अपने दोनों हाथ के कोहानियों को जमीन से लगाने की कोशिश करें अपने सर को अपने पैर की गांठ पर रखते हुए दैनिक रूप से इस योगाभ्यास करना चाहिए।
इसका अभ्यास दैनिक रुप से करने पर लिंग के ढीली नसों में तनाव आने लगता है तथा लिंग की नसों में कमजोरी के समस्या दूर हो जाती हैं। जिसके कारण लिंग में पर्याप्त तनाव आने लगता है तथा आने वाली सेक्स समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। जिन व्यक्तियों में शीघ्र स्खलन तथा शीघ्रपतन की समस्या होती है उनको दैनिक रूप से यह करना चाहिए।
उत्तानासन
सेक्सुअल लाइफ बेहतर करने के लिए उत्तानपादासन योग बहुत असरदार योग है। यह आसन पेट, नाभि, हिप्प्स और जांघ की मसल्स को मजबूती देता है। इसे रेगुलर करने से जेनाइटल एरिया में भरपूर ब्लड फ्लो होने लगता है। जिसके कारण पेनिस में कड़ापन बढ़ता है, और आप बिस्तर में लंबे समय तक टिके रह सकते हैं उत्तानासन का अभ्यास करने के लिए उत्तानासन या स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड पैर की उंगलियों को पकड़ कर किया जाता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या में भी इस आसन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है।
इसे करने के लिए एकदम सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने पैरों में एक फीट की दूरी बना लें। इसके बाद गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर सिर की तरफ ले जाएं। सांस को छोड़ते हुए हाथ नीचे की ओर लाएं। अब अपने हाथों के पैर के अंगूठों को छूने की कोशिश करें। कुछ देर इस पोजीशन में रहने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।
जिन व्यक्तियों के लिंग में नसों के ढीलेपन के कारण तनाव आने की समस्या होती है उनके लिए उत्तानासन का अभ्यास बहुत ही लाभकारी होता है। उत्तानासन के दैनिक अभ्यास करने से लिंग की मांसपेशियों तथा नसों में तनाव आता है जिसके कारण लिंग में होने वाले तनाव की कमी की समस्या दूर हो जाती है और लिंग में पर्याप्त तनाव आने लगता है। जिसके कारण से पतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या नहीं होती हैं लिंग की नसों के ढीलेपन के कारण होने वाली समस्याओं से परेशान व्यक्तियों को उत्तानासन का अभ्यास दैनिक रूप से करना चाहिए।
स्ट्रेचिंग
पेनिस की नसों को मजबूत करने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज की जाती है स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने से लिंग की आस पास की नसों तथा मांसपेशियों में रक्त का संचार बढ़ता है जिसके कारण लिंग के तनाव में आने वाली कमी की समस्या दूर हो जाती है लिंग में तनाव आने की समस्या के साथ-साथ शीघ्र स्खलन तथा शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज बहुत ही आराम दायक साबित होती है।
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पैरों को लंबा करके जमीन पर लेट जाएं फिर लिंग के ऊपरी हिस्से को पकड़कर सबसे पहले पैरों की तरफ खींचे 20 से 30 सेकंड तक इसे खींच कर रखें इसके पश्चात लिंग को नाभि के तरफ पकड़ कर 20 से 30 सेकंड तक खींच कर रखें यही प्रक्रिया दोनों दाहिनी तथा बाएं तरफ अपनाएं 20 से 30 सेकंड के लिए दाएं तथा बाएं तरफ डीलिंग तो खींच कर रखें यह प्रक्रिया बार-बार दौरान कम से कम 5 बार से अधिक अभ्यास करें दैनिक रूप से स्ट्रेचिंग का अभ्यास करने से लिंग में तनाव आने लगता है तथा लिंग की नसें मजबूत हो जाते हैं जिसके कारण लेंगे टाइट होने लगता है तथा होने वाली शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या नहीं होती है ।
कीगल
कीगल एक्सरसाइज का दैनिक रूप से अभ्यास करने से लिंग की मांसपेशियां मजबूत होते हैं जिससे लिंग में तनाव न आने समस्या ठीक हो जाती है कीगल एक्सरसाइज का दैनिक रूप से अभ्यास करने पर लिंग की नसों में रक्त संचार बढ़ता है जिसके कारण लिंग की नसें मजबूत होते हैं कीगल एक्सरसाइज करने से शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्याएं नहीं होती हैं कीगल एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आपको पीसी मसल्स की पहचान करनी होती है।
इसकी पहचान करने के लिए आप को पेशाब करते समय पेशाब को रोकना चाहिए। पेशाब को रोकने में प्रयोग होने वाली मसल पीसी मसल्स होती है। आप जिस समय पेशाब रोकते हैं उस समय जिस मसल्स का आभास होता है वह पीसी मसल्स होती है।
कीगल एक्सरसाइज का दैनिक रूप से अभ्यास करने के लिए पीसी मसल्स को हाथ से पकड़ कर 5 सेकंड के लिए रोकना चाहिए तथा 5 सेकंड के लिए फिर से छोड़ देना चाहिए। हर 5 सेकंड बाद यह क्रिया दोहराते रहना चाहिए। इसका अभ्यास 5 से 10 मिनट तक दैनिक रूप से करना चाहिए। यदि आप दैनिक रूप से कीजल एक्सरसाइज का अभ्यास करते हैं तो लिंग की नसों में होने वाले कमजोरी तथा ढीलेपन की समस्या ठीक हो जाती है। कीगल एक्सरसाइज का दैनिक रूप से अभ्यास करने से महिलाओं में योनि को भी टाइट बनाता है।
पेनिस की नसों के लिए योग तथा आयुर्वेदिक औषधियां
पेनिस की नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए कुछ विशेष प्रकार की औषधियां तथा तेल होते हैं जिनके प्रयोग से पेनिस की नसें मजबूत हो जाते हैं तथा पेनिस की नसों की कमजोरी दूर हो जाती है। जिन व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण पेनिस की नसें कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण लिंग में तनाव तथा शीघ्रपतन की समस्या होने लगते हैं।
शीघ्रपतन की समस्या होने के कारण व्यक्ति अपने जीवन साथी को सेक्स क्रिया में संतुष्ट नहीं कर पाता है तथा लिंग की नसों की कमजोरी के कारण तनाव ना आने के स्टेट में सेक्स क्रिया करने में असमर्थ रहता है इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए निम्नलिखित को दवाओं का प्रयोग करके लिंग की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
- Dr Vedic आयल
- AADAR STRAIGHT UP CAPSULE
- Hakeem Baqai
- Herbal Confido टैबलेट
Dr Vedic आयल
Dr Vedic आयल का प्रयोग लिंग पर मसाज करने के लिए किया जाता है जिससे लिंग में होने वाले कमजोरियां दूर हो जाते हैं Dr Vedic आयल द्वारा दैनिक रूप से लिंग की मसाज करने से लिंग की मांसपेशियां टाइट होने लगते हैं तथा में मजबूती आने लगते हैं जिसके कारण लिंग के ढीलेपन की समस्या दूर हो जाते हैं जिनमें स्त्रियों में लिंग के ढीलेपन की समस्या लिंक की कमजोर नसों के कारण होता है। उनको दैनिक प्रयोग से Dr Vedic आयल से मसाज करना चाहिए जिससे उनके लिंग की नसें मजबूत हो जाते हैं लिंग में तनाव के समस्त ठीक हो जाती है।
AADAR STRAIGHT UP CAPSULE
AADAR STRAIGHT UP CAPSULE का प्रयोग शारीरिक शक्ति के विकास के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण लिंग की नसों में ढीलापन हो जाता है। जिस को दूर करने के लिए दैनिक रूप से AADAR STRAIGHT UP CAPSULE का प्रयोग करना चाहिए जिन व्यक्तियों में लिंग की नसों की कमजोरी के कारण लिंग में तनाव नहीं आता है। तथा शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या होती है को दैनिक रूप से AADAR STRAIGHT UP CAPSULE का प्रयोग करना चाहिए।
Hakeem Baqai
Hakeem Baqai टेबलेट का प्रयोग विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। जिन व्यक्तियों में लिंग की नसों की कमजोरी के कारण लिंग में ढीलापन की समस्या तथा शीघ्र स्खलन तथा शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जाता है जिन व्यक्तियों में लिंग की नसों की कमजोरी के कारण उनकी में पर्याप्त तनाव नहीं आता है। जिससे उनको शीघ्रपतन तथा शीघ्र स्खलन की समस्या होती हैं ऐसे व्यक्तियों को दैनिक रूप से Hakeem Baqai टेबलेट का प्रयोग करना चाहिए।
Herbal Confido टैबलेट
हिमालय कंपनी द्वारा निर्मित Herbal Confido टैबलेट एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका प्रयोग शारीरिक शक्ति के विकास के लिए किया जाता है जिन व्यक्तियों में लिंग की नसों में कमजोरी होती है। जिसके कारण लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है उनको देने का रूप से Herbal Confido टैबलेट का प्रयोग करना चाहिए।
निष्कर्ष
आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति शारीरिक कमजोरी के कारण विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याओं से परेशान रहता है। जिसके कारण उसका जीवन प्रभावित होता है उसके जीवन में विभिन्न प्रकार की मानसिक तथा सामाजिक भौतिक समस्याएं होने लगती हैं। जिनके कारण वह तथा उसका परिवार परेशान रहने लगता है। इन सभी परेशानियों से बचने के लिए दैनिक रूप से व्यायाम तथा योगासन का सहारा लेना चाहिए।
जिन व्यक्तियों में शारीरिक कमजोरी के कारण लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता तथा शीघ्रपतन का शीघ्र स्खलन की समस्या होती है। उनके लिए उपरोक्त लेख में पेनिस की नसों के लिए योग बताए गए हैं। जिनका अभ्यास करके दैनिक रूप से योगासन तथा व्यायाम द्वारा होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं को ठीक किया जा सकता है जिससे अपने जीवन को सुखी बनाया जा सकता है।
FAQ
लिंग की नसों में कमजोरी और ढीलापन का इलाज कैसे करें?
लिंग की नसों की कमजोरी तथा ढीलापन दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाइयां उपलब्ध है का प्रयोग करके लिंग की नसों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है। साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के योग तथा एक्सरसाइज भी होते हैं जिनके दैनिक अभ्यास से लिंग की नसों को मजबूत बनाया जा सकता है। लेकिन अपनों को मजबूत बनाने के योग अभ्यास उपरोक्त लेख में बताए गए हैं जिनके अध्ययन के पश्चात दैनिक अभ्यास से आप अपने लिंग की नसों को मजबूत बना सकते तो करवाने वाली सेक्स समस्याओं से बच सकते हैं।
ऐसी कौन सी दवा है जो पुरुषों के नसों का ढीलापन को दूर कर सकती है?
उपरोक्त लेख में विभिन्न प्रकार की दवाओं का वर्णन किया गया है जो लिंग की नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए 100% रामबाण औषधियां हैं। जिनके दैनिक प्रयोग से होने वाले लिंग की समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। यदि आप दवाओं के साथ-साथ दैनिक रूप से व्यायाम तथा सर साइज करते हैं तो आप निश्चित रूप से ही लिंग समस्या से जल्द ही राहत मिलेगी।
नसों में ढीलापन का क्या उपचार है?
लिंग की नसों का ढीलापन दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार अपनाए जा सकते हैं। जिनमें कुछ औषधियों का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के लिंग मसाज आयल बाजार में उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग करके लिंग की नसों को मजबूत बनाया जा सकता है। दवाओं तथा तेलों के उपचार के साथ साथ दैनिक रूप से एक्सरसाइज तथा योग अभ्यास करने से भी लिंक के ढीलेपन की समस्या में आराम मिलता है।
Author Profile
Latest entries
BlogFebruary 10, 2023बालों के लिए अदरक के फायदे जिससे बाल बनेंगे लम्बे और मजबूत
BlogFebruary 8, 2023आंखों के नीचे काले घेरे हटाने के घरेलू उपाय जिससे आप दिखेंगे सुन्दर
HealthFebruary 8, 2023माइग्रेन के लक्षण और घरेलू उपाय जिससे करें सर दर्द को दूर
Man HealthJanuary 30, 2023लिंग में जलन के कारण और उपचार से बनाएं लिंग को स्वस्थ